Exclusive: हर काम चुनाव के लिए नहीं होते, निवेश की राह के बैरियर तोड़ दिए…CM Yogi का GIS पर साफ संदेश

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Exclusive: हर काम चुनाव के लिए नहीं होते, निवेश की राह के बैरियर तोड़ दिए…CM Yogi का GIS पर साफ संदेश

Exclusive: हर काम चुनाव के लिए नहीं होते, निवेश की राह के बैरियर तोड़ दिए…CM Yogi का GIS पर साफ संदेश


लखनऊ: शुक्रवार की सुबह करीब 9.30 बजे का वक्त। सरकारी आवास पर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ से सवाल-जवाब का सिलसिला शुरू ही हुआ था कि उनके बगल में रखा फोन बज उठा। फोन से दूसरी ओर से आई आवाज सुनने के बाद योगी के चेहरे पर विजयी मुस्कान बिखरी, प्रसन्नता भरी आवाज में बोले, ‘बधाई, शानदार जीत हुई। मिलकर विकास के लिए काम करिए।’ फोन एमएलसी चुनाव के नतीजों से जुड़ा था, जिसमें पांच में चार सीटों पर बीजेपी को जीत मिली है। योगी हमसे मुखातिब हुए, बोले, ‘विकास के अजेंडे को फिर जनादेश मिला है। हमने यूपी की प्रगति और निवेश की राह में आने वाले सारे बैरियर तोड़ दिए हैं।’ सीएम ने इसी महीने होने वाले वैश्विक आयोजनों, रोजगार से लेकर सियासी परिदृश्य से जुड़े एनबीटी के सवालों के विस्तार से जवाब दिए :

अगले हफ्ते ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट और उसके बाद लखनऊ में जी-20 की बैठक। ये आयोजन ब्रैंड यूपी को कितनी धार देंगे?
दोनों कार्यक्रम दिखते अलग हैं, लेकिन ये एक-दूसरे के पूरक हो सकते हैं। जीआईएस में लाखों करोड़ रुपये का निवेश आएगा। निवेश अपने साथ विकास, रोजगार, नवाचार लेकर आता है। लाखों युवाओं को इसके जरिए नौकरी मिलेगी। वहीं, जी-20 वैश्विक मंच पर भारत की सक्षमता का प्रमाण है। इसमें शामिल देशों का दुनिया के 75% व्यापार, 90% रिसर्च और पेटेंट पर एकाधिकार है। जो वैश्विक निवेश आना है, यहीं से आएगा, इसलिए इसकी बैठकों की मिली मेजबानी यूपी के लिए वैश्विक मंच पर अपनी संभावनाओं को शोकेस करने का अवसर है।

क्या ये आयोजन 2024 की चुनावी तैयारियों का श्रीगणेश भी हैं?
चुनाव लोकतंत्र का एक महत्वपूर्ण पड़ाव है। यह जनाकांक्षाओं का प्रतिबिंब होता है, लेकिन हर कार्य चुनाव के लिए नहीं होता। वर्ष 2018 में जब हमने इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन किया था, तब कोई चुनाव नहीं था। इस दौरान हुए एमओयू को धरातल पर उतारने के लिए तीन ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी की गईं। तब भी कोई चुनाव नहीं हो रहा था। प्रदेश का विकास हमारा दायित्व है और हम उसी दिशा में बढ़ रहे हैं। वहीं, जी-20 का आयोजन हर देशवासी के लिए गौरव का क्षण है। हमने यूपी की संभावनाओं को दुनिया के सामने रखा है। सहयोग, सुरक्षा, लैंडबैंक, इन्फ्रास्ट्रक्चर औद्योगिक विकास से जुड़े हर पहलू पर काम किया है, इसलिए, लोग यूपी की विकास यात्रा से जुड़ रहे हैं।

विदेश में रोड शो, देश के अलग-अलग हिस्सों में हुए कार्यक्रमों में 11 लाख करोड़ से अधिक के निवेश प्रस्तावों का दावा है। इनको जमीन पर उतारना कितनी बड़ी चुनौती है?
पहले इन्वेस्टर्स समिट में हमें 4.68 लाख करोड़ रुपये के प्रस्ताव मिले थे। कोविड से दो साल प्रभावित होने के बाद भी अलग-अलग चरणों में 4 लाख करोड़ रुपये से अधिक के निवेश मूर्त रूप ले चुके हैं। मथुरा में पेप्सिको, हमीरपुर में यूनिलीवर, नोएडा में डाटा सेंटर, सैमसंग की डिस्प्ले यूनिट जैसे कई प्रोजेक्ट शुरू हो चुके हैं। इस पूरी प्रक्रिया में हमने उन बैरियर की भी पहचान की है जो निवेश में बाधा बन रहे थे। मानवीय हस्तक्षेप न्यूनतम है। 3.50 लाख एनओसी निवेशमित्र पोर्टल के जरिए ऑनलाइन दिए गए हैं। निवेश सारथी पोर्टल के जरिए एमओयू की सीधी मॉनिटरिंग सीएम कार्यालय कर रहा है। निवेश के बाद निवेशकों को सब्सिडी के लिए कार्यालयों का चक्कर न लगाना पड़े, इसके लिए ऑनलाइन मॉनिटरिंग सिस्टम लागू किया गया है। हम निवेश प्रस्तावों को अमली जामा पहनाने को कटिबद्ध हैं।

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