Delhi Mayor Election: दिल्ली मेयर चुनाव से पहले MCD में हंगामा, BJP और AAP पार्षद भिड़े
सिविल सेंटर में शुक्रवार सुबह क्या हुआ?
शुक्रवार को सबसे पहले उपराज्यपाल वीके सक्सेना द्वारा घोषित पीठासीन अधिकारी बीजेपी की सत्य शर्मा ने शपथ ग्रहण की। उसके बाद एलजी के मनोनीत 10 पार्षदों के शपथ ग्रहण का सिलसिला शुरू हुआ। तभी, आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं की ओर से नारे लगने लगे। उन्होंने आपत्ति जताते हुए कहा कि पहले चुने हुए पार्षदों का शपथ ग्रहण होना चाहिए। देखते ही देखते बीजेपी के पार्षदों की ओर से भी नारे लगने लगे और यह नारेबाजी हंगामा और मारपीट में तब्दील हो गई।
AAP डरी क्यों हुई है… AAP नैतिक रूप से हार चुकी है… क्या उसे लगता है कि उसके पार्षद पार्टी का साथ नहीं देंगे?
मनोज तिवारी, बीजेपी सांसद
AAP को राजनीतिक समीकरण बिगड़ने का डर
एलजी द्वारा की गई एल्डरमैन की नियुक्ति को लेकर आम आदमी पार्टी की मुख्य चिंता एमसीडी में समीकरण बिगड़ने की है। एलजी ने जिन 10 लोगों को एमसीडी में पार्षद मनोनीत किया है, उनका सीधा ताल्लुक बीजेपी से होने की चर्चा है। बीजेपी इस बार विपक्ष में है। ऐसे में इन मनोनीत पार्षदों की मौजूदगी से एमसीडी में बीजेपी को राजनीतिक बल मिल सकता है। मनोनीत पार्षद मेयर और डिप्टी मेयर के चुनाव में वोट नहीं डाल सकते, लेकिन स्टैंडिंग कमिटी मेंबर और जोन चेयरमैन के चुनाव में वोट डाल सकते हैं। इससे एमसीडी में नीतिगत फैसले लेने वाली स्टैंडिंग कमिटी में आम आदमी पार्टी के समीकरण गड़बड़ा सकते हैं। जोनल इलेक्शन में भी इसका असर पड़ सकता है। इसी वजह से आप एल्डरमैन की नियुक्ति का कड़ा विरोध कर रही है।