उत्तराखंड: कर्ज चुकाने के लिए एक माता-पिता ने अपने जिगर के टुकड़े को महज पचास हजार रूपये में बेच डाला. दोनों ने अपने बच्चे का सौदा दिल पर पत्थर रखकर कर तो दिया, लेकिन बच्चे की मां अपने कलेजे के टुकड़े की जुदाई एक-पल भी बर्दाश न कर पाई. दंपति ने बच्चा खरीदने वाली पूर्व सैनिक की बेटी से बच्चा वापस करने कि अपील कि. ये ही नहीं विवाद काफी अधिक होने के करण मामला थाने तक जा पहुंचा और माता-पिता, बिचौलिये समेत खरीदार को गिरफ्तार भी कर लिया गया.
पुलिस के मुताबिक, पिछले साल तीन दिसंबर को विकासनगर के कैनाल रोड क्षेत्र कि एक महिला को उसी जगह के निजी अस्पताल की एक नर्स ने दून के गढ़ी कैंट क्षेत्र निवासी और पूर्व सैनिक की बेटी से मुलाकात करवाई थी. आरोप है कि नर्स ने दोनों ही पक्षों के बीच डेढ़ साल के मासूम का सौदा महज 50 हजार रुपये में करवा डाला. आपको बता दें कि कर्ज के बोझ तले दबे दंपति ने अपने बेटे को पूर्व सैनिक की बेटी को बेच दिया. लेकिन कहते है न एक मां अपने बच्चे से ज़्यादा समय तक दूर नहीं रहा सकती कुछ ऐसे ही यहां देखने को मिला जब मां की ममता जागी तो महिला पति से बेटे को वापस लाने की बात पर अड़ गई.
इस कारण दंपति ने 50 हजार में से 20 हजार रुपये हरबर्टपुर के व्यापारी से लिए कर्ज के दे दिए. जब पति ने नर्स के माध्यम बच्चा वापस मांगा. लेकिन ऐसा न होने पर महिला ने पुलिस को तहरीर दे दी. बता दें कि इस लिखित शिकायत के बाद पुलिस शुरुआती जांच में दून के पूर्व फौजी की बेटी और बच्चे को विकासनगर चौकी ले आई. फिर दंपति को भी पुलिस चौकी लाया गया. इस पूछताछ में बिचौलिया नर्स, मां-बाप और खरीदने वाली महिला को हिरासत में ले लिया गया. पुलिस दबाव में आकर अब इस मामले की जांच-पड़ताल में जुट गई है.