Eknath Shinde: सीएम का गुवाहाटी दौरा लटका, पर क्यों? एकनाथ शिंदे के मंत्री गुलाबराव पाटिल बोले…

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Eknath Shinde: सीएम का गुवाहाटी दौरा लटका, पर क्यों? एकनाथ शिंदे के मंत्री गुलाबराव पाटिल बोले…

Eknath Shinde: सीएम का गुवाहाटी दौरा लटका, पर क्यों? एकनाथ शिंदे के मंत्री गुलाबराव पाटिल बोले…

मुंबई: महाराष्ट्र (Maharashtra) के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) अपने गुट के तमाम मंत्रियों और विधायकों के साथ आगामी 21 नवंबर को गुवाहाटी जाएंगे, इस तरह की चर्चा राज्य में शुरू थी। हालांकि, अभी यह दौरा कुछ दिनों के लिए टाल दिया गया है। इस दौरे के संदर्भ में नई तारीख का ऐलान जल्द ही किया जाएगा। महाराष्ट्र के जल आपूर्ति मंत्री गुलाबराव पाटिल (Gulabrao Patil) ने यह बात जलगांव में कही है। ऐसे में एकनाथ शिंदे गुवाहाटी दौरे के लिए किस तारीख को चुनेंगे। इस पर सियासी दलों की निगाहें टिकी हुई हैं। गुलाबराव पाटिल ने कहा कि 21 तारीख को गुवाहाटी जाने की तारीख तय की गई थी। लेकिन इसी दिन जिला नियोजन की बैठक होने की वजह से मैं नहीं जा पाऊंगा। मुझे लगता है कि मुख्यमंत्री गुवाहाटी (Guwahati) जाने के बारे में जल्द ही नई तारीख का ऐलान करेंगे। जलगांव जिले में चुनाव होने की वजह से मेरा जाना संभव नहीं हो पायेगा।

खून के आंसू लेकर मातोश्री से निकला
गुलाबराव पाटिल ने कहा कि जब एकनाथ शिंदे 22 विधायकों को लेकर गुवाहाटी हुए थे तब मैं उद्धव ठाकरे से मिला था। उस वक्त उनके आसपास और भी लोग मौजूद थे। तब उन लोगों ने हमें देखते हुए कहा कि ‘दिखते हो शेर जैसे लेकिन लगते हो चूहे जैसे’ यह कहकर हमारा मजाक उड़ाया था। पाटिल ने इस बात के जरिये संजय राउत पर निशाना साधा। पाटिल ने कहा कि उस वक्त मुझे ऐसा लगा कि इस तरह रोज-रोज मरने से अच्छा एक दिन शहीद हो जाओ तो चलेगा। इस तरह से खून के आंसू आंखों में लेकर वहां से हम बाहर निकले। पाटिल ने कहा कि मैं विधायक बनूंगा, मंत्री बनूंगा, यह कभी सपने में भी नहीं सोचा था। इसके बावजूद विपक्ष के नेता लगातार बदनाम करने की कोशिश करते रहते हैं। मैं कहता हूं बदनाम तो वो होते हैं जो बदनामी से डरते हैं, हम तो वो हैं जिनसे बदनामी डरती है।

नीलम गोर्हे के शिंदे गुट में आने की अफवाह
उद्धव ठाकरे गुट की नेता नीलम गोर्हे के एकनाथ शिंदे गुट में शामिल होने की खबर को भी गुलाबराव पाटिल ने गलत करार दिया है। उन्होंने कहा कि दो दिन पहले नीलम गोर्हे ने एकनाथ शिंदे से मुलाकात की थी। जिसके बाद से यह कहा जाने लगा कि वह भी एकनाथ शिंदे खेमे में शामिल होने वाली हैं। गुलाबराव पाटिल के मुताबिक यह मुलाकात शीतकालीन अधिवेशन के संदर्भ में या किसी अन्य काम की वजह से हुई होगी। ऐसे में इस मुलाकात का दूसरा अर्थ निकालना ठीक नहीं होगा। कुछ दिनों पहले केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने यह कहा था कि नीलम गोर्हे जल्द ही उद्धव ठाकरे गुट को छोड़कर शिंदे गुट में जाएंगी।

गुलाबराव पाटिल ने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के विवादित बयान पर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज राज्य के आदर्श हैं और रहेंगे। लेकिन राज्यपाल ने यह बयान किस संदर्भ में दिया यह बयान को सुने बिना कहना मुश्किल है। हालांकि, जहां तक मुझे लगता है उन्होंने यह कहा होगा कि जिस तरह से नितिन गडकरी काम कर रहे हैं तो उस हिसाब राज्यपाल ने उनके काम की तारीफ शिवाजी के अनुरूप की होगी।

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