घटना ऐसी है कि लोगों को प्यार अंधा होता है नहीं कहना चाहिए बल्कि प्यार में लोग हैवानियत की हद पार कर जाते हैं ऐसा कहना चाहिए। हैदराबाद की एक घटना में एक महिला ने पहले अपने प्रेमी के साथ मिलकर पहले पति की निर्मम हत्या कर दी फिर उसके लाश को दोनों ने मिलकर जंगल में जलाया और उसके बाद जुर्म की बिल्कुल फिल्मी स्क्रिप्ट लिख डाली। लेकिन आधार कार्ड के कारण उसके जुर्म का पर्दा फाश हो गया।
तेलुगू फिल्म ‘येवाडू’ से प्रभावित होकर महिला ने उसके बाद ऐसी साजिश रची की घटना सचमुच में फिल्मी हो गई। पति को मारने के बाद तेलंगाना के नागरकुर्नूल जिले की रहने वाली महिला स्वाती रेड्डी ने अपने प्रेमी के चेहरे पर तेजाब डाल दिया, जिससे उसका चेहरा इस हद तक बिगड़ गया कि उसे कोई पहचान ना पाए, जिसके बाद महिला ने पति के घरवालों को सूचना दी कि उसके पति के साथ कुछ दुर्घटना घटी है।
सूचना पाकर घरवाले महिला के प्रेमी को अपना बेटा समझ कर अस्पताल ले गए और उसकी प्लास्टिक सर्जरी करवाई जिससे उसका चेहरा सुधाकर की तरह हो जाए। सर्जरी तो सफल रहा लेकिन घर जाने के बाद सुधाकर के घरवालों ने महिला के प्रेमी राजेश के व्यवहार को देखकर संदेह हो गया और उन्होंने इस बात के लिए पुलिस को सूचित किया।
पुलिस ने सुधाकर के आधार कार्ड से प्लास्टिक सर्जरी से सुधाकर बने राजेश की उंगलियों के निशान मैच कराए। लेकिन राजेश की उंगलियों के निशान सुधार के आधार कार्ड में दर्ज निशान से मैच नहीं किए और स्वाती और राजेश की साजिश का पर्दाफाश हो गया।
पुलिस की जांच में पता चला कि स्वाति और राजेश ने मिलकर 26 नवंबर को सुधाकर की हत्या की, उसके बाद ये पूरी साजिश रची। परिवारवालों ने भी आनन-फानन में अपने बेटे के दर्द को देखते हुए राजेश को ही सुधाकर समझ लिया लेकिन भला हो आधार कार्ड का जिसने दूध का दूध और पानी का पानी कर दिया।
अब हत्या और आपराधिक षड्यंत्र के आरोप में स्वाती और राजेश को गिरफ्तार कर लिया गया है और उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।