Ghaziabad News: गाजियाबाद में लगातार बढ़ रहा कोरोना का ग्राफ, पिछले 24 घंटे में सामने आए 28 नए मामले

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Ghaziabad News: गाजियाबाद में लगातार बढ़ रहा कोरोना का ग्राफ, पिछले 24 घंटे में सामने आए 28 नए मामले

गाजियाबाद : जिले में एक बार फिर से कोरोना संक्रमण का प्रसार बढ़ने लगा है। आंकड़ों के मुताबिक करीब एक महीने के बाद पिछले 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 28 नए मामले सामने आए हैं। फिलहाल जिले में कोरोना के सक्रिय मरीजों की संख्या 100 के पार पहुंचकर 102 हो गई है। इनमें 25 बच्चे भी शामिल हैं। इन सभी मरीजों का उपचार होम आइसोलेशन में चल रहा है। जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ. आरके गुप्ता कहते हैं कि संक्रमण के मामलों में वृद्धि हो रही है। इतनी वृद्धि करीब 2 महीने बाद देखी गई है। फिलहाल संक्रमित मरीजों में किसी में भी गंभीर लक्षण नहीं दिख रहे हैं। आरके गुप्ता ने कहा वैक्सीन ना लगी होने के कारण 12 वर्ष से कम आयु के बच्चों के प्रति सावधान रहने की जरूरत है।

संक्रमण के बढ़ते ग्राफ को देखें तो अकेले जून के 11 दिनों में फिलहाल 145 लोग संक्रमण की चपेट में आए हैं। मई के अंतिम सप्ताह और जून के पहले सप्ताह के दौरान कोरोना संक्रमण में उतार-चढ़ाव जारी है। हालांकि पिछले 15 दिनों में प्रतिदिन 6 से 19 नए मरीज मिले हैं। शनिवार को यह संख्या 28 पर पहुंच गई, जो पिछले लगभग एक महीने में सबसे अधिक है। इससे पहले 15 मई को 27 नए मरीजों की पुष्टि हुई थी। इसके बाद से नए संक्रमितों के ग्राफ में लगातार उतार-चढ़ाव देखने को मिला लेकिन कुल मरीजों की संख्या 19 से अधिक नहीं हुई।

बच्चों के प्रति रहें सावधान
जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ. आरके गुप्ता का कहना है कि राहत की बात यह है कि संक्रमण बढ़ रहा है, लेकिन उसकी रफ्तार और गंभीरता अभी कम है। किसी भी नए मरीज को अस्पताल में भर्ती कराने की जरूरत नहीं पड़ रही है। जिले में शासन की गाइडलाइंस के अनुसार सभी आयु वर्ग के बच्चों और बड़ों के कोविड वैक्सीन की 67 लाख से ज्यादा डोज लगाई जा चुकी हैं। केवल 12 वर्ष से कम आयु के बच्चे कोविड वैक्सीन से वंचित हैं, इसलिए उनके प्रति अभिभावकों को सावधानी बरतने की जरूरत है।

बच्चों को संक्रमण से बचाने के उपाय
सर्विलांस अधिकारी के अनुसार जिनके घर में 12 वर्ष से कम आयु के बच्चे हैं, उन्हें बाहर से घर आने के बाद कपड़े बदलकर और हाथ, मुंह, पैर अच्छे से धोकर ही बच्चों से मिलना चाहिए। इसके साथ ही इस आयु वर्ग के बच्चों को घर के बाहर खेलने जाने के दौरान मास्क का प्रयोग करवाना चाहिए। यदि किसी बच्चे में कोविड के हल्के से भी लक्षण नजर आएं तो तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए और कोविड टेस्ट जरूर कराएं।

शत् प्रतिशत हुआ वैक्सीनेशन

जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. नीरज अग्रवाल बताते हैं कि जिले में शत् प्रतिशत कोविड टीकाकरण हो चुका है। 12 साल के बच्चों से लेकर 60 वर्ष और उससे अधिक आयु वाले बुजुर्गों को कोरोना की 67 लाख से ज्यादा डोज लगाई जा चुकी हैं। सभी आयु वर्ग में लक्षित आबादी को वैक्सीन की दोनों डोज लगाई जा चुकी हैं और डेढ़ लाख से ज्यादा लोगों को बूस्टर डोज भी लगाई जा चुकी है। ऐसे में कोरोना संक्रमण के गंभीर लक्षण सामने आने की आशंका बेहद कम है।

अस्पतालों में लगातार निगरानी
कोविड मरीजों को अस्पतालों में भर्ती करवाने की जिम्मेदारी देख रहे एसीएमओ डॉ. सुनील त्यागी के अनुसार वैक्सीन नहीं लगने के कारण 12 साल से कम उम्र के बच्चों को लेकर स्वास्थ्य विभाग गंभीर है। तैयारियों की समीक्षा लगातार की जा रही है। जिले में 2 अस्पतालों में बच्चों के लिए 20-20 बेड के स्पेशल वॉर्ड रिजर्व किए गए हैं। इसके अलावा सभी सीएचसी पर भी बच्चों के लिए बेड रिजर्व हैं। हर सप्ताह उनका निरीक्षण भी किया जाता है। शासन के निर्देश पर अब तक जिले में 8 बार मंडल और प्रदेश स्तर के अधिकारियों की मौजूदगी में मॉकड्रिल भी की जा चुकी है। जिसमें संक्रमित बच्चे को ऐम्बुलेंस से अस्पताल तक लाने और उसे तुरंत उपचार दिए जाने का कार्य किया गया था।

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