Delhi Metro: बदल गया मेट्रो की सबसे पुरानी रेड लाइन का लुक, देखिए 21 स्टेशन हो गए एकदम चकाचक…

269
Delhi Metro: बदल गया मेट्रो की सबसे पुरानी रेड लाइन का लुक, देखिए 21 स्टेशन हो गए एकदम चकाचक…

Delhi Metro: बदल गया मेट्रो की सबसे पुरानी रेड लाइन का लुक, देखिए 21 स्टेशन हो गए एकदम चकाचक…

नई दिल्ली: मेट्रो की सबसे पुरानी रेड लाइन के सभी पुराने 21 मेट्रो स्टेशनों के रेनोवेशन का काम डीएमआरसी ने पूरा कर लिया है। दिलशाद गार्डन से रिठाला के बीच स्थित इन स्टेशनों को दिल्ली मेट्रो के फेज-1 और 2 के दौरान बनाया गया था। स्टेशनों के स्ट्रक्चर के साथ-साथ मेट्रो लाइन के पिलर्स और वायाडक्ट को भी दुरुस्त किया गया है। स्टेशनों के रेनोवेशन का यह काम जुलाई 2019 में शुरू हुआ था, जो अब जाकर पूरा हुआ है। इतना लंबा समय लगने की एक बड़ी वजह यह रही कि 2020 और 2021 में कोविड से जुड़ी पाबंदियों के चलते रेनोवेशन का काम भी कुछ समय के लिए रोकना पड़ा था। रेनोवेशन की इस लंबी कवायद के तहत न केवल इन स्टेशनों के बाहरी और अंदरूनी लुक को सुंदर बनाया गया, बल्कि इन्फ्रास्ट्रक्चर के स्तर पर भी कई तरह के सुधार और बदलाव किए गए, ताकि इस लाइन के पुराने स्टेशंस भी फेज-3 में इसी लाइन पर दिलशान गार्डन से गाजियाबाद के नया बस अड्डा के बीच बनाए गए नए मेट्रो स्टेशनों के जैसे ही नजर आएं और उनमें भी यात्रियों को तमाम तरह की नई सुविधा मिल पाएं।

​स्टेशनों को दिया गया नया लुक

डीएमआरसी के अधिकारियों ने बताया कि रेनोवेशन वर्क के दौरान बड़े स्तर पर बदलाव के जो काम किए गए, उनमें सबसे प्रमुख काम स्टेशनों के अंदरूनी और बाहरी हिस्से के लुक को पूरी तरह से बदलने और उन्हें नया लुक देने का रहा, ताकि स्टेशन सुंदर नजर आएं और यात्री आराम से स्टेशन के किसी भी हिस्से में आ-जा सकें। इसके लिए ऐसे मटीरियल का इस्तेमाल किया गया, जिससे मेंटेनेंस भी आसान हो जाए। किसी भी स्टेशन को बंद किए बिना और यात्री सेवाओं को बाधित किए बिना ही स्टेशनों के ग्राउंड और कोनकोर्स लेवल पर लगी ग्रेनाइट की पूरी फ्लोरिंग को भी बदला गया। पुरानी फ्लोरिंग को हटाकर उसकी जगह पूरी तरह नई फ्लोरिंग लगाई गई। वहीं प्लेटफॉर्म पर केमिकल की पॉलिश के जरिए रेट्रोप्लेटिंग की गई, ताकि प्लेटफॉर्म भी नए नजर आएं। स्टेशन के अंदरूरी और बाहरी हिस्सों पर नया पेंट भी किया गया और नए प्रकार के अलग-अलग रंगों का इस्तेमाल किया गया, ताकि स्टेशन देखने में ज्यादा आकर्षक नजर आएं।

​पुराना ड्रेनेज सिस्टम भी बदला

95227235 -

एक और बड़ा काम स्टेशनों के पुराने ड्रेनेज सिस्टम को बदलने का किया गया। आज की जरूरतों के हिसाब से ड्रेनों के रूट बदले गए, ताकि लीकेज और सीलन की समस्या को कम किया जा सके। पूरे ड्रेनेज नेटवर्क की डीसिल्टिंग करके उसकी अच्छी तरह से सफाई की गई, ताकि पानी कहीं पर भी ना रुके। पानी की निकासी के सिस्टम में ऐसे बदलाव किए गए, जिससे स्टेशन के अंदरूनी हिस्से में पानी कम से कम आए। स्टेशनों के बाहरी हिस्से में यात्रियों के सर्कुलेटिंग एरिया और फुटपाथ को भी दुरुस्त करके उनकी खूबसूरती बढ़ाने का काम किया गया और उनके आस-पास रेलिंग लगाई गई। सभी स्टेशनों पर जरूरत के हिसाब से सीढ़ियों पर लगी रोलिंग शटर्स और फायर एग्जिट डोर भी बदले गए। जिन स्टेशनों पर टॉयलेट ब्लॉक्स और पार्किंग बनी हुई है, वहां टॉयलेट्स और पार्किंग एरिया को भी रेनोवेट किया गया। स्टेशनों पर लगे सभी पुराने साइनेज हटाकर फेज-3 के स्टेशनों पर जिस तरह के नए साइनेज लगाए गए हैं, उसी तरह के नए साइनेज लगाए गए। स्टेशनों की छत के सभी हिस्सों को भी नए सिरे से पेंट किया गया और फायर फाइटिंग सिस्टम को भी पूरी तरह अपग्रेड किया गया है, ताकि आग पर तुरंत काबू पाया जा सके।

​LED लाइटिंग और नए कैमरे लगाए

led-

सभी स्टेशनों पर लगी पुरानी लाइटिंग को बदलकर अब नई एलईडी लाइट्स लगाई गई हैं। इससे उर्जा की भी बचत होगी। जिन स्टेशनों के एस्केलेटर्स और पुराने एनालॉग सीसीटीवी कैमरे बहुत पुराने पड़ गए थे, उन्हें भी बदलकर नए एस्केलेटर्स और नए डिजिटल कैमरे लगाए गए। ओएचई ट्रिप होने की घटनाओं को रोकने के लिए कैंटनरी वायरों पर इंसुलेशन स्लीव्स और बर्ड स्पाइक्स भी लगाए गए, ताकि पक्षियों की वजह से तार डैमेज ना हों। खासकर पर जिन इलाकों में मेट्रो लाइन के आस-पास पक्षी ज्यादा मंडराते हैं या जहां ओएचई ट्रिप होने की घटनाएं ज्यादा होती हैं, वहां खासतौर से ये उपाय किए गए हैं।

​अब ब्लू लाइन के स्टेशनों का नंबर

95227279 -

रेड लाइन के रेनोवेशन का काम पूरा होने के बाद मेट्रो की ब्लूलाइन के पुराने स्टेशनों का काम भी शुरू कर दिया गया है। यह काम चरणबद्ध तरीके से किया जा रहा है। इसके तहत अभी तक 6 स्टेशनों का रेनोवेशन किया जा चुका है। जल्द ही अगले 6 स्टेशनों के रेनोवेशन का काम शुरू किया जाएगा। कुल मिलाकर अभी तक फेज-1 और 2 में बने 27 पुराने स्टेशनों के रेनोवेशन किया जा चुका है। डीएमआरसी के अधिकारियों का कहना है कि वैसे तो स्टेशनों पर रेनोवेशन और मेंटेनेंस का काम एक सतत प्रक्रिया है, जो हमेशा चलती रहती है, लेकिन पुराने स्टेशनों पर बड़े स्तर पर रेनोवेशन का काम करके स्टेशनों के पूरे लुक को बदला जा रहा है और उनमें नई यात्री सुविधाओं का इंतजाम किया जा रहा है।

इसलिए खास है मेट्रो की रेड लाइन

95227329 -
  • 25 दिसंबर 2002 को रेड लाइन पर शाहदरा से तीस हजारी के बीच चली थी पहली मेट्रो ट्रेन (फेज-1 में)
  • 4 अक्टूबर 2003 को रेड लाइन पर तीस हजारी से इंद्रलोक के बीच शुरू हुई थी मेट्रो सेवा (फेज-1 में)
  • 1 अप्रैल 2004 को इंद्रलोक से रिठाला के बीच मेट्रो सर्विस शुरू की गई थी (फेज-1 में)
  • 3 जून 2008 को शाहदरा से दिलशाद गार्डन के बीच मेट्रो सेवा शुरू हुई (फेज-2 में)
  • 9 मार्च 2019 से दिलशाद गार्डन और शहीद स्थल (नया बस अड्डा के बीच) मेट्रो सेवा शुरू हुई (फेज-3 में)

दिल्ली की और खबर देखने के लिए यहाँ क्लिक करे – Delhi News