Eknath Shinde: उद्धव सेना को तोड़कर मानेंगे शिंदे? फिर दिया तगड़ा झटका, आठ राज्य प्रमुखों ने CM को दिया समर्थन

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Eknath Shinde: उद्धव सेना को तोड़कर मानेंगे शिंदे? फिर दिया तगड़ा झटका, आठ राज्य प्रमुखों ने CM को दिया समर्थन

Eknath Shinde: उद्धव सेना को तोड़कर मानेंगे शिंदे? फिर दिया तगड़ा झटका, आठ राज्य प्रमुखों ने CM को दिया समर्थन

मुंबई: महाराष्ट्र (Maharashtra) की सियासत में उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) और एकनाथ शिंदे के बीच में जंग जारी है। इस जंग में आए दिन मुख्यमंत्री शिंदे ठाकरे को झटके पर झटका देते हुए नजर आ रहे हैं। जब से शिंदे ने मुख्यमंत्री पद की कमान संभाली है। तब से कई सारे उद्धव ठाकरे गुट के विधायकों और सांसदों के अलावा पार्टी के निष्ठावान कार्यकर्ता भी शिंदे गुट का दामन थाम चुके हैं। अब सीएम ने ठाकरे गुट को एक और तगड़ा झटका दिया है। शिवसेना के आठ राज्य प्रमुखों ने भी अब सीएम एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) को अपना समर्थन दिया है। इसके बाद अब शिवसेना (Shivsena) के पास सिर्फ दो राज्य प्रमुख बचे हुए हैं। दिल्ली, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, गोवा, मणिपुर और बिहार में शिवसेना को झटका लगा है। दस में से आठ राज्य प्रमुखों ने उद्धव गुट को नमस्कार कह दिया है। दो दिन पहले शिंदे गुट की जो बैठक मुंबई (Mumbai) में हुई थी। उसी बैठक में इन राज्य प्रमुखों ने सीएम को अपना समर्थन दिया था। इन तमाम राज्य प्रमुखों के समर्थकों ने भी मुख्यमंत्री को अपना समर्थन दिया है।

बता दें कि उद्धव और आदित्य ठाकरे लगातार यह कोशिश कर रहे हैं कि उनकी शिवसेना के पदाधिकारी और कार्यकर्ता पार्टी के साथ रहें। इसके लिए आदित्य ठाकरे ने राज्यव्यापी दौरा भी शुरू किया हैं। जिसमें उन्हें अच्छा खासा जनप्रतिसाद भी मिल रहा है। बावजूद इसके पार्टी छोड़ने वालों की लाइन लगी हुई है।

शिवाजी पार्क को लेकर उद्धव और शिंदे आमने-सामने
फ़िलहाल उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे गुट असली और नकली शिवसेना की जंग के अलावा शिवाजी पार्क मैदान के लिए भी जूझ रहे हैं। दरअसल शिवसेना हमेशा की तरह इस बार भी शिवाजी पार्क में ही दशहरा रैली करना चाहती है। हालांकि यह आसान नजर नहीं आ रहा है क्योंकि शिंदे गुट ने भी शिवाजी पार्क में दशहरा रैली करने का ऐलान किया है। दोनों तरफ से बीएमसी में अर्जी भी लगाई गई है। हालांकि, यह पार्क किसको मिलेगा इस पर अभी तक फैसला नहीं हुआ है। शिवाजी पार्क और शिवसेना का नाता आज का नहीं बल्कि कई दशक पुराना है।

पार्टी की स्थापना के बाद से ही शिवसेना शिवाजी पार्क में दशहरा रैली करती आई है लेकिन एकनाथ शिंदे गुट के अलग होने के बाद अब असली और नकली शिवसेना का विवाद खड़ा हो चुका है। उद्धव ठाकरे की जगह अब एकनाथ शिंदे राज्य के नए सीएम बन चुके हैं। ऐसे में दशहरा रैली के लिए किस गुट को इजाजत दी जाए, यह बड़ा सवाल अब बीएमसी के सामने है। किसी एक को इजाजत देने का मतलब मामले को तूल देने जैसा होगा। उद्धव गुट शिवाजी पार्क में रैली की जिद पर अड़ा हुआ है।

टूट जाएगी शिवसेना की परंपरा
सियासत के जानकार यह भी मानते हैं कि शिवाजी पार्क का मुद्दा आने वाले समय में अदालत की चौखट तक भी जाएगा। वहीं इस बात की भी संभावना है कि यदि किसी एक गुट को अनुमति दी गई तो लॉ एंड आर्डर के हालात भी पैदा हो सकते हैं। ऐसे में संभव है कि बीएमसी यह मैदान इस बार दशहरा रैली के लिए किसी को न दे। यदि ऐसा हुआ तो कई दशकों से शिवाजी पार्क में दशहरा रैली को संबोधित करने की ठाकरे परिवार की परंपरा भी टूट जाएगी।

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