Ghaziabad Crime: हत्या और लूट में इंदिरापुरम आगे, 50% तक बढ़े रेप केस, विजय नगर में सबसे ज्‍यादा

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Ghaziabad Crime: हत्या और लूट में इंदिरापुरम आगे, 50% तक बढ़े रेप केस, विजय नगर में सबसे ज्‍यादा

Ghaziabad Crime: हत्या और लूट में इंदिरापुरम आगे, 50% तक बढ़े रेप केस, विजय नगर में सबसे ज्‍यादा

गाजियाबाद: यूपी का गेट कहे जाने वाले गाजियाबाद में इस साल क्राइम का ग्राफ काफी ऊपर है। पिछले कुछ वर्षों में अपराध नियंत्रण का जो दावा किया गया था, आंकड़े उसे गलत बता रहे हैं। हालांकि शहरी क्षेत्रों की अपेक्षा देहात में इस बार हालात ठीक रहे। इस साल 15 नवंबर तक 12,677 केस दर्ज किए गए। इनमें से 67 पर्सेंट केस शहरी थानों में दर्ज हुए हैं। सिर्फ 33 पर्सेंट मामले देहात के थानों के हैं। पॉश इलाकों वाले थानों में क्राइम रेट काफी ज्यादा है।

पिछले साल 68 केस हत्या के दर्ज हुए थे। इस साल नवंबर तक यह आंकड़ा 82 तक पहुंच चुका है। इंदिरापुरम और देहात से मुरादनगर थाना एरिया में सबसे ज्यादा हत्याएं हुईं। सिहानी गेट थाना एरिया इस मामले में बेहतर रहा। वहां एक भी केस हत्या का दर्ज नहीं हुआ। महिला सुरक्षा पुलिस के लिए सबसे महत्वपूर्ण मुद्दा रहा है। गाजियाबाद के 21 थानों में विजय नगर में इसकी स्थिति सबसे खराब रही। यहां अब तक 15 केस रेप के दर्ज हुए हैं। दूसरे नंबर पर साहिबाबाद थाना है, जहां 12 मामले दर्ज हुए। लिंक रोड, मधुबन बापूधाम और भोजपुर थाने में इस साल रेप की कोई रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई। पिछले साल की तुलना में रेप केस 52 पर्सेंट तक बढ़े हैं।

स्नैचिंग और गनपॉइंट पर लूट भी बड़ा मसला
राह चलते लोगों से गनपॉइंट पर लूट के मामले में इंदिरापुरम थाना पहले स्थान पर है। स्नैचिंग के मामले में इंदिरापुरम की स्थिति बहुत बेहतर नहीं है। यहां इस साल गनपॉइंट पर 11 लूट की वारदात हुईं। कविनगर इस मामले में 9 घटनाओं के बाद दूसरे स्थान पर है। जिले में 2021 की तुलना में इस साल लूट के मामले भी बढ़े हैं। पिछले साल लूट की 67 घटनाएं हुई थीं, इस साल अब तक 69 केस सामने आ चुके हैं। घरों में चोरी के मामले में साहिबाबाद थाना सबसे आगे हैं। यहां 34 मामले दर्ज किए गए। दूसरे स्थान पर पॉश इलाके में शामिल कविनगर है। यहां 25 केस दर्ज किए गए। पिछले साल 206 केस चोरी के दर्ज हुए थे। इस साल अब तक 198 मामले आ चुके हैं।

जहां रहते हैं अफसर, वहीं चोरी हो रहे सबसे ज्यादा वाहन
गाजियाबाद में वाहन चोरी ऐसा क्राइम है, जिसकी हर दिन कई घटनाएं सामने आती हैं। इस मामले में जिले का वह थाना सबसे आगे है, जहां डीएम, एसएसपी समेत कई अधिकारियों के ऑफिस के साथ आवास भी हैं। कविनगर थाने में इस साल लगभग हर दिन एक वाहन चोरी हुआ है। यहां वाहन चोरी के 350 मामले दर्ज किए गए हैं। 269 मामलों के साथ साहिबाबाद थाने की स्थिति बहुत बेहतर नहीं है। भोजपुर थाना एक ऐसा थाना है, जहां वाहन चोरी के मामले में एक अंक की संख्या में हैं। यहां इस साल सिर्फ 7 चोरी की घटनाएं हुई है। पिछले साल 2543 वाहन चोरी हुए थे, इस बार अब तक 2254 वाहन चोरी हो चुके हैं।

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