महाराष्ट्र: कहते है ना कब किसकी किस्मत बदल जाएं यह किसी को नहीं पता होता है ठीक वैसे ही ऊपर वाला जब किसी पर मेहरबान होता है तो वह उसे दिल खोलकर देता है. तो ऐसा ही कुछ देखने को मिला है, महाराष्ट्र के नांदेड़ में रह रहे किसानों के साथ. यहां के हदगांव में 242 किसान परिवार रातोरात करोड़पति बन गए.
कैसे बनें रातोरात मालामाल
दरअसल, तुलजापुर से नागपुर नेशनल हाईवे हदगांव तहसील के 7 गांवों से होकर गुज़र रहा है, इस मार्ग पर 5,44,517 हेक्टेयर ज़मीन का अधिग्रहण किया गया है, जिसके बदले में किसानों को मिली रकम करोड़ों में है. आपको बता दें कि मराठवाड़ा में आने वाला हदगांव ऐसा इलाका है, जहां पर पानी की समस्या काफी लंबे वक्त से चल रहीं है, जिसके कारण फसलों को कम दाम ना मिलने से कई किसानों ने आत्महत्या जैसी चीज को अंजाम दिया है.
वहीं हदगाव के उपविभागीय अधिकारी महेश वडदकर का कहना है कि गोजेगांव, हदगांव, कवठा, अंबाला, पलसा, बरडशेवला, बामणी, चिंचगवहाण, शिबदरा, मनाठा, चोरांबा, वाकोडा, करमोडी की 69,905 हेक्टेयर ज़मीन अधिग्रहित की गई है. इसके लिए सरकार ने मुआवजे के रूप में किसानों को 79 करोड़ 157 लाख 590 रुपये की रकम दी है. पर कुछ समय पहले कुछ किसानों के आपसी झगड़े की वजह से इस मामले को प्रलंबित कर दिया गया था.
इस बारे में नांदेड़ जिले के डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट अरुण डोंगरे ने मीडिया रिपोर्ट्स में कहा कि किसानों को तीन स्लैब्स के मुताबिक अधिग्रहित जमीन के लिये पैसे दिये जा रहे हैं. जिन किसान की कम जमीन अधिग्रहित हुई है उन्हें 100 प्रतिशत तक ही रकम अदा की जाएँगी. जिन किसान की ज्यादा जमीन है उन्हें 70 प्रतिशत भुगतान हुआ है, जो जल्द पूरा कर लिया जाएगा.