DME NO Entry Fine: डीएमई पर दोपहिया दौड़ाया, चालान कटाया… तीन घंटे चला अभियान और 473 पर फाइन, संदेश साफ

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DME NO Entry Fine: डीएमई पर दोपहिया दौड़ाया, चालान कटाया… तीन घंटे चला अभियान और 473 पर फाइन, संदेश साफ

DME NO Entry Fine: डीएमई पर दोपहिया दौड़ाया, चालान कटाया… तीन घंटे चला अभियान और 473 पर फाइन, संदेश साफ


गाजियाबाद: दिल्ली- मेरठ एक्सप्रेसवे (DME) पर दोपहिया वाहनों के प्रवेश को रोकने के लिए शनिवार को उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में विशेष अभियान चलाया गया। एसीपी ट्रैफिक रामानंद कुशवाहा अपनी पूरी टीम के साथ उतरे। लगभग तीन घंटे तक चले इस अभियान के दौरान 8 चेकिंग पॉइंट पर फर्राटा भर रहे 473 दोपहिया वाहन चालकों के चालान काटे गए। शनिवार को चले इस अभियान में 94.6 लाख रुपये के चालान काटे गए। सभी चालान नो एंट्री के थे, नो एंट्री पर चालान 20 हजार रुपये का है। एसीपी ट्रैफिक ने बताया कि डीएमई पर दोपहिया वाहनों के आने से हादसों की ज्यादा आशंका रहती है, इसलिए डीएमई पर दोपहिया वाहनों का प्रवेश बंद किया हुआ है, बावजूद इसके दोपहिया वाहन चालक लगातार डीएमई पर दौड़ रहे हैं। इसे रोकने के लिए लगातार इस तरह के अभियान चलाए जाएंगे।

डीएमई पर दोपहिया और तीन पहिया वाहनों का प्रवेश पूरी तरह से प्रतिबंधित है, बावजूद इसके ऐसे वाहन चालक प्रतिबंध को नजरअंदाज करके डीएमई पर फर्राटा भरते हैं। डीएमई पर चलने से उन्हें अपने गंतव्य पर पहुंचने में महज 5 से 10 मिनट का ही अंतर आता है, लेकिन इतना समय बचाने के लिए दोपहिया वाहन चालक अपनी जान को जोखिम में डालते हैं। ऐसा करने से रोकने के लिए डीएमई पर जगह-जगह साइन बोर्ड भी लगाए गए हैं, लेकिन दोपहिया वाहन चालक उन्हें अनदेखा कर देते हैं।

डीएमई पर अधिकतम स्पीड 100 किमी प्रति घंटा निर्धारित है और दोपहिया की एंट्री पर 20 हजार रुपये का चालान भी है, लेकिन निगरानी की उचित व्यवस्था नहीं होने के कारण डीएमई पर दोपहिया वाहन चालक लगातार फर्राटा भरते हैं। अभियान के दौरान सहायक पुलिस आयुक्त यातायात, यातायात निरीक्षक प्रथम, द्वितीय, तृतीय व चतुर्थ आदि अधिकारी भी मौजूद रहे।

आठ एंट्री पॉइंट पर की गई चेकिंग

शनिवार को एसीपी ट्रैफिक ने अपनी टीम के साथ डीएमई पर ईजी एंट्री वाले 8 पॉइंट पर चेक पोस्ट नाका बनाया। इनमें मीडिया हाउस के सामने एक्जिट पॉइंट, गौर ग्रीन के सामने एक्जिट पॉइंट, एबीईएस के सामने विजयनगर साइट एंट्री पॉइंट, आईएमएस कॉलेज के सामने एंट्री पॉइंट, वेदांता फार्महाउस के सामने टोल प्लाजा, दया स्टील एजेंसी के सामने टोल प्लाजा, ईस्टर्न पेरिफेरल पलवल की ओर वाले एक्जिट पॉइंट, ईस्टर्न पेरिफेरल कुंडली की ओर से आने वाले एक्जिट पॉइंट पर चेकिंग की गई। एसीपी ने बताया कि डीएमई पर लगभग तीन घंटे चेकिंग अभियान चलाया गया। इस दौरान 473 दोपहिया वाहन चालकों के चालान काटे गए।

वाहन चालकों की हुई काउंसलिंग

ट्रैफिक के अधिकारियों ने डीएमई पर फर्राटा भरने वाले दोपहिया वाहन चालकों की काउंसलिंग भी की। एसीपी ट्रैफिक ने बताया कि वाहन चालकों को डीएमई पर होने वाले हादसों के संबंध में बताया गया और यह भी बताया गया कि इस पर चलने से वे अपनी जान को जोखिम में डालते हैं। कई वाहन चालकों से यह भी पूछा गया कि वे कहां जा रहे हैं और डीएमई पर चलने से वह कितना समय बचा लेंगे। इनमें अधिकांश का जवाब था कि डीएमई पर चलने से 5 से 10 मिनट कम लगते हैं और सड़क भी साफ मिलती है। इस पर उन्हें बताया गया कि इस दौरान यदि टायर पंचर हो जाए या फिर हादसा हो जाए तो उनका कितना नुकसान हो सकता है। अधिकांश वाहन चालकों ने दोबारा डीएमई पर नहीं आने की बात कही।

पिछले वर्ष भी की गई थी कार्रवाई

वर्ष 2022 में डीएमई और ईस्टर्न पेरिफेरल पर रॉन्ग साइड के कुल 12,081 चालान काटे गए। जबकि नो पार्किंग के 17,495 चालान, प्रतिबंधित वाहनों के 6,986 चालान और ओवर स्पीड (ऑटोमेशन द्वारा) के 61,848 वाहनों के चालान काटे गए। इसके अलावा कुल 563 ऑटो के विरुद्ध सीज की कार्रवाई की गई है।

106 लोगों की हो चुकी है मौत

डीएमई और ईस्टर्न पेरिफेरल पर आए दिन सड़क दुर्घटनाएं होती हैं। इसमें लोगों की जान तक जा चुकी हैं। पिछले साल दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे और ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे पर कुल 168 सड़क दुर्घटनाएं हुई, जिसमें 106 लोगों की मौत हो गई थी जबकि 125 लोग घायल हुए थे। इसमें 28 जुलाई को स्कूटी में टक्कर लगने से 3 महिलाओं की मृत्यु हुई थी, जबकि 18 अगस्त को ट्रक द्वारा कार में टक्कर मारने से एक ही परिवार के 4 लोगों की मौत हुई थी।

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