Gurugram News: अंडरपास बनाया, यू टर्न भी बंद, फिर भी सरहौल बॉर्डर जाम नहीं होता खत्म

128
Gurugram News: अंडरपास बनाया, यू टर्न भी बंद, फिर भी सरहौल बॉर्डर जाम नहीं होता खत्म

Gurugram News: अंडरपास बनाया, यू टर्न भी बंद, फिर भी सरहौल बॉर्डर जाम नहीं होता खत्म

गुरुग्राम: सरहौल बॉर्डर का जाम खत्म करने के लिए यहां 100 करोड़ रुपये से ज्यादा की धनराशि खर्च करके अंडरपास बनाया। शंकर चौक के 2 यू टर्न भी बंद किए। एयरपोर्ट और द्वारका के लिए अलग से लेन भी बनाई गई। यानी जाम कम करने के लिए तमाम उपाय किए गए, इसके बावजूद बॉर्डर पर जाम कम होने की बजाय व्यस्त समय में यह समस्या और ज्यादा बढ़ गई है। कई बार घंटों जाम भी लगने लगा है। जिससे वाहन चालकों को बेहद दिक्कत हो रही है।

हाल ही में दो बार सरहौल बॉर्डर पर महाजाम वाहनों चालकों को झेलना पड़ा था और हजारों की संख्या में वाहन फंस गए थे। जो इस जाम के कारण साइबर सिटी, उद्योग विहार, कापसहेड़ा बॉर्डर और पुराना दिल्ली रोड तक के इलाके जाम की चपेट में आ गए थे। महाजाम को खुलवाने में पुलिस को भी काफी मशक्कत करनी पड़ी थी। एक्सपर्टस का कहना है कि गुड़गांव साइड में हाईवे काफी खुला है और एक साइड में 16 लाइन है। जबकि दिल्ली में प्रवेश करते हुए चार लाइन हो जाती है। इसी वजह से दिल्ली से जाम लगना शुरू हो जाता है। जो गुड़गांव को भी अपनी चपेट में ले लेता है।

फैक्ट फाइल

-सरहौल बॉर्डर से रोजाना करीब 5 लाख वाहन निकलते हैं।

-इसमें से 70 फीसदी वाहन पीक ऑवर्स यानी सुबह आठ बजे से 11 बजे और शाम को छह बजे से 10 बजे के बीच निकलते हैं।

– बॉर्डर पर दोनों साइड 32 लेन है, दिल्ली की तरफ जाते ही केवल चार रह जाती हैं।

ये उपाय भी किए

-उद्योग विहार में रेडिसन होटल के पास से एक्सप्रेस वे पर इंट्री खोली।

-द्वारका और एयरपोर्ट टर्मिनल थ्री के लिए अलग से सर्विस लेन बनाई।

-उद्योग विहार से राजीव चौक साइड के यू टर्न बंद किए।

-सरहौल बॉर्डर से जयपुर और दिल्ली की तरफ के दोनों यू टर्न बंद किए।

-एक्सप्रेस वे की चार लाइनों से एमसीडी टोल बूथ हटवाया गया।

-ब्रेक डाउन वाहनों को हटाने के लिए दो क्रेन के साथ ट्रैफिक पुलिस की टीम।

ये है जाम की बड़ी वजह

-शंकर चौक के कट बंद किए जाने से सारा ट्रैफिक सरहौल पहुंच रहा है।

-इफको और राजीव चौक पर जाम कम होने से बॉर्डर पहुंचने में कम समय लगता है।

-शाम को सभी कंपनियों की एक साथ छुट्टी होने से वाहनों का दबाव बढ़ जाता है।

-एयरपोर्ट टी थ्री के लिए लेफ्ट टर्न की सिंगल लेन से एक्सप्रेसवे पर लाइन लग जाती है।

-बॉर्डर पार करते ही दिल्ली पुलिस की नाकाबंदी से जाम गुड़गांव तक पहुंच जाता है।

-दिल्ली एमसीडी टोल की वजह से भारी वाहनों की लाइन लग जाती है।

ये उपाय और चाहिए

-एयरपोर्ट टर्मिनल थ्री के लिए सरहौल बॉर्डर से ही अलग से लेन हों।

-द्वारका के लिए एक लेन नाकाफी है, दिल्ली साइड दूसरी लाइन खोली जाए।

-एक्सप्रेसवे के मैन कैरिजवे पर दिल्ली पुलिस का कोई नाका नहीं होना चाहिए।

-निर्माणाधीन द्वारका एक्सप्रेस के लिए लेफ्ट इंटरचेंज पर फ्लाईओवर हों।

-धौलाकुआं की तरफ जाने वाले वाहनों की राइड साइड की लेन रिजर्व हों।

-एयरपोर्ट टी थ्री के लिए साइन बोर्ड बढ़ाने चाहिए।

एक्सपर्ट व्यू
गुड़गांव रोड सेफ्टी ऑर्गेनाइजेशन के सदस्य अरविंद सिंगला का कहना है कि सरहौल बॉर्डर सबसे महत्वपूर्ण प्वाइंट है और रोजाना करीब पांच लाख वाहन यहां से निकलते हैं। जैसे ही ट्रैफिक बॉर्डर क्रॉस करता है तो द्वारका और फिर एयरपोर्ट टर्मिनल थ्री की तरफ लेफ्ट टर्न लेने वाले वाहनों की स्पीड धीमी हो जाती है। वहां लेफ्ट टर्न के लिए दोनों जगह एक एक लेन ही है। जबकि वाहनों की संख्या ज्यादा होती है। ऐसे में स्लो ट्रैफिक बॉर्डर को क्रॉस करके गुड़गांव तक पहुंच जाता है, जिससे जाम की स्थिति बन जाती है। ट्रैफिक मैनेजमेंट में सुधार दिल्ली की तरफ होना जरूरी है।

पंजाब की और खबर देखने के लिए यहाँ क्लिक करे – Punjab News