Ganga Water Level : गंगा, सरयू, वरुणा सारी नदियां उफान पर, बाढ़ के डर से यूपी के कई जिलों में फैली दहशत

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Ganga Water Level : गंगा, सरयू, वरुणा सारी नदियां उफान पर, बाढ़ के डर से यूपी के कई जिलों में फैली दहशत

Ganga Water Level : गंगा, सरयू, वरुणा सारी नदियां उफान पर, बाढ़ के डर से यूपी के कई जिलों में फैली दहशत

अयोध्या/वाराणसी: वाराणसी समेत पूर्वांचल में भारी बारिश और गंगा की बाढ़ से लोग दहशत में हैं। वहींसरयू नदी का जल स्तर चेतावनी के निशान 91.73मी को क्रास करके शुक्रवार को 92.14 मी पर पहुंच गया है। जो खतरे के निशान 92.73 से मात्र 59 सेमी नीचे है। वहीं वाराणसी समेत पूर्वांचल में भारी बारिश और गंगा की बाढ़ से लोग दहशत में हैं। गंगा का जलस्‍तर लगातर तेजी से बढ़ने से वाराणसी में सभी 84 घाटों का आपसी संपर्क टूट चुका है।

केंद्रीय जल आयोग कार्यालय की सूचना के मुताबिक, शनिवार तक जल स्तर 92.18 तक पहुंचने की संभावना है। सरयू के जल स्तर बढ़ने से नदी में उफान के चलते तटीय इलाकों के गांवों में कटान तेज हो गया है। सदर व रूदौली व सोहावल तहसील के करीब एक दर्जन गांवों में सरयू नदी के उफान के चलते कटान का खतरा मंडरा रहा है। हालांकि मैदानी इलाकों में बारिश न होने के कारण सूखे की स्थिति बनी हुई है।

सदर तहसील के रामपुर पुवारी माझा के मदराही में कटान तेज हो गई हैं। गांव के फतेह बहादुर निषाद, ने बताया आधा दर्जन परिवार कटान के जल में हैं।इन लोगों का कहना है कि अभी तक कटान रोकने के लिए कोई इंतजाम नहीं हुआ है।

रामपुर पुआरी के प्रधान रमेश कुमार निषाद ने बताया कि रामपुर पुआरी के मदराही धनई का पुरवा तौलेसर का पुरवा, गिलनट सहित छह मजरे की 1800 आबादी सरयू कटान से प्रभावित होती है। जिसमें मदराही 100 परिवार कटान की जद में हैं ।जिसकी शिकायत प्रशासन से की गई है। उधर रूदौली व सोहावल तहसील के मंहगू का पुरवा हंगरी,मरऊंचा, डेमा, अहरौली कैथी व माझा गांव मे सरयू का जल स्तर लगातार बढ़ने से किसानों में दहशत है। ये गांव भी सरयू नदी के तटीय इलाकों में स्थित हैं।

वाराणसी के सभी 84 घाटों का आपसी संपर्क टूटा
वाराणसी समेत पूर्वांचल में भारी बारिश और गंगा की बाढ़ से लोग दहशत में हैं। गंगा का जलस्‍तर लगातर तेजी से बढ़ने से वाराणसी में सभी 84 घाटों का आपसी संपर्क टूट चुका है। दशाश्‍वमेध घाट की नियमित आरती और महाश्‍मशान पर शवदाह स्‍थल भी दूसरी बार बदला है। घाटों की मढ़ियां और किनारे के मंदिर बाढ़ के पानी में हैं। इसी तरह अयोध्या में सरयू के जलस्तर में बढ़ोतरी से नदी किनारे बसे गांवों के लोग दहशत में हैं।

इन जिलों में तेजी बढ़ रहा जलस्तर

फर्रुखाबाद में गंगा तट के निचले इलाकों में जलभराव शुरू हो गया है। कानपुर में भी जलस्तर में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। केंद्रीय जल आयोग के अनुसार मीरजापुर, गाजीपुर व बलिया में भी गंगा का जलस्‍तर तेजी से बढ़ रहा है। चंदौली जिले के च‍हनिया व बलुआ इलाके में भी गंगा में उफान से तटवर्ती गांवों के ग्रामीणों में दहशत व्‍याप्‍त है।

ज्यादातर जिलों में हुई बारिश

यूपी में शुक्रवार को कानपुर, लखनऊ, मऊ, फतेहपुर, हमीरपुर, आगरा, मेरठ, प्रतापगढ़, सोनभद्र, प्रयागराज, चित्रकूट, मिर्जापुर, कौशांबी, बांदा में हल्की से मध्यम और कहीं-कहीं तेज बारिश हुई है। इससे लोगों को गर्मी और उमस से राहत मिली। मौसम विभाग के मुताबिक अगले चार-पांच दिन तक प्रदेश में ऐसे ही बारिश होने का अनुमान है7

छोटी नावों के संचालन पर रोक
वाराणसी में सिंधिया घाट स्थित रत्‍नेश्‍वर महादेव का मंदिर जलमग्‍न हो गया है। तेज प्रवाह के चलते प्रशासन ने छोटी नावों के संचालन पर रोक लगा दी गई है। गुरुवार सुबह जलस्‍तर 65.24 मीटर पर पहुंच गया, जो चेतावनी बिंदु से पांच मीटर नीचे है। बढ़ाव की गति चार सेंटीमीटर प्रतिघंटे हैं। जलस्‍तर इसी रफ्तार से बढ़ता रहा तो अगले 48 घंटों में घाटों की ज्‍यादातर सीढ़ियां डूबने के बाद बाढ़ का पानी तटवर्ती शहरी इलाके की ओर रुख कर सकता है।

वरुणा में बैक फ्लो हो रहा गंगा का पानी
गंगा के पलट प्रवाह से वरुणा के जलस्‍तर में भी बढ़ाव से तलहटी के नक्‍खीघाट, अंसार घाट, बघवानाला, ऊंचवा घाट, शैलपुत्री और कोनिया इलाकों में रहने वाली बड़ी आबादी की बेचैनी बढ़ गई है। वाराणसी के ग्रामीण इलाकों में गंगा किनारे बसा ढाब क्षेत्र टापू बनने को है। गंगा में बढ़ रहे पानी पर प्रशासन की नजर है। लगातार केंद्रीय जल आयोग से रिपोर्ट ली जा रही है। जल पुलिस अलर्ट मोड में है तो संभावित बाढ़ को देखते हुए एनडीआरएफ की दो टीमें तैनात कर दी गई हैं।

इनपुट- वीएन दास

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