सेना के राजनीतिकरण के विरोध में पूर्व सेना सैन्य प्रमुखों ने राष्ट्रपति को लिखी चिट्ठी

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कुछ दिन पूर्व भारतीय जनता पार्टी के नेता और वर्तमान में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ‘योगी आदित्यनाथ’ का बयान आया था. उन्होने एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए देश की सेना को ‘मोदी जी की सेना’ बता दिया था. इसके बाद से ही विपक्षी पार्टियों ने इस मसले पर भारतीय जनता पार्टी को घेरना शुरू कर दिया था.

अब इसके विरोध में कई पूर्व सेना प्रमुखों ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को ख़त लिखकर शिकायत की है. सैन्य प्रमुखों का कहना है कि देश की सेना का बस थोड़े से राजनीतिक लाभ के लिए राजनीतिकरण करना उचित नही है. देश की सेना पूरे देश की सेना है न कि एक विशेष पार्टी की इसलिए किसी भी पार्टी को इस तरह के बयान से बचना चाहिए.

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इन पूर्व सैन्य प्रमुखों में शंकर राय चौधरी समेत लगभग 156 सेना के महत्वपूर्ण पदों पर अफसरों ने इस शिकायत में अपना नाम दिया है.

वैस भी सेना का इस्तेमाल किसी भी भाषण में या चुनावी रैली में करना उचित नही है, देश की सेना सिर्फ देश की सेना है न कि किसी भी एक विशेष पार्टी की. अब इस मसले पर राष्ट्रपति महोदय क्या निर्णय लेते हैं? क्या चुनाव आयोग इस मसले पर आगे क्या करता है ये एक महत्वपूर्ण विषय होगा.

वैसे तो योगी आदित्यनाथ से इस मसले पर चुनाव आयोग के द्वारा सफाई मांग ली गयी है लेकिन अब इन पूर्व सैन्य प्रमुखों के ख़त का क्या प्रभाव पड़ता है ये देखना महतवपूर्ण होगा.  

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