Eknath Shinde: क्या इसे सीधी धमकी मानें? एकनाथ शिंदे के मंत्री के जेल वाले बयान पर संजय राउत का सवाल

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Eknath Shinde: क्या इसे सीधी धमकी मानें? एकनाथ शिंदे के मंत्री के जेल वाले बयान पर संजय राउत का सवाल

Eknath Shinde: क्या इसे सीधी धमकी मानें? एकनाथ शिंदे के मंत्री के जेल वाले बयान पर संजय राउत का सवाल

मुंबई: महाराष्ट्र एकनाथ शिंदे के मंत्री शंभूराज देसाई के जेल वाले बयान के बाद संजय राउत ने ट्वीट कर सवाल पूछा है। उन्होंने पूछा है कि क्या इसे सीधी धमकी समझा जाए? राउत ने कहा कि महाराष्ट्र के हित की बात करने वालों को सरकार अपना शत्रु समझती है। सीमा विवाद के मुद्दे पर सच बोलने वाले और सवाल पूछने वाले लोगों को जेल भेजने की धमकी दी जाती है। बता दें कि महाराष्ट्र-कर्नाटक सीमा विवाद मामले में राज्य का सियासी पारा चढ़ा हुआ है। महाराष्ट्र सरकार सीमा विवाद के मामले पर वह आक्रमकता नहीं दिखा रही है, जिसकी अपेक्षा की जा रही थी। विपक्ष के इस आरोप के बाद संजय राउत का सीधे यह कह देना कि यह सरकार नामर्दों की सरकार है। इसके बाद से सत्ता पक्ष में शामिल एकनाथ शिंदे गुट और बीजेपी के नेताओं ने संजय राउत को एक के बाद एक आड़े हाथों लिया है।

संजय राउत ने कहा कि महाराष्ट्र में सरकार छत्रपति शिवाजी महाराज का अपमान सहन कर रही है। सीमा विवाद के मुद्दे पर कर्नाटक लगातार महाराष्ट्र को चुनौती दे रहा है। अगर इन मुद्दों पर मैंने सवाल पूछा तो मुझे जेल भेजने की भाषा बोली जा रही है। क्या जेल, अदालत और जांच एजेंसियां सब शंभूराज देसाई और चंद्रशेखर बावनकुले की जेब मे हैं? अगर ऐसा भी है तो मैं तैयार हूं। संजय राउत ने ट्वीट करते हुए सवाल किया है कि मंत्री महोदय इसे एक सीधी धमकी समझा जाए? आखिर महाराष्ट्र की अस्मिता के सवाल पर राज्य सरकार चुप क्यों है? सरकार चुप रह सकती है लेकिन जनता खामोश बैठने वाली नहीं है। कानून और न्यायालय पर दबाव बना हुआ है यह बात दोबारा साबित हो चुकी है। सच बोलने वालों को जेल जाना होगा, इसका तो यही मतलब है।

क्या बोले बावनकुले?
संजय राउत पर निशाना साधते हुए बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि सरकार पर बार-बार आरोप लगाने वाले संजय राउत ने यह भाषा जेल में सीखी है। लाचार, मर्दानगी जैसे शब्द जेल से ही सीख कर संजय राउत आए हैं।

संजय राउत का विवादित बयान क्या था?
दरअसल संजय राउत ने कर्नाटक-महाराष्ट्र सीमा विवाद पर के मुद्दे पर जमकर राज्य की शिंदे-फडणवीस सरकार पर निशाना साधा है। राउत ने कहा कि यह नामर्दों की सरकार है जो हर बात के लिए दिल्ली के चरणों में नतमस्तक होते हैं। ऐसी सरकार जो अपनी मिट्टी की, अपने लोगों की और अपनी अस्मिता की रक्षा नहीं कर सकती उसे सत्ता के सिंहासन पर एक पल भी बैठने का अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि पचास सालों में ऐसी लाचार और डरपोक सरकार नहीं देखी है। संजय राउत ने कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री दिल्ली में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मिलने की बात कह रहे हैं। क्या उन्हें नहीं पता है कि महाराष्ट्र में क्या चल रहा है। हमें यह बात नहीं भूलनी चाहिए कि केंद्र और कर्नाटक में बीजेपी की सरकार है।

महाराष्ट्र में भी उन्हीं की सरकार है बावजूद इसके बीते 24 घंटों से सीमा भाग में मराठी भाषी लोगों पर हमले हो रहे हैं। इस बात का विरोध करने वाली महाराष्ट्र एकीकरण समिति के कार्यकर्ताओं को घर में घुसकर गिरफ्तार किया जा रहा है। आखिर महाराष्ट्र में सरकार है या नहीं। राउत ने कहा कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे खुद को भाई समझते हैं अगर वह भाई हैं तो फिर किस मौके का इंतजार कर रहे हैं सीमा विवाद के इतने बड़े मौके पर वह ‘भाईगिरी’ क्यों नहीं दिखाते हैं।

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