पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री का बयान कहा भारतीय अर्थव्यवस्था की कार के तीन चक्के पंक्चर

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रविवार 3 जून 2018 को महराष्ट्र के ठाणे में महाराष्ट्रिय इकाई की ओर से एक कार्यक्रम आयोजित किया गया |इस कार्यक्रम में पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री श्री पी चिदंबरम को कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई की ओर मुख्य अतिथि के रूप में संबोधन के लिए आमंत्रित किया गया |

भारत की अर्थव्यवस्था की कार के तीन टायर पंक्चर :चिदंबरम
कार्यक्रम में लोगों को सम्बोधित करते हुए चिदंबरम ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर सीधा निशाना साधा |पूर्व वित्त मंत्री ने केंद्र सरकार की कई नीतियों पर सवाल उठाये और सरकार से जवाब माँगा |उन्होंने नोटबंदी ,जीएसटी से लेके पेट्रोल और डीज़ल के बढ़ रहे दामों तक को लेकर सरकार को घेरा |कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने कहा है कि भारतीय अर्थव्यवस्था ऐसी कार की तरह हो गई है जिसके तीन चक्के पंक्चर है |उन्होंने बताया कि ‘‘निजी निवेश, निजी उपभोग, निर्यात और सरकारी खर्च किसी अर्थव्यवस्था के चार वृद्धि इंजन (ग्रोथ इंजन) हैं| निवेश ,उपभोग ,निर्यात और सरकारी खर्च को उन्होंने एक देश की अर्थव्यवस्था के चार टायरों के रूप में बताया | वह बोले कि यदि इनमें से एक या दो टायर पंक्चर हों जाये गाड़ी धीमी पड़ जाती है, लेकिन हमारे देश की तो तीन टायर पंक्चर हो चुकी हैं | पेट्रोलऔर डीज़ल की बढती कीमतों के ऊपर उन्होंने सरकार को आड़े हाथ लिया |

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नोटबंदी से लेकर जीएसटी तक हर कदम पर उठाये सवाल
पूर्व वित्त मंत्री ने नोटबंदी के बाद सरकार द्वारा जीएसटी में पांच स्लैब प्रस्तुत करने के लिए भी सरकार की निंदा की | उन्होंने कहा, ‘नोटबंदी के बाद इस सरकार ने जीएसटी को 5 कर स्लैब के साथ पेश किया है, जिसमें सेस है | आगे चिदंबरम बोले कि स्वास्थ्य देखभाल और कुछ सुविधाओं के रूप में केवल सरकारी व्यय चल रहा है। इस व्यय को जारी रखने के लिए सरकार ने पेट्रोल, डीजल और यहां तक कि एलपीजी पर कर जारी रखा है। यह ऐसे करों में लोगों से पैसा निचोड़ रही है और सार्वजनिक सुविधाओं पर कुछ खर्च कर रही है | वे बोले अन्य देशों में जीएसटी सिर्फ एक कर प्रणाली है लेकिन हमारे पास भारत में दो प्रकार के कराधान हो सकते हैं | सेवा कर पर बोलते हुए पूर्व वित्त मंत्री ने कच्चे तेल और एलपीजी की बढती कीमतों पर भी सरकार की इस नीति को ज़िम्मेदार ठहराया |उन्होंने कहा ,इस खर्च को बनाए रखने के लिए सरकार ने पेट्रोल, डीजल और यहां तक कि एलपीजी (रसोई गैस) पर भी कर लगाना जारी रखा है |सरकार करों के नाम पर लोगों से धन वसूली कर रही है और इनका कुछ हिस्सा ही जन सुविधाओं पर खर्च कर रही है |

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मोदी से पूछे कई तीखे सवाल
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की नीतियों पर सवाल उठाते हुए उन्होंने सरकार से पूछा कि क्या आपने हाल ही में बिजली क्षेत्र में कोई भी निवेश देखा? उदाहरण देते हुए उन्होंने बताया कि 10 प्रमुख कंपनियों दिवालियापन में चली गईं है |में से पांच स्टील कंपनियां थीं। आप ऐसे क्षेत्रों में किसी भी निवेश की उम्मीद कैसे कर सकते हैं ?

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