Ghaziabad Nikay Chunav: मतदान प्रतिशत की दौड़ में शहर फेल ग्रामीण इलाके पास, एक नजर में देखिए सभी निकायों का हाल h3>
गाजियाबाद/मोदीनगर: जिले में नगर निगम समेत 9 नगर निकाय के लिए गुरुवार को चुनाव संपन्न हो गया। हालांकि वोटिंग प्रतिशत (Ghaziabad Nagar Nikay Chunav 2023) कम रहा। सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक करीब 45.52 फीसदी मतदान हुआ। इसमें सबसे कम 41.43 फीसदी मतदान नगर निगम क्षेत्र में, जबकि सबसे अधिक मतदान पतला में 73.10 फीसदी रहा। डीएम और ज़िला निर्वाचन अधिकारी राकेश कुमार सिंह का कहना है कि मतदान के आंकड़ों में कुछ फेरबदल संभव है, लेकिन इस बार का मतदान प्रतिशत पिछले निकाय चुनाव से कम रहा। पिछली बार वोटिंग पर्सेंटेज 46.18 रहा था। वोटिंग पर्सेंटेज गिरने के पीछे लोग प्रशासनिक लापरवाही और उदासीनता को वजह बता रहे हैं।
कहीं दिखा उत्साह, तो कहीं फिसड्डी
गाजियाबाद नगर निगम, चार नगर पालिका लोनी, मुरादनगर, मोदीनगर, खोड़ा-मकनपुर समेत चार नगर पंचायतों पतला, निवाड़ी, डासना और फरीदनगर में कुल 25,83,546 मतदाता थे, लेकिन 11,75,989 मतदाताओं ने ही अपने मताधिकार का उपयोग किया। इनमें गाजियाबाद नगर में कुल 15,42126 मतदाताओं में से 6,38,903 मतदाता ही वोटिंग के लिए निकले। पतला नगर पंचायत में कुल 8361 मतदाताओं में से 6112 ने वोट डाला। गुरुवार सुबह 7 बजे से मतदान शुरू हुआ, लेकिन शुरुआत में बहुत कम लोग वोट डालने पहुंचे। पहले दो घंटे में मात्र 20.23 वोटिंग हुई। दोपहर 1 बजे तक यह आंकड़ा 32.84 फीसदी तक पहुंच गया। वहीं तीन बजे तक यह 34.69 फीसदी, शाम 5 बजे तक 41.92 और शाम 6 बजे तक 45.52 फीसदी तक पहुंच गया।
गड़बड़ी भी खूब हुई
इस बार वोटिंग के दौरान फर्जीवाड़े के कई मामले सामने आए। लोनी में फर्ज़ी आधार कार्ड बनाकर वोटिंग करने के मामले में पुलिस ने कई लोगों को गिरफ्तार किया। वहीं, मोदीनगर में एक प्रत्याशी के साथ मिलकर शराब वितरण के आरोप में तीन पुलिसकर्मियों को हिरासत में लिया गया। गलत तरीके से वोट डालने में अलग-अलग इलाकों में कई और लोग पकड़े गए।
वोटिंग प्रतिशत कम होने के पीछे की वजह
1. वोटर लिस्ट में गड़बड़ी
इस बार वोटिंग प्रतिशत कम रहने के पीछे सबसे बड़ी वजह वोटर लिस्ट में गड़बड़ी ही बताई जा रही है। गुरुवार को वोटिंग के दौरान हजारों लोग ऐसे थे जिनका नाम अचानक लिस्ट से गायब था। ऐसे लोग वोट नहीं डाल सके। मुंबई में पढ़ने वाली मानसिक नगर निकाय चुनाव में वोट डालने के लिए खास तौर पर यहां आईं थीं। जब वह मतदान केंद्र पर पहुंची तो वहां उनके नाम की जगह किसी युवक का नाम था। इस वजह से वह वोट नहीं डाल सकीं। ऐसी दिक्कत हजारों लोगों के साथ हुई।
2. ईवीएम में गड़बड़ी
कम मतदान के पीछे एक यह भी कारण रहा। गाजियाबाद में नगर निगम और लोनी नगर पालिका में ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) से मतदान हुआ, जबकि सात अन्य निकायों में वोटिंग बैलेट पेपर से हुआ। निगम क्षेत्र और लोनी में बड़ी संख्या में मतदान केंद्रों पर ईवीएम खराब होने की शिकायतें मिलती रहीं। नेहरू नगर स्थित सरस्वती मंदिर और राजनगर स्थित डीडीपीएस में भी ईवीएम न चलने पर हंगामा हुआ। इसके बाद अन्य क्षेत्रों से भी मशीनें खराब होने की शिकायतें मिलती रहीं। इससे कई लोग बिना वोट डाले लौट गए।
3. प्रशासनिक उदासीनता
कुछ लोगों ने बताया कि कम वोटिंग के पीछे प्रशासनिक उदासीनता भी जिम्मेदार है। लोगों का कहना है कि ज़िला प्रशासन ने इस बार चुनाव में वोटिंग को लेकर कहीं कोई बड़ा अभियान नहीं चलाया। प्रचार और प्रसार पर भी ध्यान नहीं दिया गया।
3. अधिक गर्मी और अन्य वजह
वोटिंग कम होने का कारण मौसम भी रहा। गुरुवार को भीषण गर्मी की वजह से भी कई लोग घर से वोट डालने नहीं निकले। वहीं दूसरी तरफ हाई राइज सोसाइटी के कई वोटर्स ने चुनाव का बहिष्कार किया। क्रॉसिंग रिपब्लिक में बड़ी संख्या में वोटर्स ने मतदान का बहिष्कार किया।
इस बार और पिछले चुनाव में कहां कितनी वोटिंग
निकाय 2017 2023
नगर निगम-गाजियाबाद 41.74-41.43
नगर पालिका परिषद्-खोड़ा-मकनपुर 50.68-44 .00
नगर पालिका परिषद्-मुरादनगर 65.19-66 .35
नगर पालिका परिषद्-मोदी नगर 59.39 -55 .00
नगर पालिका परिषद्-लोनी 49.22 -47 .16
नगर पंचायत-डासना 64.58-66 .80
नगर पंचायत-निवाडी 74.96-72 .34
नगर पंचायत-पतला 75.33-73 .10
नगर पंचायत-फरीदनगर 72.96-72.19
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कहीं दिखा उत्साह, तो कहीं फिसड्डी
गाजियाबाद नगर निगम, चार नगर पालिका लोनी, मुरादनगर, मोदीनगर, खोड़ा-मकनपुर समेत चार नगर पंचायतों पतला, निवाड़ी, डासना और फरीदनगर में कुल 25,83,546 मतदाता थे, लेकिन 11,75,989 मतदाताओं ने ही अपने मताधिकार का उपयोग किया। इनमें गाजियाबाद नगर में कुल 15,42126 मतदाताओं में से 6,38,903 मतदाता ही वोटिंग के लिए निकले। पतला नगर पंचायत में कुल 8361 मतदाताओं में से 6112 ने वोट डाला। गुरुवार सुबह 7 बजे से मतदान शुरू हुआ, लेकिन शुरुआत में बहुत कम लोग वोट डालने पहुंचे। पहले दो घंटे में मात्र 20.23 वोटिंग हुई। दोपहर 1 बजे तक यह आंकड़ा 32.84 फीसदी तक पहुंच गया। वहीं तीन बजे तक यह 34.69 फीसदी, शाम 5 बजे तक 41.92 और शाम 6 बजे तक 45.52 फीसदी तक पहुंच गया।
गड़बड़ी भी खूब हुई
इस बार वोटिंग के दौरान फर्जीवाड़े के कई मामले सामने आए। लोनी में फर्ज़ी आधार कार्ड बनाकर वोटिंग करने के मामले में पुलिस ने कई लोगों को गिरफ्तार किया। वहीं, मोदीनगर में एक प्रत्याशी के साथ मिलकर शराब वितरण के आरोप में तीन पुलिसकर्मियों को हिरासत में लिया गया। गलत तरीके से वोट डालने में अलग-अलग इलाकों में कई और लोग पकड़े गए।
वोटिंग प्रतिशत कम होने के पीछे की वजह
1. वोटर लिस्ट में गड़बड़ी
इस बार वोटिंग प्रतिशत कम रहने के पीछे सबसे बड़ी वजह वोटर लिस्ट में गड़बड़ी ही बताई जा रही है। गुरुवार को वोटिंग के दौरान हजारों लोग ऐसे थे जिनका नाम अचानक लिस्ट से गायब था। ऐसे लोग वोट नहीं डाल सके। मुंबई में पढ़ने वाली मानसिक नगर निकाय चुनाव में वोट डालने के लिए खास तौर पर यहां आईं थीं। जब वह मतदान केंद्र पर पहुंची तो वहां उनके नाम की जगह किसी युवक का नाम था। इस वजह से वह वोट नहीं डाल सकीं। ऐसी दिक्कत हजारों लोगों के साथ हुई।
2. ईवीएम में गड़बड़ी
कम मतदान के पीछे एक यह भी कारण रहा। गाजियाबाद में नगर निगम और लोनी नगर पालिका में ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) से मतदान हुआ, जबकि सात अन्य निकायों में वोटिंग बैलेट पेपर से हुआ। निगम क्षेत्र और लोनी में बड़ी संख्या में मतदान केंद्रों पर ईवीएम खराब होने की शिकायतें मिलती रहीं। नेहरू नगर स्थित सरस्वती मंदिर और राजनगर स्थित डीडीपीएस में भी ईवीएम न चलने पर हंगामा हुआ। इसके बाद अन्य क्षेत्रों से भी मशीनें खराब होने की शिकायतें मिलती रहीं। इससे कई लोग बिना वोट डाले लौट गए।
3. प्रशासनिक उदासीनता
कुछ लोगों ने बताया कि कम वोटिंग के पीछे प्रशासनिक उदासीनता भी जिम्मेदार है। लोगों का कहना है कि ज़िला प्रशासन ने इस बार चुनाव में वोटिंग को लेकर कहीं कोई बड़ा अभियान नहीं चलाया। प्रचार और प्रसार पर भी ध्यान नहीं दिया गया।
3. अधिक गर्मी और अन्य वजह
वोटिंग कम होने का कारण मौसम भी रहा। गुरुवार को भीषण गर्मी की वजह से भी कई लोग घर से वोट डालने नहीं निकले। वहीं दूसरी तरफ हाई राइज सोसाइटी के कई वोटर्स ने चुनाव का बहिष्कार किया। क्रॉसिंग रिपब्लिक में बड़ी संख्या में वोटर्स ने मतदान का बहिष्कार किया।
इस बार और पिछले चुनाव में कहां कितनी वोटिंग
निकाय 2017 2023
नगर निगम-गाजियाबाद 41.74-41.43
नगर पालिका परिषद्-खोड़ा-मकनपुर 50.68-44 .00
नगर पालिका परिषद्-मुरादनगर 65.19-66 .35
नगर पालिका परिषद्-मोदी नगर 59.39 -55 .00
नगर पालिका परिषद्-लोनी 49.22 -47 .16
नगर पंचायत-डासना 64.58-66 .80
नगर पंचायत-निवाडी 74.96-72 .34
नगर पंचायत-पतला 75.33-73 .10
नगर पंचायत-फरीदनगर 72.96-72.19