F-22 Raptor: यूएई की रक्षा के लिए पहुंचे अमेरिकी F-22 रैप्टर लड़ाकू विमान, अब हूती विद्रोहियों की खैर नहीं

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F-22 Raptor: यूएई की रक्षा के लिए पहुंचे अमेरिकी F-22 रैप्टर लड़ाकू विमान, अब हूती विद्रोहियों की खैर नहीं

दुबई: संयुक्त अरब अमीरात पर हूती विद्रोहियों के बढ़ते हमलों (Houthis Attack on UAE) को देखते हुए अमेरिका (US UAE Relations) ने रक्षा का जिम्मा उठा लिया है। यही कारण है कि शनिवार को अमेरिकी वायु सेना के लॉकहीड मार्टिन एफ-22 रैप्टर (Lockheed Martin F-22 Raptor) लड़ाकू विमान यूएई के एक सैन्य अड्डे पर पहुंचे हैं। ये विमान लगातार गश्त कर हूती विद्रोहियों के हमले (Houthis Attack) से यूएई की रक्षा करेंगे। इन लड़ाकू विमानों पर ड्रोन को मार गिराने में सक्षम मिसाइलें लगी हुई हैं। एफ-22 रैप्टर (F-22 Raptor) पांचवी पीढ़ी का लड़ाकू विमान है। एफ-22 की अहमियत (F-22 Raptor Price) का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि अमेरिका ने इस लड़ाकू विमान को किसी भी देश को नहीं बेचा है। इस विमान में लगे रडार होर्मुज जलडमरूमध्य के आसपास उड़ान भरकर ईरानी हवाई क्षेत्र की जासूसी भी कर सके हैं।

यूएई पर लगातार हमला कर रहे हूती विद्रोही
हाल के दिनों में ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों ने यूएई पर कई हमले किए हैं। इसमें अबू धाबी में पेट्रोलियम डिपो और एक हवाई अड्डे पर हमला प्रमुख है। 17 जनवरी को मुसाफ्फा आईसीएडी-3 क्षेत्र और अबू धाबी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर हूती विद्रोहियों के हमले में दो भारतीय और एक पाकिस्तानी नागरिक की मौत भी हुई थी। इसके बाद 24 जनवरी की सुबह हूती विद्रोहियों ने अबू धाबी पर मिसाइले दागी थीं। इन मिसाइलों को यूएई में तैनात अमेरिकी एयर डिफेंस सिस्टम्स ने मार गिराया था। इतना ही नहीं, यूएई ने जवाबी कार्रवाई करते हुए एफ-16 लड़ाकू विमानों के जरिए हूती विद्रोहियों के ठिकानों पर हमला भी किया था। संयुक्त अरब अमीरात के रक्षा मंत्रालय ने इस घटना का वीडियो जारी कर ऐलान किया था कि वह अपने देश के दुश्मनों को कभी भी नहीं बख्शेगा।

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अमेरिका बोला- यूएई के समर्थन में की तैनाती
अमेरिकी वायु सेना ने एफ-22 रैप्टर विमानों की तैनाती के बाद कहा कि पूरे जनवरी में हूती विद्रोहियों के हमलों की एक सीरीज के बाद यूएई के समर्थन में यह कदम उठाया गया है। यह दिखाता है कि हम संयुक्त अरब अमीरात और उसकी सेना के साथ दृढ़ता से खड़े हैं। वायु सेना के बयान में यह भी कहा गया है कि अमेरिकी रक्षा मंत्री के ने संयुक्त अरब अमीरात के अबू धाबी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के साथ बातचीत के बाद पांचवीं पीढ़ी के विमानों की तेजी से तैनाती का आदेश दिया है। इन एफ-22 रैप्टर विमानों को यूएस एयरफोर्स के वर्जीनिया में स्थित ज्वाइंट बेस लैंगली-यूस्टिस से यूएई में तैनात किया गया है।

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दुनिया के सबसे खतरनाक विमानों में शामिल है F-22
एफ-22 रैप्टर पांचवी पीढ़ी के लड़ाकू विमान हैं। से दुनिया के सबसे उन्नत लड़ाकू विमानों में भी गिना जाता है। एफ-22 रैप्टर को अमेरिकी कंपनी लॉकहीड मार्टिन ने बनाया है। एफ-22 को आज से 16 साल पहले 15 दिसंबर 2005 को अमेरिकी वायुसेना में शामिल किया गया था। अमेरिका ने अबतक एफ-22 के 195 यूनिट्स को बनाया है, जिनमें से 8 विमान टेस्टिंग के लिए रखे गए हैं। बाकी के 187 एफ-22 रैप्टर अमेरिका वायु सेना में ऑपरेशनल हैं। यह विमान इतनी खतरनाक तकनीकी से लैस है कि इसे अमेरिका ने किसी भी दूसरे देश को नहीं बेचा है।

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F-22 का अपग्रेडेड वर्जन बना रहा अमेरिका
अमेरिका इन दिनों छठवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमान को बनाने की तैयारी में जुटा है। अमेरिकी वायु सेना ने नेक्स्ट जेनरेशन एयर डोमिनेंस (NGAD) सिस्टम के सेंटर पीस को लेकर बड़ा खुलासा किया है। यह लड़ाकू विमान एक बार में उड़ान भरने के बाद दुनिया के किसी भी हिस्से में मार करने में सक्षम होगा। इतना ही नहीं, इसकी मार से जमीन तो क्या हवा में भी दुश्मन बच नहीं सकेंगे। यह विमान अमेरिकी वायु सेना के लॉकहीड मार्टिन एफ-22 रैप्टर की जगह लेगा।

F-22 Fighters

अमेरिका का एफ-22 रैप्टर लड़ाकू विमान



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