Hamirpur News: हमीरपुर में दलितों के धर्म परिवर्तन के मुद्दे में आया नया मोड़, आंबेडकर मूर्ति रखने को 1944 वर्ग फीट जमीन कर दी दान

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Hamirpur News: हमीरपुर में दलितों के धर्म परिवर्तन के मुद्दे में आया नया मोड़, आंबेडकर मूर्ति रखने को 1944 वर्ग फीट जमीन कर दी दान

पंकज मिश्रा, हमीरपुर: उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले में बुद्ध पूर्णिमा (buddha purnima) के दिन बीस हजार दलितों के धर्म परिवर्तन के ऐलान पर अब यहां नया मोड़ आ गया है। जमीन पर मालिकाना हक जताने वाले ने बौद्ध महासभा की डिमांड पर आंबेडकर की प्रतिमा स्थापित कराए जाने के लिए 1944 वर्ग मीटर जमीन दान कर दी है। मंगलवार को यहां जमीन की रजिस्ट्री भी हो गई है। स्वास्थ्य विभाग में नौकरी पर रहते हुए धर्म परिवर्तन का मुद्दा उठाने पर महासभा के जिलाध्यक्ष को स्वास्थ्य विभाग ने कारण बताओ नोटिस भी जारी किया है।

आंबेडकर जयंती के दिन हमीरपुर जिले के सुमेरपुर कस्बे में बाबा साहेब के अपमान पर दलितों ने साढ़े छह घंटे तक रोड जाम कर हंगामा किया था। कस्बा निवासी अमर सिंह की शिकायत पर पुलिस मौके पर पहुंची और त्रिवेणी मैदान पर रखी भारत रत्न डॉ. भीमराव आंबेडकर की मूर्ति को उठवाकर थाने ले गई थी। इस घटना को लेकर बौद्ध महासभा के जिलाध्यक्ष रघुवर प्रसाद वर्मा ने आरोप लगाया कि आंबेडकर की मूर्ति हटवाते समय क्षतिग्रस्त हो गई है। रोड जाम करने में तमाम दलितों पर मुकदमा भी पुलिस ने दर्ज किया था। महासभा ने कई दिनों तक लगातार कस्बे में बैठक कर मामले को तूल दिया और ऐलान किया था कि बुद्ध पूर्णिमा के दिन बीस हजार दलित हिंदू धर्म छोड़कर बौद्ध धर्म अपनाएंगे।

इसके लिए महासभा के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने अभियान भी छेड़ दिया था। घटना को लेकर बौद्ध महासभा के प्रदेश अध्यक्ष ने भी बड़ा आन्दोलन करने की तैयारी की थी। इसी बीच स्वास्थ्य विभाग ने धर्म परिवर्तन के मुद्दे को हवा देने में बौद्ध महासभा के जिलाध्यक्ष को नोटिस थमाया था। सुमेरपुर पीएचसी के प्रभारी डेयुप्टी सीएमओ डॉ. महेश चन्द्रा का कहना है कि बौद्ध महासभा के जिलाध्यक्ष स्वास्थ्य विभाग में नौकरी करते हैं। उन्हें इस तरह के आचरण नहीं करना चाहिए, इसीलिए इस मामले को लेकर उन्हें नोटिस दिया गया है।

इन लोगों ने दिया था समर्थन
महासभा के जिलाध्यक्ष ने बताया कि अमेरिका के न्यूयार्क में रहने वाले अनुयायी अजय जालान, डॉ. जे लाल, ब्रिटेन के लंदन में रहने वाले मिल्कीयत सिंह सहित अन्य देशों में बसे प्रवासी भारतीयों ने धर्म के परिवर्तन के ऐलान का समर्थन देने का वादा किया है। इसके अलावा बौद्ध महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष बाबा साहेब की बहु मीराताई व पौत्र राजरतन ने भी यहां महासभा के आन्दोलन में शामिल होने की सहमति दी है। बताया कि आन्दोलन की तैयारी के बीच अब नया मोड़ आ गया है। महासभा की डिमांड दोनों पक्षों के बीच हुई बैठक में पूरी होने के बाद अब यह मामला निपट गया है।

जमीन मालिक ने आंबेडकर की मूर्ति के लिए दान कर दी भूमि
पिछले पांच दिनों से चल रहे आंबेडकर मूर्ति रखने के मामले का अब पटाक्षेप हो गया है। सुमेरपुर के थानेदार दुर्ग विजय सिंह ने बताया कि दोनों पक्षों के आमने-सामने बैठक कराकर समझौता के लिए तैयार किया गया है। बैठक में गिले-शिकवे दूर कराने के बाद स्टांप पेपर पर लिखित समझौता कराया गया है। बताया कि आंबेडकर की प्रतिमा स्थापित कराए जाने के लिए गाटा संख्या 1804 और 1806 के जुज भाग में 27 गुणा 72 फीट कुल 1944 वर्ग फीट जमीन अमर सिंह ने दान कर दी है।

समझौते पर इनके हुए हस्ताक्षर
समझौते में अमर सिंह के साथ बौद्ध महासभा के जिलाध्यक्ष रघुवर प्रसाद वर्मा, रवीन्द्र कुमार भारतवंशी, सागर सम्राट, रघुनात वर्मा, बैजनाथ वर्मा, सीताराम, आदित्य, महेश्वरीदीन, बसपा जिलाध्यक्ष राघवेन्द्र अहिरवार आदि के हस्ताक्षर हैं। आज (मंगलवार) यहां जमीन की रजिस्ट्री भी हो गई है। बौद्ध महासभा के जिलाध्यक्ष ने बताया कि बाबा साहेब की मूर्ति की स्थापना के लिए जमीन के विवाद का पटाक्षेप होने के बाद महासभा ने अपने धर्म परिवर्तन के मामले को स्थगित कर दिया है। बताया कि अब किसी तरह का धर्म परिवर्तन नहीं किया जाएगा।



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