Hindi News: हिंदी समाचार, Latest News in Hindi, Live Breaking News | Patrika

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सीधी। प्रदेश में साक्षरता की दर बढ़ाने के लिए निरक्षरों को साक्षर करने राज्य शासन द्वारा साक्षरता अभियान के तहत पढऩा लिखना अभियान एवं नवभारत साक्षरता कार्यक्रम शुरू किया गया है। शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में 15 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के वयस्क जो औपचारिक शिक्षा प्राप्त करने की उम्र पार कर चुके हैं, उनकी निरक्षरता उन्मूलन के लिए साक्षरता कार्यक्रम अंतर्गत पढऩा-लिखना अभियान गत वर्ष 31 मार्च तक चलाया गया था। इस अभियान के तहत जिले के करीब 6 हजार 700 निरक्षर साक्षर होने के लिए राज्य शासन द्वारा मार्च माह में आयोजित परीक्षा में शामिल हुए थे, लेकिन अभी तक इनका परीक्षा परिणाम घोषित नहीं हो पाया है। वहीं 1 अप्रैल 2023 से नवभारत साक्षरता कार्यक्रम कार्यक्रम शुरू किया गया है जो वर्ष 2027 तक चलाया जाएगा। इस कार्यक्रम के तहत शत-प्रतिशत लोगों को साक्षर करना है। लेकिन यह अभियान भी जिले में कागजी खानापूर्ति में चल रहा है। निरक्षरों को साक्षर करने के लिए अक्षर साथियों का नि:शुल्क सेवा देनी थी, लोगों द्वारा अक्षर साथी के रूप में पंजीयन तो करा लिया गया है, लेकिन कुछ को छोड़ दिया जाए तो ज्यादातर अक्षर साथी कागजी खानापूर्ति में ही निरक्षरों को साक्षर करने का कार्य किया जा रहा है।
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े19 मार्च को होगी परीक्षा, 14 हजार निरक्षरों को शामिल करने का है लक्ष्य-
नवभारत साक्षर कार्यक्रम के तहत निरक्षरों की पहली परीक्षा आगामी 19 मार्च को जिले के सभी सामाजिक चेतना केंद्रों में आयोजित की जाएगी। शासकीय प्राथमिक शालाओं को सामाजिक चेतना केेंद्र के रूप में चिन्हांकित किया गया है। इस परीक्षा में जिले के 14 हजार 410 निरक्षरों को शामिल किये जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। अभी तक 13 हजार 6 निरक्षरों द्वारा ऐप के माध्यम से पंजीयन कराया जा चुका है।
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अक्षर साथियों को सौंपी गई है जिम्मेदारी-
निरक्षरों को पढ़ाने के लिए इस बार प्रोत्साहन राशि के आधार पर प्रेरकों की नियुक्ति नहीं की गई है। इसके लिए सेवाभाव से नि:शुल्क सहयोग के लिए अक्षर साथियों को सहयोग लिया जा रहा है। प्रत्येक दस निरक्षरों के बीच एक वालेंटियर का सहयोग लेना है, छात्र-छात्राओं, सरकारी व गैर सरकारी संगठनों, संस्थाओं एवं व्यक्तियों का सहयोग लिया जा रहा है, जिन्हें अक्षर साथी का नाम दिया गया है। कार्यक्रम के संचालन के लिए संगठनों, संस्थाओं, समाजसेवियों, विद्यालयों, महाविद्यालयों, एनसीसी, एनएसएस एवं स्काउट गाइड के छात्र-छात्राएं, बीएड-डीएड के प्रशिक्षणार्थी, समग्र शिक्षा अभियान, उच्च शिक्षा विभाग, विधि विभाग, स्वच्छ भारत मिशन, नेहरू युवा केंद्र, जन अभियान परिषद, महिला एवं बाल विकास, पंचायत एवं समाज कल्याण विभाग, राष्ट्रीय ग्रामीण एवं शहरी आजीविका मिशन, स्वास्थ विभाग, आदिम जाति विभाग, बैंकर्स आदि विभागों के अतिरिक्त राज्य संसाधन केंद्र, राज्य शिक्षा केंद्र व अन्य विभागों का साथ लिया जाना था। इसके अलावा स्व सहायता समूह के शिक्षित कार्यकर्ता, स्थानीय शिक्षक, सेवानिवृत्त शिक्षक, सेवा निवृत्त शासकीय कर्मचारियों से भी सहयोग लिया जाना था। लेकिन उक्त विभागों का सहयोग नहीं मिल पा रहा है।
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जिले में 330 अक्षर साथी हैं पंजीकृत-
निरक्षरों को साक्षर करने के लिए स्वेच्छा से नि:शुल्क सेवा देने के लिए जिले में 330 लोगों द्वारा पंजीयन कराया गया है। जिसमें कुसमी विकासखंड से 30, मझौली से 94, रामपुर नैकिन से 73, सीधी से 41 तथा सिहावल से 84 अक्षर साथी शामिल हैं। विभागीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इनमें से ज्यादातर अक्षर साथी पंजीयन कराने के बाद सेवा देना भूल चुके हैं।
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नवभारत साक्षरता कार्यक्रम के तहत जिले में अक्षर साथी व असाक्षरों के पंजीयन व सत्यापन की स्थिति-
विकासखंड – अक्षर साथी – असाक्षरों के पंजीयन व सत्यापन का लक्ष्य – स्थिति
कुसमी – 38 – 14319 – 1568
मझौली – 94 – 27010 – 2316
रामपुर नैकिन – 73 – 41403 – 1268
सीधी – 41 – 65346 – 4206
सिहावल – 84 – 47657 – 3648
योग – 330 – 195735 – 13006
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निरक्षरों को साक्षर करने अब तक चल चुके हैं ये कार्यक्रम-
*साक्षरता अभियान
*पढऩा बढऩा कार्यक्रम
*महिला पढऩा-बढऩा कार्यक्रम
*अवशेष निरक्षरता उन्मूलन कार्यक्रम
*साक्षर भारत अभियान
*पढऩा लिखना अभियान
*नवभारत साक्षरता कार्यक्रम
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चल रही है परीक्षा की तैयारी-
नवभारत साक्षरता कार्यक्रम के तहत पहली परीक्षा 19 मार्च को जिले के सामाजिक चेतना केंद्रों में आयोजित की जाएगी। 14 हजार 410 लक्ष्य के विरूद्ध अब तक 13 हजार 6 निरक्षर पंजीकृत हो चुके हैं। निरक्षरों को अक्षर साथियों द्वारा पढ़ाने का कार्य किया जा रहा है।
रामकृष्ण तिवारी, जिला प्रौढ़ शिक्षा अधिकारी सीधी
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