Hanuma Vihari: रोहित शर्मा-राहुल द्रविड़ ने जिसे किया टीम से ड्रॉप, उसने कप्तानी में टीम को बना दिया चैंपियन
नई दिल्ली: कोच राहुल द्रविड़ और कप्तान रोहित शर्मा के अंडर भारतीय टीम में कई बदलाव देखने को मिले हैं। टी20 से लेकर टेस्ट तक तीनों प्रारूप में टीम इंडिया में कई नए खिलाड़ी आए हैं। लेकिन इसी के साथ ही कई सीनियर खिलाड़ियों की छुट्टी भी हुई है। भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट में जबरदस्त प्रदर्शन कर चुके हनुमा विहारी उनमें से एक हैं। विहारी भारत के लिए टेस्ट में काफी अहम खिलाड़ी थे।वह मिडिल ऑर्डर में शानदार बल्लेबाजी करने के साथ-साथ पार्ट टाइम गेंदबाजी भी करते थे। उन्होंने 2020-21 के ऑस्ट्रेलिया टूर पर रविचंद्रन अश्विन के साथ सिडनी टेस्ट में गजब की पार्टनरशिप कराई थी और भारत के लिए मैच को बचाया था। लेकिन उसके कुछ समय बाद ही अचानक उन्हें टीम से ड्रॉप कर दिया गया। गौरतलब है कि हनुमा विहारी अब तक टीम में वापसी नहीं कर पाए हैं। हालांकि उन्होंने अब अपनी कप्तानी से सबको प्रभावित किया है।
हनुमवा विहारी ने साउथ जोन को दलीप ट्रॉफी जिताई
हनुमा विहारी दलीप ट्रॉफी में साउथ जोन का प्रतिनिधित्व कर रहे थे और साथ ही उनके कप्तान भी थे। उन्होंने अपनी कप्तानी में साउथ जोन को दलीप ट्रॉफी का चैंपियन बनाया। फाइनल में साउथ जोन ने वेस्ट जोन को 75 रन से मात दी। इतना ही नहीं बल्कि दोनों पारियों में हनुमा विहारी ने टीम के लिए बल्ले से महत्वपूर्ण रोल अदा किया।
हनुमा ने फाइनल में खेली कप्तानी पारी
हनुमा विहारी ने साउथ जोन के लिए फाइनल में दोनों पारियों में शानदार बल्लेबाजी की। पहली पारी में उन्होंने 9 चौकों की मदद से 63 रन बनाए जबकि दूसरी इनिंग में उन्होंने 42 रन ठोके, जिसमें उनके बल्ले से 7 चौके देखने को मिले। बता दें कि यह एक लो स्कोरिंग मैच था और दोनों टीमों को इस पिच पर बल्लेबाजी करने में मुश्किल हो रही थी।
टीम इंडिया के लिए हनुमा विहारी का प्रदर्शन
29 साल के हनुमा विहारी ने अब तक भारत के लिए 16 टेस्ट खेले हैं, जिनमें उन्होंने खेली गई 28 पारियों में 33.6 की औसत से 839 रन बनाए हैं। उनके नाम टेस्ट में 1 शतक और 5 अर्धशतक हैं। इसके अलावा हनुमा विहारी ने टेस्ट क्रिकेट में 5 विकेट भी लिए हैं।
ऐसा रहा फाइनल मैच का हाल
वेस्ट जोन के कप्तान प्रियंक पांचाल ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया था। ऐसे में पहली पारी में साउथ जोन 213 रन बनाकर ऑल आउट हो गई। इसके जवाब में वेस्ट जोन 146 रन पर ही सिमट गई। वहीं दूसरी पारी में साउथ जोन ने 230 रन बनाने में सफल हुई और वेस्ट जोन के समक्ष 298 रन का टारगेट रखा। गौरतलब है कि प्रियंक पांचाल की टीम 222 रन पर ही ऑल आउट हो गई जिसके चलते साउथ जोन 75 रन से मैच जीत गई।
हनुमवा विहारी ने साउथ जोन को दलीप ट्रॉफी जिताई
हनुमा विहारी दलीप ट्रॉफी में साउथ जोन का प्रतिनिधित्व कर रहे थे और साथ ही उनके कप्तान भी थे। उन्होंने अपनी कप्तानी में साउथ जोन को दलीप ट्रॉफी का चैंपियन बनाया। फाइनल में साउथ जोन ने वेस्ट जोन को 75 रन से मात दी। इतना ही नहीं बल्कि दोनों पारियों में हनुमा विहारी ने टीम के लिए बल्ले से महत्वपूर्ण रोल अदा किया।
हनुमा ने फाइनल में खेली कप्तानी पारी
हनुमा विहारी ने साउथ जोन के लिए फाइनल में दोनों पारियों में शानदार बल्लेबाजी की। पहली पारी में उन्होंने 9 चौकों की मदद से 63 रन बनाए जबकि दूसरी इनिंग में उन्होंने 42 रन ठोके, जिसमें उनके बल्ले से 7 चौके देखने को मिले। बता दें कि यह एक लो स्कोरिंग मैच था और दोनों टीमों को इस पिच पर बल्लेबाजी करने में मुश्किल हो रही थी।
टीम इंडिया के लिए हनुमा विहारी का प्रदर्शन
29 साल के हनुमा विहारी ने अब तक भारत के लिए 16 टेस्ट खेले हैं, जिनमें उन्होंने खेली गई 28 पारियों में 33.6 की औसत से 839 रन बनाए हैं। उनके नाम टेस्ट में 1 शतक और 5 अर्धशतक हैं। इसके अलावा हनुमा विहारी ने टेस्ट क्रिकेट में 5 विकेट भी लिए हैं।
ऐसा रहा फाइनल मैच का हाल
वेस्ट जोन के कप्तान प्रियंक पांचाल ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया था। ऐसे में पहली पारी में साउथ जोन 213 रन बनाकर ऑल आउट हो गई। इसके जवाब में वेस्ट जोन 146 रन पर ही सिमट गई। वहीं दूसरी पारी में साउथ जोन ने 230 रन बनाने में सफल हुई और वेस्ट जोन के समक्ष 298 रन का टारगेट रखा। गौरतलब है कि प्रियंक पांचाल की टीम 222 रन पर ही ऑल आउट हो गई जिसके चलते साउथ जोन 75 रन से मैच जीत गई।