Ghaziabad: क्या आपका बच्चा भी खेलता है Online Games…ये नए मामले आपको कर देंगे हैरान, जानिए कैसे फंसते हैं मासूम

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Ghaziabad: क्या आपका बच्चा भी खेलता है Online Games…ये नए मामले आपको कर देंगे हैरान, जानिए कैसे फंसते हैं मासूम

Ghaziabad: क्या आपका बच्चा भी खेलता है Online Games…ये नए मामले आपको कर देंगे हैरान, जानिए कैसे फंसते हैं मासूम

गाजियाबाद: कविनगर थाना एरिया (Ghaziabad News) के 12वीं में पढ़ने वाले किशोर के धर्म परिवर्तन के प्रयास के मामले में ऑनलाइन गेम्स (Online Games) अहम कड़ी बने। ऑनलाइन गेम खेलने के दौरान किशोर की चैटिंग मुंबई के बद्दो नाम के शख्स से हुई। उसने ही गेम में लेवल अपग्रेड करने के लिए जुलाई 2021 में मकसूद शाहनवाज नाम के बैंक खाते में 21 हजार रुपये डालने को कहा था। किशोर ने रुपये डाल दिए तो गेमिंग प्लैटफॉर्म पर हो रही चैटिंग से मोबाइल नंबर एक्सचेंज किए गए। उसके बाद बातचीत मोबाइल से होने लगी। जांच टीम का कहना है कि किशोर रोज काफी देर मोबाइल पर बात करता था। उसी दौरान बदमाशों ने उसका ब्रेन वॉश करने के लिए 4 अन्य नंबरों से भी दूसरे धर्म से जुड़े विडियो शेयर किए।दावा है कि ऑनलाइन एक वर्कशॉप भी कराई गई। शुरुआत में किशोर ने गेम में लेवल अपग्रेड होने की लालच में बातचीत की। बाद में वह उनकी बातों में आकर दूसरे धर्मस्थल में जाना शुरू कर दिया। बद्दो की तलाश में एक टीम मुंबई भी गई है। किशोर के पिता ने पिछले दिनों पुलिस को सूचना दी थी। उन्हें शक था कि उनके बेटे को देश विरोधी गतिविधियों में फंसाया जा रहा है। पुलिस ने आरोप की जांच की तो धर्मांतरण के इस रैकेट का खुलासा हुआ।

कविनगर पुलिस की अब तक की जांच में पता चला कि किशोर एक ऑनलाइन गेमिंग प्लैटफॉर्म से जुड़ा था। वहां कई तरह के गेम्स हैं, जिसमें प्लेयर्स के बीच चैटिंग का भी ऑप्शन मिलता है। उसी प्लैटफॉर्म पर किशोर की बद्दो से बातचीत शुरू हुई। किशोर गेम में इतना डूब चुका था कि उसे लेवल अपग्रेड करने का चस्का लगा। बद्दो ने उसे मकसूद शाहनवाज नाम के व्यक्ति के खाते में 21 हजार रुपये डालने को कहा। गेम का लेवल अपग्रेड हुआ तो बद्दो से किशोर ने मोबाइल नंबर शेयर किया और दोनों से दिन में कई घंटे तक बातचीत होने लगी। जांच टीम के सूत्रों के अनुसार, धर्म परिवर्तन के लिए प्रेरित करने वाला, जिस अकाउंट में पैसे डाले गए और बद्दो एक ही व्यक्ति है।

हालांकि सिर्फ बद्दो के मोबाइल से ही किशोर को धार्मिक कट्टरता के विडियो नहीं भेजे गए, 4 और नंबर मिले हैं, जिनसे विडियो शेयर किए गए थे। दूसरे धर्म के बारे में किशोर को और जानकारी देने के लिए ऑनलाइन वर्कशॉप भी कराई गई। इसके बाद से ही उसने संजय नगर के धार्मिक स्थल में आना-जाना शुरू किया। धार्मिक स्थल में जाने के बाद उसका अपडेट मुंबई में बैठे लोगों के मोबाइल पर भेजता था। किशोर के एक दोस्त की मां का कोविड में देहांत हो गया था। वह परेशान था तो किशोर ने उसे भी अपने साथ जोड़ लिया था। हालांकि कुछ दिनों बाद उस लड़के ने दूसरे धार्मिक स्थल में जाना बंद कर दिया था।

लेवल अपग्रेड के चक्कर में फंसते हैं बच्चे

गाजियाबाद पहुंची ATS की टीम ने किशोर के मोबाइल और लैपटॉप की जांच शुरू की है। अब तक दोनों गैजेट्स में दूसरे धर्म से जुड़ी किताबें और कई विडियो मिले हैं। ATS ने इस मामले में शुक्रवार को करीब 5 घंटे तक विभिन्न लोगों से पूछताछ की। जांच टीम के सूत्र ने बताया कि ऑनलाइन गेम्स धर्म परिवर्तन के लिए उकसाने या ठगी में इस्तेमाल किए जाते हैं। इनके टारगेट पर अमूमन 12 से 16 साल तक के बच्चे होते हैं। शुरुआत में इन्हें गेम की लत में फंसाया जाता है। बाद में जब बच्चा उसमें पूरी तरह से डूब जाता है तो गेम का लेवल कठिन कर दिया जाता है। उसे पार करने का बच्चा शॉर्टकट तरीका ढूंढने लगता है। कई बार रुपये लेकर गेम का लेवल अपग्रेड किया जाता है। कुछ मामलों में छोटे-मोटे क्राइम कराने के बाद लेवल अपग्रेड किया जाता है। धर्म परिवर्तन वाला मामला पहली बार पुलिस के सामने आया है।

इन बातों का रखें ध्यान

बच्चों को मोबाइल, कंप्यूटर या लैपटॉप दे रहे तो नजर रखें।
स्क्रिन टाइम का हमेशा ध्यान रखें। हमेशा नजरों के सामने ही गैजेट इस्तेमाल करने दें।
ऑनलाइन गेम खेलने से रोकें। ऐसे गेम्स और वेबसाइट को ब्लॉक करने के लिए गैजेट में ऐप जरूर रखें।
बच्चे के सामने बैंक खाते के बैलेंस, क्रेडिट कार्ड आदि की बात न करें। उनकी पहुंच से दूर ऐसी चीजें रखें।
मोबाइल या लैपटॉप लेने पर बच्चा झगड़ने लगे या खुद को नुकसान पहुंचाने का प्रयास करें तो काउंसलर को दिखाएं।
मोबाइल या लैपटॉप में क्या इस्तेमाल करना ठीक है, क्या गलत इसकी जानकारी जरूर दें।
ऐसे मामलों या ठगी की खबरों को केस स्टडी के तौर पर बच्चों को बताकर जागरूक करें।
मोबाइल, लैपटॉप में खेलने की जगह आउटडोर गेम्स खेलने के लिए प्रेरित करें।
बच्चा गुमसुम है या चिड़चिड़ा हो रहा तो उससे दोस्ताना तरीके से बात करके समस्या पूछें।

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