Diwali 2022 : दीवाली से पहले और दीवाली के दिन कर लें ये काम, मां लक्ष्मी पहुंचेंगी आपके द्वार | Diwali 2022 : Do these things at your home, Godess Laxmi bless you | Patrika News
दूध-शहद से दूर होगी नकारात्मक ऊर्जा
माना जाता है कि कच्चे दूध में शहद के साथ स्नान करने से नकारात्मक ऊर्जाओं से मुक्ति मिलती है। इसलिए लोग कच्चे दूध में शहद मिलाकर इसके 2 हिस्से करते हैं। एक हिस्से को नहाने के पानी में मिलाया जाता है। इससे स्नान करने से नेगेटिव एनर्जी से छुटकारा मिलता है। वहीं दूध-शहद के दूसरे हिस्से को घर में छिड़का जाता है। इससे घर में भी सकारात्मक ऊर्जा का संचार बढ़ जाता है।
माता के स्वागत की तैयारी
दीवाली पर लक्ष्मी माता का आगमन घरों में होता है। लोग माता के स्वागत के लिए अपने दरवाजे पर विधि-विधान से तोरण भी बनाते हैं। मान्यता है कि ऐसा करने से लक्ष्मी माता प्रसन्न होती हैं और घर में निवास करती हैं। लेकिन ध्यान रहे तोरण केवल आम और केलों के पत्ते से ही बनाएं। यही दोनों पत्ते तोरण के लिए शुभ माने जाते हैं।
यहां बनाएं मां के पैरों के निशान
दीवाली पर घरों के बाहर मां लक्ष्मी के पदचिह्नों को दरवाजे पर बनाया जाता है। पैरों का अगला हिस्सा घरों के अंदर की ओर होता है। माना जाता है कि ऐसा करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और सुख समृद्धि का आशीर्वाद देती हैं।
साफ-सफाई का रखें विशेष ध्यान
दीवाली पर साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखा जाता है। माना जाता है कि मां लक्ष्मी कभी भी गंदगी और अव्यवस्था में निवास नहीं करतीं। इसलिए दीवाली से पहले ही घरों में साफ-सफाई से लेकर रंग रोगन अच्छी तरह कर लेना चाहिए।
फर्नीचर से न आए आवाज
दीवाली पर साफ-सफाई के साथ घरों की अन्य चीजों पर भी ध्यान देना चाहिए। दीवाली पर घरों के फर्नीचर से आने वाली आवाजों को भी अपशगुन माना जाता है। इसलिए कहा जाता है कि अगर फर्नीचर जैसे बेड, सोफा से अगर कोई आवाज आती है, तो इसे ठीक करना उचित रहता है।
इस कोने को करें पहले साफ
अगर आप भी दीवाली की साफ-सफाई कर रहे हैं, तो सबसे पहले घर के उस कोने को साफ कर लेना चाहिए, जो सबसे जरूरी है। वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में ईशान कोण सबसे अहम स्थान है। इसे देवताओं का विशेष स्थान माना गया है। घर की किचन और पूजा घर इसी दिशा में बनाए जाते हैं. धनतेरस और दीपावली के दिन ईशान कोण की अच्छे से सफाई कर लेनी चाहिए. घर के ईशान कोण में कोई भी कबाड़ न रखें। माना जाता है कि घर का ईशान कोण साफ-सुथरा हो तो मां लक्ष्मी के साथ ही भगवान कुबेर की कृपा भी आप पर बनी रहती है और घर में सुख-समृद्धि आती है।
यहां न रखें भारी वस्तु
घर का दूसरा सबसे अहम हिस्सा होता है ब्रह्मस्थान. ब्रह्म स्थान घर के बीच का हिस्सा होता है। घर के इस हिस्से को हमेशा खुला और हवादार रखना चाहिए। ब्रह्म स्थान से भारी फर्नीचर हटा दें और कोई भी फालतू चीज यहां ना रखें. दीवाली की सफाई में घर की पूर्व दिशा का जरूर ध्यान रखें। घर में सकारात्मक ऊर्जा इसी दिशा से आती है. इसलिए धनतेरस और दीवाली के दिन सुबह-सुबह ही घर की पूर्व दिशा को साफ कर लेना चाहिए।
दूध-शहद से दूर होगी नकारात्मक ऊर्जा
माना जाता है कि कच्चे दूध में शहद के साथ स्नान करने से नकारात्मक ऊर्जाओं से मुक्ति मिलती है। इसलिए लोग कच्चे दूध में शहद मिलाकर इसके 2 हिस्से करते हैं। एक हिस्से को नहाने के पानी में मिलाया जाता है। इससे स्नान करने से नेगेटिव एनर्जी से छुटकारा मिलता है। वहीं दूध-शहद के दूसरे हिस्से को घर में छिड़का जाता है। इससे घर में भी सकारात्मक ऊर्जा का संचार बढ़ जाता है।
माता के स्वागत की तैयारी
दीवाली पर लक्ष्मी माता का आगमन घरों में होता है। लोग माता के स्वागत के लिए अपने दरवाजे पर विधि-विधान से तोरण भी बनाते हैं। मान्यता है कि ऐसा करने से लक्ष्मी माता प्रसन्न होती हैं और घर में निवास करती हैं। लेकिन ध्यान रहे तोरण केवल आम और केलों के पत्ते से ही बनाएं। यही दोनों पत्ते तोरण के लिए शुभ माने जाते हैं।
यहां बनाएं मां के पैरों के निशान
दीवाली पर घरों के बाहर मां लक्ष्मी के पदचिह्नों को दरवाजे पर बनाया जाता है। पैरों का अगला हिस्सा घरों के अंदर की ओर होता है। माना जाता है कि ऐसा करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और सुख समृद्धि का आशीर्वाद देती हैं।
साफ-सफाई का रखें विशेष ध्यान
दीवाली पर साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखा जाता है। माना जाता है कि मां लक्ष्मी कभी भी गंदगी और अव्यवस्था में निवास नहीं करतीं। इसलिए दीवाली से पहले ही घरों में साफ-सफाई से लेकर रंग रोगन अच्छी तरह कर लेना चाहिए।
फर्नीचर से न आए आवाज
दीवाली पर साफ-सफाई के साथ घरों की अन्य चीजों पर भी ध्यान देना चाहिए। दीवाली पर घरों के फर्नीचर से आने वाली आवाजों को भी अपशगुन माना जाता है। इसलिए कहा जाता है कि अगर फर्नीचर जैसे बेड, सोफा से अगर कोई आवाज आती है, तो इसे ठीक करना उचित रहता है।
इस कोने को करें पहले साफ
अगर आप भी दीवाली की साफ-सफाई कर रहे हैं, तो सबसे पहले घर के उस कोने को साफ कर लेना चाहिए, जो सबसे जरूरी है। वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में ईशान कोण सबसे अहम स्थान है। इसे देवताओं का विशेष स्थान माना गया है। घर की किचन और पूजा घर इसी दिशा में बनाए जाते हैं. धनतेरस और दीपावली के दिन ईशान कोण की अच्छे से सफाई कर लेनी चाहिए. घर के ईशान कोण में कोई भी कबाड़ न रखें। माना जाता है कि घर का ईशान कोण साफ-सुथरा हो तो मां लक्ष्मी के साथ ही भगवान कुबेर की कृपा भी आप पर बनी रहती है और घर में सुख-समृद्धि आती है।
यहां न रखें भारी वस्तु
घर का दूसरा सबसे अहम हिस्सा होता है ब्रह्मस्थान. ब्रह्म स्थान घर के बीच का हिस्सा होता है। घर के इस हिस्से को हमेशा खुला और हवादार रखना चाहिए। ब्रह्म स्थान से भारी फर्नीचर हटा दें और कोई भी फालतू चीज यहां ना रखें. दीवाली की सफाई में घर की पूर्व दिशा का जरूर ध्यान रखें। घर में सकारात्मक ऊर्जा इसी दिशा से आती है. इसलिए धनतेरस और दीवाली के दिन सुबह-सुबह ही घर की पूर्व दिशा को साफ कर लेना चाहिए।