Delhi-NCR Flood: हिंडन और यमुना का घट रहा पानी, लेकिन फिर बारिश फिर बढ़ा सकती है लोगों की परेशानी
फिर घटने लगा यमुना का जलस्तर
यमुना का जलस्तर पिछले कुछ दिनों से खतरे के निशान से कभी ऊपर तो कभी नीचे हो रहा है। ऐसे में निचले इलाकों के आसपास रहने वाले लोगों में बाढ़ का डर बना हुआ है। हालांकि अब पिछले दिनों जैसी स्थितियां पैदा होने वाली नहीं है। ऐसी स्थिति जलस्तर 207.5 मीटर के आसपास होने पर ही पैदा हो सकती है। सोमवार शाम 5 बजे तक जलस्तर 206.30 मीटर रेकॉर्ड किया गया। बाढ़ व सिंचाई विभाग के अफसरों के अनुसार पिछले कुछ दिनों से जलस्तर लगातार ऊपर-नीचे हो रहा है, लेकिन इससे निचले इलाकों में रहने वालों को उतना खतरा नहीं है, जब तक जलस्तर 207 मीटर से अधिक न हो। सोमवार को दोपहर एक बजे के करीब हथिनी कुंड बैराज से 42,032, दोपहर 2 बजे 42,242, दोपहर 3 बजे 42,286, शाम 4 बजे 57,671 और शाम 5 बजे 39,578 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। शाम पांच बजे यमुना का जलस्तर 206.30 मीटर रेकॉर्ड किया गया। रविवार देर रात तक यमुना के जलस्तर में बढ़ोतरी होती रही, लेकिन सोमवार सुबह 5 बजे अचानक जलस्तर घटने लगा। तड़के चार बजे जलस्तर 206.57 मीटर और पांच बजे तक 206.56 मीटर रेकॉर्ड किया गया। यानी एक सेंटीमीटर की कमी आई। अगले 3 घंटे तक जलस्तर एक समान बना रहा। इसके बाद फिर कमी होने लगी। शाम 5 बजे तक जलस्तर घट कर 206.30 मीटर हो गया। विभाग के अफसरों का कहना है कि मंगलवार रात 2 बजे के करीब जलस्तर और भी घट जाएगा। अनुमान है कि इस समय तक जलस्तर 206.2 मीटर तक रह जाए।
आज से हिंडन में पानी कम होने की संभावना
हिंडन की बाढ़ से परेशान लोगों के लिए राहत भरी खबर है। प्रशासन का दावा है कि हिंडन में अब पानी के बढ़ने की स्पीड कुछ कम हुई है। हालांकि गाजियाबाद में कई सौ एकड़ जमीन में हिंडन नदी का पानी फैला हुआ है। जिला प्रशासन को सिंचाई विभाग के बलेनी स्थित ऑफिस से एक रिपोर्ट मिली है। इसमें जिला प्रशासन को बताया गया है कि हिंडन नदी में अगले 24 घंटे के अंदर पानी के बढ़ने का सिलसिला पूरी तरह से रुक जाएगा। मंगलवार को बारह बजे के बाद पानी घटने की उम्मीद है। जिला प्रशासन दो मोर्चों पर कार्य कर रहा है। उसे यमुना नदी में आई बाढ़ के साथ हिंडन नदी में आई बाढ़ पर भी नजर रखनी पड़ रही है। यमुना नदी में एक बार फिर से जलस्तर बढ़ने की खबर के बाद लोनी को लेकर प्रशासन एक बार फिर से चैकन्ना हो गया है। वहीं सूचना है कि कल दिल्ली-एनसीआर में भारी बरसात होने की आशंका है। अगर ऐसा होता है तो हिंडन नदी में पानी का दबाव और बढ़ने से बाढ़ की स्थिति और भी खराब हो सकती है। फिलहाल ज़िला प्रशासन का दावा है कि करहेड़ा स्थित स्कूल में बाढ़ से प्रभावित करीब एक हजार लोगों को रखा गया है, जहां उनके खाने और पानी आदि की व्यवस्था की जा रही है।