जिम्बाब्वे के खिलाफ धमाकेदार जीत के बावजूद केएल राहुल सवालों के घेरे में, क्या ऐसे होगी एशिया कप 2022 की तैयारी?
भारत ने जिम्बाब्वे को पहले वनडे मुकाबले में 10 विकेट से रौंदकर तीन मैच की सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली है। इस जीत के बावजूद भारतीय कप्तान केएल राहुल सवालों के घेरे में हैं। दरअसल, एशिया कप 2022 की तैयारियों के लिए कुछ भारतीय खिलाड़ियों के लिए यह सीरीज अहम मानी जा रही थी, मगर पहले वनडे के दौरान टीम इस तैयारी को छोड़ सिर्फ जीत दर्ज करने के इरादे से मैदान पर उरती। हरारे वनडे में पहले बल्लेबाजी करते हुए जिम्बाब्वे ने भारत के सामने 190 रनों का लक्ष्य रखा था, इस स्कोर को टीम इंडिया ने बिना विकेट खोए 30.5 ओवर में ही हासिल कर लिया।
शिखर धवन ने इस मामले में विराट कोहली को पछाड़ा, लिस्ट में कप्तान रोहित शर्मा काफी पीछे
जिम्बाब्वे दौरे के स्क्वॉड और एशिया कप की टीम पर एक नजर डालें तो तीन ऐसे खिलाड़ी हैं जो दोनों जगह मौजूद हैं। इनमें कप्तान केएल राहुल के साथ दीपक हुड्डा और आवेश खान शामिल हैं। केएल राहुल आईपीएल 2022 के बाद से ही टीम से बाहर चल रहे थे। जिम्बाब्बे दौरे पर उन्होंने कॉम्पिटेटिव क्रिकेट में वापसी की है। एशिया कप के लिए अपनी फिटनेस और बल्लेबाजी में लय हासिल करने के लिए उनके पास तीन ही मौके थे जिनमें उन्होंने पहला मौका गंवा दिया है।
दरअसल, जिम्बाब्बे जैसी कमजोर टीम के खिलाफ केएल राहुल ने टॉस जीतने के बाद पहले गेंदबाजी चुनी। अगर टीम इंडिया पहले बल्लेबाजी करती तो भारतीय खिलाड़ियों को भरपूर प्रैक्टिस का मौका मिलता, साथ कप्तान केएल राहुल भी बल्लेबाजी में अपना योगदान दे सकते थे जो इस मैच में बतौर मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज खेल रहे थे। वहीं एशिया कप स्क्वॉड के अन्य बल्लेबाज दीपक हुड्डा को भी खेलने का मौका नहीं मिला।
भारत ने जिम्बाब्वे को हराकर हासिल की बड़ी उपलब्धि, वनडे क्रिकेट में पहली बार एक ही साल में दो बार 10 विकेट से जीता मैच
वहीं जब जिम्बाब्वे की टीम पहले बल्लेबाजी करते हुए 189 रनों पर ढेर हो गई थी तब भी राहुल ने अपने फैसले को नहीं बदला। टीम शिखर धवन और शुभमन गिल के साथ ही गई और इन दोनों खिलाड़ियों ने अपने दम पर मैच जीता दिया। इस लो स्कोर को देखने के बाद राहुल अपने फैसलो को बदल सकते थे और मिडिल ऑर्डर की जगह पारी का आगाज कर सकते थे ताकि उनकी प्रैक्टिस हो सके, मगर उन्होंने ऐसा नहीं किया।
इसके अलावा केएल राहुुल ने प्लेइंग इलेवन में आवेश खान को मौका नहीं दिया जो एशिया कप 2022 की स्क्वॉड का हिस्सा हैं। जसप्रीत बुमराह और हर्षल पटेल की गैरमौजूदगी में आवेश की भूमिका आगामी टूर्नामेंट में अहम हो जाएगी जिसकी वजह से उन्हें जिम्बाब्वे में मौका मिलना चाहिए था, मगर ऐसा भी नहीं हुआ।
जिम्बाब्वे के खिलाफ पहले वनडे में एशिया कप 2022 की स्क्वॉड में शामिल तीनों खिलाड़ियों को अपना खेल दिखाने का मौका नहीं मिला। ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यही खड़ा होता है कि क्या ऐसे टीम इंडिया इस बड़े टूर्नामेंट की तैयारी कर पाएगी?
भारत ने जिम्बाब्वे को पहले वनडे मुकाबले में 10 विकेट से रौंदकर तीन मैच की सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली है। इस जीत के बावजूद भारतीय कप्तान केएल राहुल सवालों के घेरे में हैं। दरअसल, एशिया कप 2022 की तैयारियों के लिए कुछ भारतीय खिलाड़ियों के लिए यह सीरीज अहम मानी जा रही थी, मगर पहले वनडे के दौरान टीम इस तैयारी को छोड़ सिर्फ जीत दर्ज करने के इरादे से मैदान पर उरती। हरारे वनडे में पहले बल्लेबाजी करते हुए जिम्बाब्वे ने भारत के सामने 190 रनों का लक्ष्य रखा था, इस स्कोर को टीम इंडिया ने बिना विकेट खोए 30.5 ओवर में ही हासिल कर लिया।
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जिम्बाब्वे दौरे के स्क्वॉड और एशिया कप की टीम पर एक नजर डालें तो तीन ऐसे खिलाड़ी हैं जो दोनों जगह मौजूद हैं। इनमें कप्तान केएल राहुल के साथ दीपक हुड्डा और आवेश खान शामिल हैं। केएल राहुल आईपीएल 2022 के बाद से ही टीम से बाहर चल रहे थे। जिम्बाब्बे दौरे पर उन्होंने कॉम्पिटेटिव क्रिकेट में वापसी की है। एशिया कप के लिए अपनी फिटनेस और बल्लेबाजी में लय हासिल करने के लिए उनके पास तीन ही मौके थे जिनमें उन्होंने पहला मौका गंवा दिया है।
दरअसल, जिम्बाब्बे जैसी कमजोर टीम के खिलाफ केएल राहुल ने टॉस जीतने के बाद पहले गेंदबाजी चुनी। अगर टीम इंडिया पहले बल्लेबाजी करती तो भारतीय खिलाड़ियों को भरपूर प्रैक्टिस का मौका मिलता, साथ कप्तान केएल राहुल भी बल्लेबाजी में अपना योगदान दे सकते थे जो इस मैच में बतौर मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज खेल रहे थे। वहीं एशिया कप स्क्वॉड के अन्य बल्लेबाज दीपक हुड्डा को भी खेलने का मौका नहीं मिला।
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वहीं जब जिम्बाब्वे की टीम पहले बल्लेबाजी करते हुए 189 रनों पर ढेर हो गई थी तब भी राहुल ने अपने फैसले को नहीं बदला। टीम शिखर धवन और शुभमन गिल के साथ ही गई और इन दोनों खिलाड़ियों ने अपने दम पर मैच जीता दिया। इस लो स्कोर को देखने के बाद राहुल अपने फैसलो को बदल सकते थे और मिडिल ऑर्डर की जगह पारी का आगाज कर सकते थे ताकि उनकी प्रैक्टिस हो सके, मगर उन्होंने ऐसा नहीं किया।
इसके अलावा केएल राहुुल ने प्लेइंग इलेवन में आवेश खान को मौका नहीं दिया जो एशिया कप 2022 की स्क्वॉड का हिस्सा हैं। जसप्रीत बुमराह और हर्षल पटेल की गैरमौजूदगी में आवेश की भूमिका आगामी टूर्नामेंट में अहम हो जाएगी जिसकी वजह से उन्हें जिम्बाब्वे में मौका मिलना चाहिए था, मगर ऐसा भी नहीं हुआ।
जिम्बाब्वे के खिलाफ पहले वनडे में एशिया कप 2022 की स्क्वॉड में शामिल तीनों खिलाड़ियों को अपना खेल दिखाने का मौका नहीं मिला। ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यही खड़ा होता है कि क्या ऐसे टीम इंडिया इस बड़े टूर्नामेंट की तैयारी कर पाएगी?