‘न्याय’ की आलोचना अर्थशास्त्री के तौर पर की थी ; नीति आयोग उपाध्यक्ष

137

लोकसभा चुनाव को ध्यान रखते हुए चुनाव आयोग ने नकेल कसनी जारी रखी है. नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने कुछ दिन पहले राहुल गाँधी द्वारा प्रस्तावित ‘न्याय’ स्कीम की आलोचना की थी. उन्होंने कहा था कि ये योजना कभी लागू ही नही होगी. इसके बाद चुनाव आयोग ने उनसे इस मुद्दे पर जवाब माँगा था.

राजीव कुमार ने इसका जवाब देते हुए कहा है कि ये विचार उनके निजी विचार है तथा ये टिप्पणी उन्होंने अर्थशास्त्री के तौर पर की थी. चूँकि यह विचार निजी थे इसलिए उसे नीति आयोग का विचार न माने.

Politics 1 -

राजीव कुमार ने इस बचाव में तथ्यों की भी बात की है. उन्होंने कहा है कि मोंटेक सिंह अहलूवालिया ने 2014 में ‘गुजरात माडल’ पर टिप्पणी की थी और उस समय वह योजना आयोग के अध्यक्ष भी थे. 2014 में अहलूवालिया की टिप्पणी उस समय के प्रधानमंत्री पड़ के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के वादों और दावों पर थी.

आपको बताते चले कि नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने राहुल गाँधी द्वारा न्याय स्कीम की घोषणा के बाद एक ट्वीट किया था, जिसके बाद चुनाव योग ने उनसे जवाब माँगा था.