Eknath Shinde: जबान संभालें संजय राउत, कहीं फिर से आराम न करना पड़े, एकनाथ शिंदे के मंत्री का इशारा क्या?

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Eknath Shinde: जबान संभालें संजय राउत, कहीं फिर से आराम न करना पड़े, एकनाथ शिंदे के मंत्री का इशारा क्या?

Eknath Shinde: जबान संभालें संजय राउत, कहीं फिर से आराम न करना पड़े, एकनाथ शिंदे के मंत्री का इशारा क्या?

मुंबई: महाराष्ट्र-कर्नाटक सीमा विवाद (Maharashtra- Karnataka Border Issue) मामले पर संजय राउत ने राज्य की एकनाथ शिंदे सरकार पर बुधवार सुबह जमकर निशाना साधा था। जिसपर राज्य सरकार के मंत्री शंभूराज देसाई ने संजय राउत (Sanjay Raut) पर पलटवार किया है। देसाई ने सवाल किया कि खुद संजय राउत को बेलगांव कोर्ट की तरफ से समन आया था। तब वह न्यायालय की सुरक्षा के बावजूद वहां क्यों नहीं गए थे? संजय राउत इस तरह का ढोंग कैसे करते हैं? संजय राउत द्वारा इस्तेमाल किए गए शब्दों का हम कड़ा विरोध करते हैं। संजय राउत को चेतावनी देते हुए शंभूराज देसाई (Shambhuraj Desai) ने कहा कि आप साढ़े तीन महीने जेल में आराम करके आए हैं। आपको बाहर का वातावरण सूट नहीं हो रहा है। दोबारा वह मौका न आने दें। बता दें कि पात्रा चॉल जमीन घोटाला (Patra Chawl Scam) मामले में संजय राउत तीन महीने से ज्यादा जेल की सलाखों के भीतर रहे थे। कुछ दिनों पहले ही उन्हें जमानत पर रिहा किया गया है। देसाई ने कहा कि संजय राउत की भाषा को कोई भी बर्दाश्त नहीं करेगा।

बेलगाम सीमा विवाद मामले में समन्वय साधने के लिए महाराष्ट्र सरकार ने अपने दो मंत्रियों शंभूराज देसाई और चंद्रकांत पाटील को जवाबदारी दी है। हालांकि, इन दोनों ही मंत्रियों ने बेलगाम जाने संबंधी दौरे को दो बार रद्द किया है। इसी बात पर मंगलवार को एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार ने भी राज्य सरकार पर निशाना साधा था। उन्होंने कहा कि अगर सरकार मंत्री को वहां जाना ठीक नहीं लग रहा है और सीमा पर रहने वाले मराठी भाषियों पर इसी कदर अन्याय बढ़ता रहा तो हम खुद बेलगाम जाएंगे।

संजय राउत ने क्या कहा था?
दरअसल संजय राउत ने कर्नाटक-महाराष्ट्र सीमा विवाद पर के मुद्दे पर जमकर राज्य की शिंदे-फडणवीस सरकार पर निशाना साधा है। राउत ने कहा कि यह नामर्दों की सरकार है जो हर बात के लिए दिल्ली के चरणों में नतमस्तक होते हैं। ऐसी सरकार जो अपनी मिट्टी की, अपने लोगों की और अपनी अस्मिता की रक्षा नहीं कर सकती उसे सत्ता के सिंहासन पर एक पल भी बैठने का अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि पचास सालों में ऐसी लाचार और डरपोक सरकार नहीं देखी है। संजय राउत ने कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री दिल्ली में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मिलने की बात कह रहे हैं। क्या उन्हें नहीं पता है कि महाराष्ट्र में क्या चल रहा है। हमें यह बात नहीं भूलनी चाहिए कि केंद्र और कर्नाटक में बीजेपी की सरकार है।

महाराष्ट्र में भी उन्हीं की सरकार है बावजूद इसके बीते 24 घंटों से सीमा भाग में मराठी भाषी लोगों पर हमले हो रहे हैं। इस बात का विरोध करने वाली महाराष्ट्र एकीकरण समिति के कार्यकर्ताओं को घर में घुसकर गिरफ्तार किया जा रहा है। आखिर महाराष्ट्र में सरकार है या नहीं। राउत ने कहा कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे खुद को भाई समझते हैं अगर वह भाई हैं तो फिर किस मौके का इंतजार कर रहे हैं सीमा विवाद के इतने बड़े मौके पर वह ‘भाईगिरी’ क्यों नहीं दिखाते हैं।

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