Dhanteras 2022: धनतेरस पर समृद्धि के 13 योग, आर्थिक स्थिति अनुकूल नहीं तो ये भी खरीद सकते हैं, पढ़ें राजस्थान में शुभ मुहूर्त

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Dhanteras 2022: धनतेरस पर समृद्धि के 13 योग, आर्थिक स्थिति अनुकूल नहीं तो ये भी खरीद सकते हैं, पढ़ें राजस्थान में शुभ मुहूर्त

Dhanteras 2022: धनतेरस पर समृद्धि के 13 योग, आर्थिक स्थिति अनुकूल नहीं तो ये भी खरीद सकते हैं, पढ़ें राजस्थान में शुभ मुहूर्त

जयपुर/कोटा: दीपावली के त्योहार की शुरुआत धनतेरस (Dhanteras 2022) से होती है और इस बार 22 अक्टूबर यानी शनिवार को धनतेरस मनाई जा रही है। मान्यता के अनुसार धनतेरस के दिन मां लक्ष्मी, भगवान धनवंतरि और कुबेर जी की पूजा करने से घर में सुख-समृद्धि आती है। इसके साथ ही इस दिन सोना-चांदी व बर्तन खरीदने की परंपरा है। कोरोना के दो साल के अंधकार के बाद इस बरस रोशनी का महापर्व दिवाली खुशियां लेकर आया है। 22 अक्टूबर शनिवार को धनतेरस कार्तिक मास की त्रयोदशी तिथि शाम 6 बजकर 3 मिनट से शुरू हो रही है। जो रविवार को त्रयोदशी तिथि शाम 6 बजकर 4 मिनट पर खत्म होगी। इस साल धनतेरस का त्योहार दो दिवसीय होगा। देवताओं के प्रधान चिकित्सक भगवान धनवंतरि के जन्मोत्सव के रूप में यह पर्व मनाया जाता है। धनतेरस के दिन सोने, चांदी के आभूषण और धातु के बर्तन खरीदने की परंपरा है। शास्त्रों में ऐसा कहा गया है कि इससे घर में सुख समृद्धि बनी रहती है,संपन्नता आती है और माता महालक्ष्मी प्रसन्न होती हैं।

राजस्थान कोटा के ज्योतिषाचार्य अमित जैन का कहना है कि शास्त्रों के अनुसार प्रदोष काल व्यापनी त्रयोदशी में ही दीप दान होगा। धनतेरस पर कुबेर-लक्ष्मी का पूजन सायंकाल में किया जाता है। इसलिए त्रयोदशी तिथि सायंकाल में होने से धनतेरस 22 अक्टूबर को ही मनाई जाएगी। लेकिन खरीदी का अन्य शुभ कार्य 22, 23 अक्टूबर को भी किए जा सकेंगे। जबकि धनवंतरि जयंती उदयकालिक त्रयोदशी तिथि में मनाई जाती है। इसलिए धनवंतरि जयंती पर भगवान धनवंतरि का पूजन 23 अक्टूबर को किया जाएगा। 23 को पूरे दिन सर्वार्थसिद्धि योग रहेगा। इसलिए हर तरह की खरीदारी, निवेश और नई शुरुआत के लिए पूरे दिन शुभ मुहूर्त रहेंगे।

धनतेरस पर क्या खरीदें?

आज की खरीद से 13 गुना लाभ होता है। श्रीगणेश और लक्ष्मी की चांदी या मिट्टी की मूर्तियां। मूर्ति की जगह चांदी का सिक्का भी खरीद सकते हैं जिस पर गणेश-लक्ष्मी चित्रित हों। इन पर केसर का तिलक करके पूजन करें और लाल या पीले कपड़े पर रखें। दीपावली पूजन में भी इन सिक्कों या मूर्तियों का पूजन करें और फिर इन्हें अपनी तिजोरी में रखें। आर्थिक स्थिति अनुकूल नहीं हैं तो पेन और गणेश-लक्ष्मी का चित्र खरीद सकते हैं।

यमदेवता के लिए दीपदान

धनतेरस के दिन यमराज के लिए जिस घर में दीपदान किया जाता है। कहा जाता हैं कि वहां अकाल मृत्यु नहीं होती है। यमराज के निमित्त दीपक घर के बाहर दक्षिण की तरफ मुख करके जलाना चाहिए। दरअसल, दक्षिण दिशा यम की दिशा मानी जाती है। ऐसा भी माना जाता है कि घर में दीया घूमाने से इस दिन सारी नकारात्मक ऊर्जा खत्म हो जाती है।
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धन तेरस पर 13 गुना खरीद के शुभ मुहूर्त

22 अक्टूबर शनिवार
शुभ चौघड़िया 7.58 से 9.23
चर चौघड़िया 12.11 से 1.36तक
लाभ और अमृत चौघड़िया
1.37 से 4.24 तक
लाभ का चौघड़िया शाम
5.48 से 7.30 तक।
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23 अक्टूबर रविवार सुबह
चर, लाभ अमृत, चौघड़िया 7:59 से 12.11 तक
शुभ का चौघड़िया दोपहर 1.35 से 2.59 तक।

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