Eknath Shinde: सीएम से नाराज उनका विधायक, नासिक में बजा बगावत का बिगुल? पार्टी पर लगा अवैध नियुक्तियों का आरोप

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Eknath Shinde: सीएम से नाराज उनका विधायक, नासिक में बजा बगावत का बिगुल? पार्टी पर लगा अवैध नियुक्तियों का आरोप

Eknath Shinde: सीएम से नाराज उनका विधायक, नासिक में बजा बगावत का बिगुल? पार्टी पर लगा अवैध नियुक्तियों का आरोप

मुंबई: महाराष्ट्र (Maharashtra) के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के खिलाफ नासिक में बगावत का बिगुल बजता हुआ नजर आ रहा है। विरोध की आवाज उठाने वाला शख्स कोई और नहीं बल्कि उनके गुट के विधायक सुहास कांदे (Suhas Kande) हैं। जिनका कहना है कि सीएम ने जिले में पार्टी के अंदर जो भी नई नियुक्तियां की हैं वो सब अवैध और अमान्य हैं। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करने के दौरान उन्होंने खुलकर एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) से अपनी नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि इन नियुक्तियों की वजह से पार्टी में आने वाले नए लोगों का रास्ता ब्लॉक हो गया है। कांदे ने कहा कि ऐसा महसूस होता है कि अब पार्टी में इनकमिंग पर ब्रेक लग चुका है।

कैबिनेट मंत्री दादा भूसे को लेकर नाराजगी
हालांकि, शिंदे गुट की तरफ से यह कहा जा रहा है कि ऐसा कुछ भी नहीं है। दरअसल सुहास कांदे की यह नाराजगी एकनाथ शिंदे के करीबी और कैबिनेट मंत्री दादा भूसे (Dada Bhuse) को लेकर है। भूसे को हाल में नासिक (Nasik) जिले का संरक्षक मंत्री भी बनाया गया है। कांदे का आरोप है कि उन्हें नासिक जिले में होने वाली पार्टी की मीटिंग में नहीं बुलाया जाता यहां तक की अहम, शहर में पार्टी के लिए जो भी नई नियुक्तियां की गईं हैं। उनमें भी कांदे को विश्वास में नहीं लिया गया। एकनाथ शिंदे जब उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) से बगावत कर पहले सूरत और फिर गुवाहाटी गए थे। तब उनको सुहास कांदे ने भी अपना समर्थन दिया था। ऐसे में सुहास कांदे को यह लगता है कि जब कि जिस वक्त में सीएम को समर्थकों की सबसे ज्यादा जरूरत थी। तब वो उनके साथ थे लेकिन आज उन्हें अपनी ही पार्टी में नजरअंदाज किया जा रहा है।
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कांदे की नाराजगी के मुद्दे क्या हैं??
प्रेस कॉन्फ्रेंस में सुभाष कांदे ने जिन मुद्दों के प्रति अपनी नाराजगी जताई है। उसमें प्रमुख रूप से उन्हें जिले में होने वाली पार्टी की मीटिंग में न बुलाया जाना। शहर में पार्टी के नए कार्यालय खोले गए हैं लेकिन सुहास कांदे को इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई। शहर में पार्टी के भीतर नई नियुक्तियां की गई जिसके जिसके बारे में सुहास कांदे को जरा भी विश्वास में नहीं लिया है। सुहास कांदे ने कहा कि अगर भविष्य में एकनाथ शिंदे गुट को पार्षद, विधायक और सांसद जैसे चुनाव जीतने हैं तो एक पार्टी के भीतर एक बेहतर तालमेल की जरूरत है जो फिलहाल नदारद है। हालांकि सुहास कंधे को भरोसा है कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे उनकी इन बातों पर गौर फरमाएंगे। साथ ही उनकी शिकायतों को भी दूर किया जाएगा।

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सुहास कांदे ने कहा कि जो पदाधिकारी काम नहीं करते हैं, जिनको अवैध ढंग से नियुक्त किया गया है। ऐसे लोगों से मैं बात करना भी ठीक नहीं समझता हूं। उनकी नियुक्तियों को लेकर मेरा कड़ा विरोध हैं।

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