Eknath Shinde Cabinet: शिंदे सरकार विस्तार के बाद तकरार, शपथ लेने के बाद तीन मंत्रियों का शुरू हुआ विरोध

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Eknath Shinde Cabinet: शिंदे सरकार विस्तार के बाद तकरार, शपथ लेने के बाद तीन मंत्रियों का शुरू हुआ विरोध

Eknath Shinde Cabinet: शिंदे सरकार विस्तार के बाद तकरार, शपथ लेने के बाद तीन मंत्रियों का शुरू हुआ विरोध

मुंबई: शिंदे सरकार (Eknath Shinde Government) के मंत्रिमंडल में शामिल तीन मंत्रियों को लेकर बवाल मच गया है। शिंदे गुट (Shinde Camp) के संजय राठौड़ और अब्दुल सत्तार और बीजेपी (BJP) के विजय कुमार गावित की चर्चा है। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में इन तीन मंत्रियों के चलते शिंदे सरकार की परेशानी बढ़ सकती है। विधानमंडल के आगामी सत्र में विपक्ष इन तीनों को लेकर सरकार को घेरेगी। इसका संकेत विधानसभा में विपक्ष के नेता अजित पवार ने दिया। मंगलवार को राजभवन के दरबार हाल में राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी (Bhagat Singh Koshyari) ने 18 मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। इन 18 मंत्रियों में तीन मंत्री को लेकर विवाद है।

राठौड़ पर क्या है आरोप?
शिंदे गुट के संजय राठौड़ ठाकरे सरकार में भी मंत्री थे। पुणे में एक महिला की मौत को लेकर उस वक्त विधानसभा और विधान परिषद की बैठक में खूब हंगामा हुआ। विरोधी पक्ष नेता देवेंद्र फडणवीस ने सदन से लेकर सड़क तक आंदोलन किया। विवाद के चलते तत्कालीन ठाकरे सरकार ने राठौड़ की मंत्रिमंडल से छुट्टी कर दी। शिंदे-फडणवीस सरकार ने अब संजय को फिर से मंत्रिमंडल में शामिल कर लिया है। शपथ लेने के बाद राठौड़ मीडिया से सवालों से बचते हुए निकल गए। इस मामले पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि राठौड़ को पुलिस ने क्लीन चिट दे दी है, इसलिए उन्हें मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है। अगर किसी को इस पर और कुछ कहना है, तो उसकी बात भी सुनी जा सकती है।

सत्तार, सत्ता और विवाद
एकनाथ शिंदे गुट के अब्दुल सत्तार भी विवाद में हैं। उनके शपथ लेने के एक दिन पहले सोमवार को शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) 2019-2020 में कथित गड़बड़ी करने के सिलसिले में सामने आया। उनकी तीन बेटियों और एक बेटे का नाम 7,880 अभ्यर्थियों की उस सूची में शामिल है। टीईटी विवाद पर सत्तार ने सफाई दी कि उन्हें बदनाम करने की कोशिश की जा रही है, जबकि उनका इस मामले से कुछ लेना-देना नहीं है। यह आरोप उनके खिलाफ राजनीतिक साजिश है। सत्तार पहले कांग्रेस में थे और 2019 के विधानसभा चुनाव से पहले वह शिवसेना में शामिल हो गए थे। वह भी जून में शिंदे के गुट में शामिल हो गए।

विवाद में बीजेपी के गावित
बीजेपी के नेता विजय कुमार गावित पर भी विवाद की काली छाया है। पांच साल पहले उन पर जनजाति विकास विभाग में भ्रष्टाचार एवं अनियमितताओं का दोषी पाया गया था। 2004-2009 के दौरान उनके पास इस विभाग का जिम्मा था। गावित राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) में थे और कांग्रेस-एनसीपी सरकार में मंत्री थे। बाद में वे बीजेपी में शामिल हो गए और 2014 और 2019 में विधानसभा चुनाव जीता।

सरकार में सबसे ज्यादा मराठा मंत्री
महाराष्ट्र की नई बीजेपी और शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे के गठजोड़ से बनी नई सरकार का पहला मंत्रिमंडल विस्तार मंगलवार को हो गया, जिसमें कुल 18 मंत्रियों को शपथ दिलाई गई। शिंदे सरकार में अब मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को मिलाकर कुल मंत्रियों की संख्या 20 हो गई है। अगर मंत्रिमंडल का विश्लेषण किया जाए, तो साफ पता चलता है कि बीजेपी ने राज्य के कोर वोटर मराठा और ओबीसी को साधने की कोशिश की है। मंत्रिमंडल में सबसे ज्यादा 9 मराठा मंत्री हैं, जबकि 3 ओबीसी मंत्री हैं।

मराठा आरक्षण आंदोलन नई सरकार के लिए चुनौती
महाराष्ट्र की राजनीति पिछले कई साल से मराठा और ओबीसी आरक्षण की आंच में तप रही है। मराठा आरक्षण का मामला लंबे समय से अधर में है। छत्रपति शिवाजी महाराज के वंशज और कोल्हापुर राजघराने के युवराज संभाजी राजे छत्रपति मराठा आरक्षण आंदोलन का नेतृत्व कर रहे हैं। उन्होंने अपने संगठन सुराज्य के राजनीतिक पार्टी में तब्दील करने क ऐलान कर दिया है। ऐसे में, नई सरकार के लिए आने वाले दिनों में मराठा आरक्षण आंदोलन एक नई चुनौती के रूप में सामने आने वाला है। यही वजह है कि नई सरकार ने 9 मराठा मंत्री बनाकर मराठा समाज को एक सकारात्मक संदेश देने की कोशिश की है। राज्य में मराठों की आबादी करीब 33 प्रतिशत है।

जातीय समीकरण की पूरी लिस्ट

शिंदे गुट

नाम दादा भूसे संदीपान भूमरे उदय सामंत तानाजी सावंत दीपक केसरकर शंभुराजे देसाई अब्दुल सत्तार गुलाबराव पाटिल संजय राठौड़
क्षेत्र उत्तर महाराष्ट्र मराठवाड़ा कोंकण सोलापुर कोंकण, सावंतवाड़ी पश्चिम महाराष्ट्र औरंगाबाद, सिल्लोड उत्तर महाराष्ट्र पश्चिम विदर्भ
जाति मराठा मराठा मराठा मराठा वैश्य मराठा मुस्लिम ओबीसी वीजेएनटी

बीजेपी

नाम सुधीर मुनगंटीवार चंद्रकांत पाटिल राधाकृष्णविखे पाटिल गिरीश महाजन अतुल सावे विजयकुमार गावित मंगलप्रभात लोढा सुरेश खाड़े रविंद्र चव्हाण
क्षेत्र विदर्भ पश्चिम महाराष्ट्र पश्चिम महाराष्ट्र उत्तर महाराष्ट्र मराठवाड़ा नंदुरबार, उत्तर महाराष्ट्र मुंबई पश्चिम महाराष्ट्र डोंबिवली
जाति वैश्य मराठा मराठा गुर्जर, ओबीसी ओबीसी आदिवासी जैन मारवाड़ी शेड्यूल कास्ट मराठा

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