Holi 2024: लोकसभा चुनाव, होली और रमजान एक साथ, चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा; निडर हो मनाएं त्योहार h3>
बिहार में होली, रमजान और लोकसभा चुनाव को देखते हुए सभी जिलों में क्यूआरटी (क्विक रिस्पांस टीम) और दंगा निरोधी दस्ता तैयार किया गया है। रविवार को सभी जिलों में इसकी तैनाती भी हो गयी। सभी जिलों के एसपी को इन दोनों टीमों का मूल्यांकन (आडिट) करने के लिए कहा गया है। टीमों की तैनाती सभी संवेदनशील और प्रमुख स्थानों पर की गई है। होलिका दहन, जुलूस या रंग-अबीर लगाने को लेकर कभी-कभी विवाद की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। इसे लेकर खासतौर से चौकसी बरतने के लिए कहा गया है। लोकसभा चुनाव 2024 के पहले चरण का आगाज हो चुका है।
पुलिस मुख्यालय के स्तर से सभी जिलों को त्योहार और चुनाव को ध्यान में रखते हुए खासतौर से चौकसी बरतने के सख्त निर्देश जारी किए गए हैं। सभी तरह के शरारती तत्वों या हुड़दंग करने वालों, आपत्तिजनक टीका-टिप्पणी करने, किसी पर आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग, छेड़खानी, सार्वजनिक स्थानों पर अभद्र व्यवहार करने समेत ऐसे सभी तरह की समस्याओं पर हमेशा नजर रखने के लिए कहा गया है। सड़कों पर तेज गति से वाहन चलाने के अलावा राज्य में पूर्ण शराबबंदी के तहत नियमों का पूरी तरह से पालन करने के लिए कहा गया है।
सभी जिलों में 24 घंटे कंट्रोल रुम एक्टिव
सभी जिलों में कंट्रोल रूप स्थापित करने और इसे 24 घंटा चालू रखने के लिए कहा गया है। राज्य मुख्यालय के स्तर पर बनाए गए कंट्रोल रूम से सभी जिलों के कंट्रोल रूप में हर दो-दो घंटे पर अपडेट लिया जाएगा। पटना, गया, नालंदा, भागलपुर, सीवान, नवादा, पूर्णिया, दरभंगा, मधुबनी और मोतिहारी में अतिरिक्त संख्या में बलों की तैनाती की गई है। इसके अलावा सभी जिलों में संवेदनशील स्थानों को चिन्हित करके इनके लगातार निगरानी की व्यवस्था की गई है। संवेदनशील स्थानों की श्रेणी में उन स्थानों को रखा गया है, जहां पिछले वर्षों या तीन वर्षों के दौरान होली या अन्य किसी पर्व-त्योहार के मौकों पर किसी तरह का दंगा या फसान या कोई विवाद हुआ हो। ऐसे स्थानों के मौजूदा हालात की खुफिया रिपोर्ट प्राप्त करके इनकी समीक्षा करवा लें। एडीजी (मुख्यालय) जितेंद्र सिंह गंगवार ने सभी रेंज आईजी, डीआईजी और एसपी को खासतौर से निर्देश दिया है।
सोशल मीडिया पर चौकसी
सोशल मीडिया फेसबुक, एक्स, व्हाट्स एप, इंस्टाग्राम समेत अन्य सभी पर हमेशा चौकसी रखें। धर्म, जाति या संप्रदाय के नाम पर नफरत फैलाने वाले किसी पोस्ट पर तुरंत कार्रवाई करें। किसी अफवाह के खिलाफ तत्काल सही सूचना सोशल मीडिया पर प्रसारित करें।
इन बातों पर भी ध्यान रखने का आदेश
● दियारा इलाकों में खासतौर से चौकसी बरतते हुए निरंतर पेट्रोलिंग और सर्च ऑपरेशन चलाएं जाएं।
● थाना-अनुमंडल आवश्यकतानुसार जिला स्तर पर शांति समिति की बैठक आयोजित कर ली जाए।
● मिश्रित आबादी वाले क्षेत्रों, धार्मिक और संवेदनशील स्थलों पर पर्याप्त मात्रा में बल-मजिस्ट्रेट की तैनाती।
● होली की आड़ में पुरानी दुश्मनी और जमीन विवाद से जुड़े गंभीर आपराधिक घटनाएं हो जाती हैं। इसकी थाना स्तर पर समीक्षा करें।
● जहां भी सांप्रदायिक घटना या आपसी विवाद की संभावना हो, धारा 107 लागू कर कार्रवाई करें।
● उग्रवाद प्रभावित जिलों में विशेष निगरानी की आवश्यकता है।
● रेलवे स्टेशनों व बस अड्डों पर भीड़ नियंत्रण के लिए प्रबंध करें।
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बिहार में होली, रमजान और लोकसभा चुनाव को देखते हुए सभी जिलों में क्यूआरटी (क्विक रिस्पांस टीम) और दंगा निरोधी दस्ता तैयार किया गया है। रविवार को सभी जिलों में इसकी तैनाती भी हो गयी। सभी जिलों के एसपी को इन दोनों टीमों का मूल्यांकन (आडिट) करने के लिए कहा गया है। टीमों की तैनाती सभी संवेदनशील और प्रमुख स्थानों पर की गई है। होलिका दहन, जुलूस या रंग-अबीर लगाने को लेकर कभी-कभी विवाद की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। इसे लेकर खासतौर से चौकसी बरतने के लिए कहा गया है। लोकसभा चुनाव 2024 के पहले चरण का आगाज हो चुका है।
पुलिस मुख्यालय के स्तर से सभी जिलों को त्योहार और चुनाव को ध्यान में रखते हुए खासतौर से चौकसी बरतने के सख्त निर्देश जारी किए गए हैं। सभी तरह के शरारती तत्वों या हुड़दंग करने वालों, आपत्तिजनक टीका-टिप्पणी करने, किसी पर आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग, छेड़खानी, सार्वजनिक स्थानों पर अभद्र व्यवहार करने समेत ऐसे सभी तरह की समस्याओं पर हमेशा नजर रखने के लिए कहा गया है। सड़कों पर तेज गति से वाहन चलाने के अलावा राज्य में पूर्ण शराबबंदी के तहत नियमों का पूरी तरह से पालन करने के लिए कहा गया है।
सभी जिलों में 24 घंटे कंट्रोल रुम एक्टिव
सभी जिलों में कंट्रोल रूप स्थापित करने और इसे 24 घंटा चालू रखने के लिए कहा गया है। राज्य मुख्यालय के स्तर पर बनाए गए कंट्रोल रूम से सभी जिलों के कंट्रोल रूप में हर दो-दो घंटे पर अपडेट लिया जाएगा। पटना, गया, नालंदा, भागलपुर, सीवान, नवादा, पूर्णिया, दरभंगा, मधुबनी और मोतिहारी में अतिरिक्त संख्या में बलों की तैनाती की गई है। इसके अलावा सभी जिलों में संवेदनशील स्थानों को चिन्हित करके इनके लगातार निगरानी की व्यवस्था की गई है। संवेदनशील स्थानों की श्रेणी में उन स्थानों को रखा गया है, जहां पिछले वर्षों या तीन वर्षों के दौरान होली या अन्य किसी पर्व-त्योहार के मौकों पर किसी तरह का दंगा या फसान या कोई विवाद हुआ हो। ऐसे स्थानों के मौजूदा हालात की खुफिया रिपोर्ट प्राप्त करके इनकी समीक्षा करवा लें। एडीजी (मुख्यालय) जितेंद्र सिंह गंगवार ने सभी रेंज आईजी, डीआईजी और एसपी को खासतौर से निर्देश दिया है।
सोशल मीडिया पर चौकसी
सोशल मीडिया फेसबुक, एक्स, व्हाट्स एप, इंस्टाग्राम समेत अन्य सभी पर हमेशा चौकसी रखें। धर्म, जाति या संप्रदाय के नाम पर नफरत फैलाने वाले किसी पोस्ट पर तुरंत कार्रवाई करें। किसी अफवाह के खिलाफ तत्काल सही सूचना सोशल मीडिया पर प्रसारित करें।
इन बातों पर भी ध्यान रखने का आदेश
● दियारा इलाकों में खासतौर से चौकसी बरतते हुए निरंतर पेट्रोलिंग और सर्च ऑपरेशन चलाएं जाएं।
● थाना-अनुमंडल आवश्यकतानुसार जिला स्तर पर शांति समिति की बैठक आयोजित कर ली जाए।
● मिश्रित आबादी वाले क्षेत्रों, धार्मिक और संवेदनशील स्थलों पर पर्याप्त मात्रा में बल-मजिस्ट्रेट की तैनाती।
● होली की आड़ में पुरानी दुश्मनी और जमीन विवाद से जुड़े गंभीर आपराधिक घटनाएं हो जाती हैं। इसकी थाना स्तर पर समीक्षा करें।
● जहां भी सांप्रदायिक घटना या आपसी विवाद की संभावना हो, धारा 107 लागू कर कार्रवाई करें।
● उग्रवाद प्रभावित जिलों में विशेष निगरानी की आवश्यकता है।
● रेलवे स्टेशनों व बस अड्डों पर भीड़ नियंत्रण के लिए प्रबंध करें।