Eknath Shinde: विधायकों के साथ आज गुवाहटी जाएंगे एकनाथ शिंदे, कामाख्या देवी मंदिर में करेंगे विशेष पूजा

167
Eknath Shinde: विधायकों के साथ आज गुवाहटी जाएंगे एकनाथ शिंदे, कामाख्या देवी मंदिर में करेंगे विशेष पूजा

Eknath Shinde: विधायकों के साथ आज गुवाहटी जाएंगे एकनाथ शिंदे, कामाख्या देवी मंदिर में करेंगे विशेष पूजा

मुंबई: मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) अपने मंत्रियों और समर्थक विधायकों के साथ शनिवार को गुवाहटी जा रहे हैं। वह वहां के प्रसिद्ध कामाख्या देवी मंदिर में विशेष पूजा अनुष्ठान करने वाले हैं। सूत्रों के मुताबिक एक विशेष उड़ान से 200 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल मुंबई से गुवाहाटी (Guwahati) जाएगा। शिंदे और उनके सहयोगियों के रविवार को मुंबई (Mumbai) लौटने की संभावना है। शिवसेना से बगावत कर उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackery) के नेतृत्व वाली महाविकास आघाडी सरकार का तख्तापट करने के लिए शिंदे अपने समर्थक विधायकों के साथ जून, 2022 में भी वाया सूरत गुवाहाटी गए थे। उस समय भी उन्होंने कमाख्या देवी मंदिर में पूजा अनुष्ठान किया था और उनकी सरकार बनने की मन्नत मांगी थी। अब जब महाराष्ट्र (Maharashtra) में उनकी सरकार है और वह मुख्यमंत्री बन गए हैं, तो वह वापस देवी का दर्शन करने और आशीर्वाद लेने गुवाहटी जा रहे हैं।

100 कमरे बुक
गुवाहाटी के एक आलिशान होटेल में शिंदे और उनके विधायक एक सप्ताह से भी अधिक समय तक रुके थे। खबर है कि इस बार भी होटेल में शिंदे और उनके विधायकों के लिए 100 कमरे बुक किए गए हैं।

बीजेपी का फुल सपोर्ट
महाराष्ट्र में तख्तापलट के दौरान शिंदे और उनके बागी विधायकों की मेजबानी करने वाले असाम की बीजेपी सरकार के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा सरमा ने शिंदे की मदद की थी, इस बार भी शिंदे और उनके विधायकों की सरमा के साथ विशेष मुलाकात तय की गई है।

हिम्मत है, तो सरकार गिराकर दिखाओ: शिंदे
इस बीच मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने विपक्ष को चेतावनी दी है कि अगर विपक्ष में हिम्मत है, तो वह उनकी सरकार गिराकर दिखाए। शिंदे ने कहा कि वह कोई काम छिपाकर नहीं करते, जो कुछ करते हैं खुलेआम करते हैं। शिंदे ने यह चेतावनी तब दी, जबकि उन पर आरोप लग रहा है कि उन्हें उनकी सरकार की स्थिरता का भरोसा नहीं हैं, इसलिए वह कभी ज्योतिषियों के पास कभी पूजा अर्चना जैसे कर्मकांड का सहारा ले रहे हैं।

सीमा क्षेत्र के 865 गांवों को आर्थिक रूप से मजबूत करेगी शिंदे सरकार
महाराष्ट्र-कर्नाटक सीमा विवाद से प्रभावित 865 गांवों को महाराष्ट्र की शिंदे-फडणवीस सरकार सामाजिक, शैक्षणिक, धार्मिक, सांस्कृतिक को मजबूत करेगी। उसके लिए मुख्यमंत्री चैरिटेबल डोनेशन फंड का उपयोग किया जाएगा। सीमा समस्या को लेकर सह्याद्रि गेस्ट हाऊस में हुई बैठक में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने सीमा इलाके के मराठी लोगों और संस्थाओं को महाराष्ट्र की तरफ से आर्थिक सहायता देने का निर्देश दिया था। इस संबंध में शासन निर्णय जारी किया गया।

मुख्यमंत्री शिंदे के निर्देश पर सीमा क्षेत्र के 865 गांवों के सामाजिक, शैक्षणिक, धार्मिक, सांस्कृतिक और अर्ध शासकीय संगठनों को मुख्यमंत्री चैरिटेबल फंड से वित्तीय सहायता देने का निर्णय लिया गया। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री चैरिटेबल डोनेशन फंड से प्रदेश की विभिन्न संस्थाओं और संस्थाओं को आर्थिक सहायता देने का प्रावधान है। अब सरकार के नए फैसले में सीमावर्ती क्षेत्रों के 865 गांवों को भी शामिल किया गया है। अगले वर्ष यानी 2023-24 के लिए मुख्यमंत्री चैरिटेबल फंड के लिए 10 करोड़ रुपये दिए जाएंगे।

कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने पिछले दिनों महाराष्ट्र के कुछ इलाकों पर दावा पेश किया था। इससे महाराष्ट्र की राजनीति गरमा गई। उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि महाराष्ट्र का कोई भी गांव कहीं नहीं जाएगा। उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि महाराष्ट्र-कर्नाटक सीमा मुद्दे को लेकर हम सभी सबूत लेकर सुप्रीम कोर्ट गए हैं। हमें न्याय देवता पर पूरा विश्वास है कि सुप्रीम कोर्ट इस मामले पर उचित निर्णय लेगा। सुप्रीम कोर्ट से बड़ा कोई नहीं है। कर्नाटक के मुख्यमंत्री भी सुप्रीम कोर्ट से बड़े नहीं हैं। हमें हमारा भाग जरूर मिलेगा। भाषाई आधार पर राज्यों के पुनर्गठन के बाद यह विवाद 1960 के दशक का है। महाराष्ट्र उन 80 मराठी भाषी गांवों पर भी दावा करता है, जो वर्तमान में कर्नाटक का हिस्सा हैं।

राजनीति की और खबर देखने के लिए यहाँ क्लिक करे – राजनीति
News