नई दिल्ली: इस समय संसद का शीतकालीन सत्र चल रहा है. आज इसका तीसरा दिन है. इस दौरान लोकसभा और राज्यसभा में जबरदस्त हंगामा देखने को मिला है.
बता दें कि राम मंदिर, आंध्र प्रदेश के लिए विशेष राज्य के दर्जे की मांग, राफेल और कावेरी जैसे बड़े मुद्दे पर शिवसेना, कांग्रेस, तेदेपा समेत अन्य पार्टियों के सदस्यों ने लोकसभा में जमकर हंगामा किया, जिसके बाद लोकसभा की कार्यवाही शुरू होने के कुछ ही मिनटों के बाद 12 बजे तक के लिए रोक दी गई.
संसद भवन पर हुए आतंकवादी हमले की आज 17वीं बरसी है
केवेरी नदी में बांध जाने के विरोध सहित अन्य मुद्दों पर अन्नाद्रमुक, द्रमुक सदस्यों सहित निम्न दलों के सदस्यों ने राज्यसभा में भी जोरदार हंगामा किया जिसके चलते शुरू होने के लगभग दस मिनट बाद ही पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गई. आपको बता दें कि संसद भवन पर हुए आतंकवादी हमले की आज 17वीं बरसी है. जैसे ही यह बैठक शुरू हुई उस हमले में शहीद हुए लोगों को श्रद्धांजलि दी गई. फिर सभापति एम. वेंकैया नायडू ने जरूरी दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाए. इसके बाद उन्होंने कहा कि अलग-अलग मुद्दों पर विचार के लिए उन्हें चार नोटिस प्राप्त हुए है, जिन्हें उन्होंने स्वीकार भी किया है. उन्होंने आगे कहा कि तमिलनाडु, जम्मू कश्मीर, आंध्रप्रदेश से जुड़े मुद्दों तथा अन्य सभी मुद्दों पर सदन में चर्चा की जाएगी.
जहां नायडू अपनी बात पूरी तक नहीं कर पाए थे वहीं अन्नाद्रमुक के सदस्य कावेरी नदी पर बाँध बनाये जाने के विरोध में नारे लगते हुए आसन के समक्ष आए गए. वहीं द्रमुक के सदस्य ने भी इस मुद्दे को उठाते हुए अपने स्थानों से आगे आ गए. फिर सभापति ने आसन के समक्ष आए सदस्यों से अपने स्थानों पर लौट जाने की अपील की. उन्होंने आगे कहा कि संसद हमले की 17वीं बरसी पर, हमले में शहीद होने वाले लोगों को हमने श्रद्धांजलि अर्पित की है. उनको याद करते हुए सदन में आज कोई व्यवधान नहीं होना चाहिए. लेकिन सदस्यों ने नायडू की बात का असर न देखते हुए उन्होंने दिन भर के लिए बैठक को स्थगित कर दिया. गौर करने की बात तो यह है कि इन्हीं मुद्दों पर बुधवार को भी सदन में हंगामा देखा गया जिसके बाद सभा स्थगित कर दी थी.