Ghaziabad: ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेसवे पर मदद के लिए रुके, ट्रक की टक्कर से मौत
मुनीष ने बताया कि अपने भाई रूपेश के साथ ट्रक लेकर दादरी से कुंडली की तरफ जा रहे थे। कुड़ियागढ़ी के पास एक ट्रक खराब हो गया था। उसके चालक ने मदद मांगी तो उन्होंने अपनी गाड़ी रोक ली। उसके ट्रक का टायर पंक्चर हो गया था। दोनों ट्रक एक्सप्रेसवे की बिल्कुल किनारे की लेन में लगाकर जैक से पहिया निकाल रहे थे। इसी दौरान पीछे से आए ट्रक ने टक्कर मार दी। हादसे में रूपेश की मौके पर ही मौत हो गई। एक अन्य युवक अर्जुन जो मदद कर रहे थे, वे गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे के बाद ट्रक चालक गाड़ी मौके पर ही छोड़कर भाग गया। लोगों ने उस ट्रक के क्लीनर को पकड़ लिया और पुलिस को सौंप दिया। पुलिस ने गंभीर रूप से घायल अर्जुन को अस्पताल में भर्ती कराया है।
गलत लेन में आकर मारी टक्कर
केजीपी पर बाईं तरफ की पहली लेन को रिजर्व रखा जाता है। सामान्यतौर पर किसी वाहन के खराब होने या रुकने के लिए इसका इस्तेमाल होता है। जिस ट्रक का टायर पंक्चर हुआ था, वह उसी अंतिम लेन में खड़ा था। बताया जाता है कि पार्किंग की लाइट भी ऑन थी। एक्सप्रेसवे पर अंधेरा भी था। तभी उस लेन में तेज रफ्तार में आरोपी चालक ट्रक लेकर पहुंच गया। पहिया बदल रहे रूपेश और अर्जुन को उसने टक्कर मार दी। हादसा इतना तेज था कि रूपेश ने मौके पर ही दम तोड़ दिया।
इन बातों का रखें ध्यान
इमरजेंसी किट : गाड़ी लेकर एक्सप्रेसवे या हाइवे पर निकल रहे हैं तो इमरजेंसी किट जरूर रखें। किट में फर्स्ट ऐड बॉक्स जरूर हो, जिसमें फिजिशियन से पूछकर जरूरी दवाएं और अन्य सामान रख सकते हैं। खराब न होने वाला खाना, पानी, जरूरी टूल किट आदि रखें। अगर संभव हो तो एक मोटा केबल या रस्सी भी रख सकते हैं। कई बार गाड़ी खींचने की जरूरत में यह काम आ सकता है।
तुरंत किनारे की लेन में लगाएं गाड़ी : बीच रास्ते में गाड़ी खराब हो तो तुरंत बाईं तरफ की पहली लेन में गाड़ी को पार्क करें। मुख्य लेन में गाड़ी होने से हादसे के चांस बढ़ जाते हैं। बीच लेन में चलते समय लगे कि गाड़ी खराब होने वाली है तो फौरन किनारे जाने का प्रयास करें।
पार्किंग लाइट जलाकर रखें : गाड़ी खड़ी करने के बाद पार्किंग लाइट्स जलाकर रखें। इसके साथ ही तुरंत गाड़ी से निकलकर दूर खड़े हो जाएं। हादसे के बाद गाड़ी का बोनट खोलकर रखें। ऐसे में दूर से आ रहे वाहन चालकों की नजर में जल्दी आ सकते हैं।
मदद के लिए तुरंत संपर्क करें : हर कंपनी अपने ग्राहक को रोड साइड असिस्टेंट की सुविधा देती है। रोड साइड असिस्टेंट वाले नंबरों को हमेशा अपने पास नोट करके रखें। गाड़ी खराब होने पर फौरन कॉल करें। अगर कॉल न मिले तो डायल 112 पर मदद मांगे। लोकेशन पता न चल रही हो तो गूगल मैम से आइडिया लेकर बता सकते हैं।
किसी वाहन को रोके नहीं : हाइवे या एक्सप्रेसवे पर गाड़ी खराब हो जाए तो किसी वाहन को रोककर मदद न मांगे। तेज रफ्तार में जा रहे चालक का ध्यान भंग होने पर हादसा हो सकता है। एक्सप्रेसवे या हाइवे के बीच में जाकर हाथ देकर भी किसी को रोकने का प्रयास न करें।
टोल फ्री नंबर 1033 पर करें कॉल
ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे, दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे या किसी भी नैशनल हाइवे पर वाहन खराब हो जाए तो नैशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) के टोल फ्री नंबर 1033 पर कॉल कर सकते हैं। NHAI का दावा है कि कॉल करने के 30 मिनट के अंदर मदद पहुंचाई जाएगी। वाहन के खराब होने, टायर पंक्चर होने या फ्यूल खत्म होने के लिए कॉल किया जा सकता है। किसी भी हादसे की सूचना भी इस नंबर पर दिया जा सकता है।