48 घंटे तक दिल्ली बंद के ऐलान के बाद DDA की बैठक में तीन प्रस्ताव पास

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राजधानी दिल्ली में व्यापारी संघ ने सीलिंग के मुद्दे पर 48 घंटे के बंद का ऐलान किया है. बताया जा रहा कि इस वजह से दिल्ली के तकरीबन 7 लाख कारोबारी संस्थानों का शटर गिरा रहेगा. व्यापारियों की योजना है कि 5 हज़ार जगहों पर प्रदर्शन किया जाए. ऑल इंडिया कारोबारी संघ ने 48 घंटे के बंद का एलान किया है.

इस तरह की है बंद की योजना

कयास लगाया जा रहा है कि दिल्ली के इस महाबंद में तकरीबन 2 हज़ार व्यापार समितियां हिस्सा लेंगी और इस दौरान बंद 7 लाख से भी ज़्यादा कारोबारी संस्थान रहेंगे. दिल्ली बंद में बड़े बाज़ार, कनॉट प्लेस, करोल बाग, हौजखास, चांदनी चौक समेत तमाम अहम मार्केट्स नहीं खुलेंगी. जानकारी के मुताबिक इस संबंध में व्यापारी सीलिंग की मॉनिटरिंग कमिटी से भी मिलेंगे और सीलिंग के खिलाफ कैंडल मार्च भी निकाल रहे हैं. दिल्ली के व्यापारियों का आरोप है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश की आड़ में दिल्ली नगर निगम कानून 1957 के मूलभूत प्रावधानों को ताक पर रखकर सीलिंग की कार्रवाई कर रही है.

DDA की बैठक में तीन प्रस्ताव मंज़ूर

एक तरफ जहां व्यापारियों का विरोध प्रदर्शन जारी है वहीं खबर आ रही है कि आज सुबह 10 बजे से दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल के आवास पर डीडीए की बैठक में कई अहम फैसले लिए गए हैं. इस बैठक में तीन प्रस्ताव पास किए गए हैं, जिसमें एफएआर (FAR)  को बढ़ाकर 350 किया जाएगा. वहीं कनवर्ज़न चार्ज जो 10 गुना है वो भी कम करके दोगुना किया जाएगा और 12 मीटर की सड़कों पर कृषि गोदामों को रेगुलराइज़ किया जाएगा.

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ताज़ा जानकारी के मुताबिक इस बैठक के बाद जनसुनवाई होगी और फिर दिन की पब्लिक हियरिंग के बाद फिर से बैठक होगी. माना जा रहा है कि राजनीतिक गलियारों में हलचल और बैठकों के दौर की वजह से दिल्ली में व्यापारियों को सीलिंग से राहत मिल जाएगी. उपराज्यपाल अनिल बैजल के आवास पर डीडीए की बैठक में आप और बीजेपी के नेताओं के साथ डीडीए के अधिकारी और सदस्य मौजूद थे. सोमनाथ भारती, एसके बग्गा, विजेंदर गुप्ता और ओपी शर्मा जैसे नेताओं ने बैठक में हिस्सा लिया.