Gautam Adani news: गौतम अडानी की कंपनी में बंपर कमाई का मौका, तीन साल में 1826% चढ़ चुका है शेयर
नई दिल्ली: अडानी ग्रुप (Adani Group) की फ्लैगशिप कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज (Adani Enterprises) एफपीओ (FPO) के जरिए 20 हजार करोड़ रुपये जुटाएगी। भारत और एशिया के सबसे बड़े रईस गौतम अडानी (Gautam Adani) की अगुवाई वाली इस कंपनी के बोर्ड ने एफपीओ लाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। शेयरहोल्डर्स से पोस्टल बैलट प्रोसेस के जरिए मंजूरी ली जाएगी। पिछले तीन साल में कंपनी के शेयरों में 1,826 फीसदी तेजी आई है। सितंबर के अंत तक इस ग्रुप में प्रमोटर्स की हिस्सेदारी 72.63 फीसदी थी। कंपनी की 15.59 फीसदी हिस्सेदारी एफआईआई (FII) के पास है। 6.46 फीसदी हिस्सेदारी पब्लिक के पास और 1.27 फीसदी हिस्सेदारी म्युचुअल फंड्स के पास है।
एफपीओ के जरिए कंपनी अपना फोलो ऑन पब्लिक ऑफर जारी करती है। इसका मतलब यह है कि जो कंपनी पहले से शेयर बाजार में लिस्टेड है, वह निवेशकों के लिए नए शेयर ऑफर करती है। ये शेयर बाजार में मौजूद शेयरों से अलग होते हैं। अमूमन ये शेयर प्रमोटर्स जारी करते हैं। यानी वे अपने हिस्से के शेयरों को बाजार में निवेशकों के लिए उतारते हैं। कंपनियां FPO का इस्तेमाल अपने इक्विटी बेस को डाइवर्सिफाई करने के लिए करती हैं। अडानी ग्रुप ने अपने विस्तार के लिए आक्रामक योजना बनाई है। एफपीओ से मिली राशि को इस पर खर्च किया जाएगा।
70 अरब डॉलर के निवेश की योजना
अडानी ग्रुप ने अगले 10 साल में रिन्यूएबल सेक्टर पर 70 अरब डॉलर के निवेश की योजना बनाई है। इसमें से करीब 20 फीसदी राशि आंतरिक संसाधनों से जुटाई जाएगी जबकि बाकी हिस्सा, एफडीआई निवेश, लोन और बॉन्ड के जरिए जुटाई जाएगी। हाल में क्रेडिटसाइट्स ने एक रिपोर्ट में दावा किया था कि अडानी ग्रुप पर 28.80 अरब डॉलर का कर्ज है। हालांकि अडानी ग्रुप ने इसे चुनौती देते हुए कहा था कि उसकी कंपनियों का कर्ज स्वीकार्य रेश्यो के अनुरूप है।
अडानी एंटरप्राइजेज के शेयरों में पिछले तीन साल में 1826 फीसदी तेजी आई है। इस साल 30 सितंबर को यह स्टॉक निफ्टी 50 इंडेक्स में शामिल हुआ था। अडानी ग्रुप की सात कंपनियां लिस्टेड हैं। इनमें अडानी एंटरप्राइजेज के अलावा अडानी ग्रीन, अडानी विल्मर, अडानी पोर्ट, अडानी पावर, अडानी टोटल गैस और अडानी ट्रांसमिशन शामिल हैं। इसके साथ ही अडानी ग्रुप ने हाल में दो सीमेंट कंपनियों को भी खरीदा था। इसका मार्केट कैप 444,982.34 करोड़ रुपये है। इसके अलावा अडानी ग्रुप मीडिया कंपनी एनडीटीवी में अतिरिक्त हिस्सेदारी खरीदने के लिए ओपन ऑफर लाया है।
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एफपीओ के जरिए कंपनी अपना फोलो ऑन पब्लिक ऑफर जारी करती है। इसका मतलब यह है कि जो कंपनी पहले से शेयर बाजार में लिस्टेड है, वह निवेशकों के लिए नए शेयर ऑफर करती है। ये शेयर बाजार में मौजूद शेयरों से अलग होते हैं। अमूमन ये शेयर प्रमोटर्स जारी करते हैं। यानी वे अपने हिस्से के शेयरों को बाजार में निवेशकों के लिए उतारते हैं। कंपनियां FPO का इस्तेमाल अपने इक्विटी बेस को डाइवर्सिफाई करने के लिए करती हैं। अडानी ग्रुप ने अपने विस्तार के लिए आक्रामक योजना बनाई है। एफपीओ से मिली राशि को इस पर खर्च किया जाएगा।
70 अरब डॉलर के निवेश की योजना
अडानी ग्रुप ने अगले 10 साल में रिन्यूएबल सेक्टर पर 70 अरब डॉलर के निवेश की योजना बनाई है। इसमें से करीब 20 फीसदी राशि आंतरिक संसाधनों से जुटाई जाएगी जबकि बाकी हिस्सा, एफडीआई निवेश, लोन और बॉन्ड के जरिए जुटाई जाएगी। हाल में क्रेडिटसाइट्स ने एक रिपोर्ट में दावा किया था कि अडानी ग्रुप पर 28.80 अरब डॉलर का कर्ज है। हालांकि अडानी ग्रुप ने इसे चुनौती देते हुए कहा था कि उसकी कंपनियों का कर्ज स्वीकार्य रेश्यो के अनुरूप है।
अडानी एंटरप्राइजेज के शेयरों में पिछले तीन साल में 1826 फीसदी तेजी आई है। इस साल 30 सितंबर को यह स्टॉक निफ्टी 50 इंडेक्स में शामिल हुआ था। अडानी ग्रुप की सात कंपनियां लिस्टेड हैं। इनमें अडानी एंटरप्राइजेज के अलावा अडानी ग्रीन, अडानी विल्मर, अडानी पोर्ट, अडानी पावर, अडानी टोटल गैस और अडानी ट्रांसमिशन शामिल हैं। इसके साथ ही अडानी ग्रुप ने हाल में दो सीमेंट कंपनियों को भी खरीदा था। इसका मार्केट कैप 444,982.34 करोड़ रुपये है। इसके अलावा अडानी ग्रुप मीडिया कंपनी एनडीटीवी में अतिरिक्त हिस्सेदारी खरीदने के लिए ओपन ऑफर लाया है।
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