हाथरस: हनुमान जी को लेकर आए दिन हमें कई बयानबाजियां देखने को मिल रहीं है. अब इस कड़ी में हाथरस की सिकंदराराऊ तहसील प्रशासन के समक्ष कुछ लोगों ने हनुमान जी की जाति का प्रमाण पत्र जारी करने की मांग की है.
बता दें कि इससे तहसील प्रशासन में काफी विचित्र स्थिति पैदा होगी है. सवर्ण पिछड़ा वर्ग एकता मंच ने तो निर्धारित फॉर्म भरकर आवेदन में पुराणों के आधार पर माता का नाम अंजनी, पिता का नाम केसरी और जाति क्षत्रिय लिखी है. अब ऐसे में तहसील प्रशासन द्वारा तय किया जाएगा कि जाति प्रमाण पत्र जारी किया जाएगा की नहीं.
सवर्ण पिछड़ा समान अधिकार मंच ने किया आवेदन
सवर्ण पिछड़ा समान अधिकार मंच के निशांत चौहान के अगुवाई में एसडीएम के नाम उनकी अनुपस्थिति में तहसीलदार प्रवीण कुमार के नाम दिए गए आवेदन में उल्लेख किया गया है कि महर्षि वाल्मीकि और तुलसीदास कृत रामायण के मुताबिक, हनुमान जी की माता जी का नाम अंजनी और पिता का नाम केसरी था. ये ही नहीं उनकी जाति क्षेत्रीय बताई गई थी. माता जानकी के वरदान के अनुसार वे अमर हो गए थे, इसलिए वह आज भी जीवित है. यह भी बताया गया है कि राजनीतिक पार्टी अपने मतलब के लिए उन्हें दलित, जाट और मुसलमान बता रहीं है. जिससे खुद बजरंगबली परेशान हो गए है. अब ये काफी जरूरी है कि हनुमान जी के भक्तों के समक्ष संकट उत्पन्न हो गई है कि आखिरकार उनके आस्था के भगवान की आखिर जाति क्या है.
राजनीति करने वालों के खिलाफ की जाए कार्रवाई
इस आवेदन में इस बात का उल्लेख भी किया गया है कि हनुमान जी की जाति को लेकर राजनीती करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो. पिछले काफी समय से हनुमान जी को लेकर काफी राजनीती देखने को मिल रहीं है जो अब थमने का नाम नहीं ले रहीं है.