ED ने हरभजन-युवराज, उर्वशी रौतेला समेत 5 से पूछताछ की: प्रतिबंधित बेटिंग प्लेटफॉर्म्स के विज्ञापन का मामला, सालाना ₹27,000 करोड़ टैक्स लॉस का अनुमान h3>
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- Harbhajan Yuvraj Singh; Online Betting Apps Publicity ED Case | Urvashi Rautela
नई दिल्ली6 घंटे पहले
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एक्सटर सोनू सूद और उर्वशी रौतेला पर विज्ञापनों के जरिए इन एप्स को बढ़ावा देने से जुड़े सवाल पूछे गए।
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने ऑनलाइन बेटिंग एप्स के प्रचार और मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े एक मामले में पूर्व भारतीय क्रिकेटर हरभजन सिंह, युवराज सिंह, सुरेश रैना, एक्टर सोनू सूद और उर्वशी रौतेला से पूछताछ की है।
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ED के मुताबिक, ये हस्तियां 1xBet, फेयर प्ले, परीमैच और लोटस 365 जैसे प्रतिबंधित बेटिंग प्लेटफॉर्म्स के विज्ञापनों से जुड़ी थीं। NDTV प्रॉफिट ने इस बात की जानकारी दी है।
सालाना ₹27,000 करोड़ का टैक्स लॉस
- टैक्स लॉस: मामले की जांच में ED ने अनुमान लगाया कि इन एप्स के चलते भारत को सालाना 27,000 करोड़ रुपए का टैक्स लॉस हो रहा है।
- मनी लॉन्ड्रिंग: FairPlay एप के मामले में ED ने पाया कि चार कंपनियों ने इंपोर्ट के बहाने 13,000 करोड़ रुपए विदेशों में भेजे।
- महादेव बेटिंग एप कनेक्शन: 1xBet और FairPlay जैसे एप्स महादेव बेटिंग एप के सहायक प्लेटफॉर्म के रूप में काम करते थे। इनके प्रमोटर दुबई से ऑपरेट हो रहे थे।
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इन लोगों से हुई पूछताछ
- हरभजन सिंह, युवराज सिंह, सुरेश रैना: भारत को विश्व कप जिताने में अहम भूमिका निभाने वाले इन क्रिकेटर्स पर बेटिंग एप के विज्ञापनों में शामिल होने का आरोप है। ED ने इनके एड डील, पेमेंट के सोर्स और एडवरटाइजमेंट के कंटेंट की जांच की।
- सोनू सूद: एक्टर 1xBet स्पोर्टिंग लाइन्स जैसे प्लेटफॉर्म्स के प्रचार से जुड़े थे। उनके विज्ञापनों ने इन एप्स को विश्वसनीय एप के रूप में पेश किया। जो उपभोक्ताओं को गुमराह करने वाला है।
- उर्वशी रौतेला: उर्वशी रौतेला पर 1xBet और लोटस365 जैसे एप्स के प्रचार का आरोप है। वे पहले भी महादेव बेटिंग ऐप के विज्ञापनों को लेकर विवादों में रही हैं।
- अन्य हस्तियां: ED ने तेलुगु अभिनेताओं जैसे राणा दग्गुबाती, प्रकाश राज और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स से भी पूछताछ की, जो Dafabet और Betway जैसे ऐप्स से जुड़े थे।
QR कोड से यूजर्स को बेटिंग साइट्स पर रीडायरेक्ट करते हैं
रिपोर्ट के मुताबिक, ये बेटिंग प्लेटफॉर्म विज्ञापन में 1xbat और 1xbat स्पोर्टिंग लाइन्स जैसे सेरोगेट नामों का उपयोग कर रहे हैं। विज्ञापनों में अक्सर क्यूआर कोड होते हैं जो यूजर्स को सीधा इन बेटिंग साइट्स पर रीडायरेक्ट कर देते हैं, जो भारतीय कानून का उल्लंघन है।
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ED के एक अधिकारी के मुताबिक, ये इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (IT) एक्ट, फॉरेन एक्सचेंज मैनेजमेंट एक्ट, प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट, और बेनामी लेनदेन अधिनियम सहित कई भारतीय कानूनों का उल्लंघन है।
स्किल बेस्ड गेम के रूप में प्रमोशन लेकिन रिजल्ट भाग्य भरोसे
ED के अधिकारी ने बताया कि कुछ मशहूर हस्तियों को पहले ही नोटिस जारी किए जा चुके हैं, जबकि अन्य को जल्द ही नोटिस जारी किए जाने की संभावना है। ED अधिकारियों ने कहा कि ये प्लेटफॉर्म खुद को स्कील बेस्ड गेम के रूप में प्रमोट करते हैं, लेकिन भाग्य पर आधारित रिजल्ट देते हैं। इसके लिए ये प्लेटफॉर्म्स रिग्ड एल्गोरिदम का उपयोग करते हैं।
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ऑनलाइन गेमिंग में 500 जीते, फिर 7 करोड़ हारे: गेम खिलाने वाले बोले- फंसाते नहीं, लोग खुद फंसते, फिर मर जाते हैं
‘एक दिन मेरे मोबाइल पर मैसेज आया। उसमें गेमिंग एप्लिकेशन का लिंक था। मैंने सोचा खेलकर देखता हूं। गेम का नाम रमी लोटस था। शुरुआत में मैं जीतने लगा। 500 रुपए लगाए, तो 700 रुपए मिले। 1000 लगाए तो 1500 मिल गए। ये करीब 7 से 8 दिन तक चला। फिर मैं हारने लगा। धीरे-धीरे ढाई लाख रुपए हार गया। हारा पैसा वापस पाने के लिए और रुपए लगाता गया, वो भी हार गया।’
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एक्सटर सोनू सूद और उर्वशी रौतेला पर विज्ञापनों के जरिए इन एप्स को बढ़ावा देने से जुड़े सवाल पूछे गए।
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने ऑनलाइन बेटिंग एप्स के प्रचार और मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े एक मामले में पूर्व भारतीय क्रिकेटर हरभजन सिंह, युवराज सिंह, सुरेश रैना, एक्टर सोनू सूद और उर्वशी रौतेला से पूछताछ की है।
ED के मुताबिक, ये हस्तियां 1xBet, फेयर प्ले, परीमैच और लोटस 365 जैसे प्रतिबंधित बेटिंग प्लेटफॉर्म्स के विज्ञापनों से जुड़ी थीं। NDTV प्रॉफिट ने इस बात की जानकारी दी है।
सालाना ₹27,000 करोड़ का टैक्स लॉस
- टैक्स लॉस: मामले की जांच में ED ने अनुमान लगाया कि इन एप्स के चलते भारत को सालाना 27,000 करोड़ रुपए का टैक्स लॉस हो रहा है।
- मनी लॉन्ड्रिंग: FairPlay एप के मामले में ED ने पाया कि चार कंपनियों ने इंपोर्ट के बहाने 13,000 करोड़ रुपए विदेशों में भेजे।
- महादेव बेटिंग एप कनेक्शन: 1xBet और FairPlay जैसे एप्स महादेव बेटिंग एप के सहायक प्लेटफॉर्म के रूप में काम करते थे। इनके प्रमोटर दुबई से ऑपरेट हो रहे थे।
इन लोगों से हुई पूछताछ
- हरभजन सिंह, युवराज सिंह, सुरेश रैना: भारत को विश्व कप जिताने में अहम भूमिका निभाने वाले इन क्रिकेटर्स पर बेटिंग एप के विज्ञापनों में शामिल होने का आरोप है। ED ने इनके एड डील, पेमेंट के सोर्स और एडवरटाइजमेंट के कंटेंट की जांच की।
- सोनू सूद: एक्टर 1xBet स्पोर्टिंग लाइन्स जैसे प्लेटफॉर्म्स के प्रचार से जुड़े थे। उनके विज्ञापनों ने इन एप्स को विश्वसनीय एप के रूप में पेश किया। जो उपभोक्ताओं को गुमराह करने वाला है।
- उर्वशी रौतेला: उर्वशी रौतेला पर 1xBet और लोटस365 जैसे एप्स के प्रचार का आरोप है। वे पहले भी महादेव बेटिंग ऐप के विज्ञापनों को लेकर विवादों में रही हैं।
- अन्य हस्तियां: ED ने तेलुगु अभिनेताओं जैसे राणा दग्गुबाती, प्रकाश राज और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स से भी पूछताछ की, जो Dafabet और Betway जैसे ऐप्स से जुड़े थे।
QR कोड से यूजर्स को बेटिंग साइट्स पर रीडायरेक्ट करते हैं
रिपोर्ट के मुताबिक, ये बेटिंग प्लेटफॉर्म विज्ञापन में 1xbat और 1xbat स्पोर्टिंग लाइन्स जैसे सेरोगेट नामों का उपयोग कर रहे हैं। विज्ञापनों में अक्सर क्यूआर कोड होते हैं जो यूजर्स को सीधा इन बेटिंग साइट्स पर रीडायरेक्ट कर देते हैं, जो भारतीय कानून का उल्लंघन है।
ED के एक अधिकारी के मुताबिक, ये इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (IT) एक्ट, फॉरेन एक्सचेंज मैनेजमेंट एक्ट, प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट, और बेनामी लेनदेन अधिनियम सहित कई भारतीय कानूनों का उल्लंघन है।
स्किल बेस्ड गेम के रूप में प्रमोशन लेकिन रिजल्ट भाग्य भरोसे
ED के अधिकारी ने बताया कि कुछ मशहूर हस्तियों को पहले ही नोटिस जारी किए जा चुके हैं, जबकि अन्य को जल्द ही नोटिस जारी किए जाने की संभावना है। ED अधिकारियों ने कहा कि ये प्लेटफॉर्म खुद को स्कील बेस्ड गेम के रूप में प्रमोट करते हैं, लेकिन भाग्य पर आधारित रिजल्ट देते हैं। इसके लिए ये प्लेटफॉर्म्स रिग्ड एल्गोरिदम का उपयोग करते हैं।
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