Delhi Gokulpuri Murder: प्रॉपर्टी हाथ से जाती दिखी तो कातिल बहू ने बनाया सास-ससुर की हत्या का प्लान, सीक्रेट सिम से ऐसे रची पूरी साजिश
पति ने देख लिया था पत्नी का सेक्स चैट… दिल्ली में डबल मर्डर की ‘कातिल बहू’ का राज खुल गया
डीसीपी (नॉर्थ ईस्ट) डॉ. जॉय टिर्की ने बताया कि सोमवार सुबह 7:19 बजे गोकुलपुरी के भागीरथी विहार में डबल मर्डर की कॉल मिली। पुलिस को घर के ग्राउंड फ्लोर पर राधेश्याम वर्मा (72) और वीणा (68) मृत मिले। दोनों के गले धारदार हथियार से रेते गए थे। कमरे का सामान बिखरा पड़ा था, जो दिखावटी सा लग रहा था। राधेश्याम सरकारी स्कूल से वाइस प्रिंसिपल की पोस्ट सेरिटायर हुए थे। फैमिली 38 साल से इस घर में रह रही थी। बेटा रवि रतन (38), बहू मोनिका और पांच साल का बेटा पहली मंजिल पर सोए थे।
शादी से नाखुश थी बहू मोनिका
पूछताछ में घर से 4.5 लाख रुपये और जूलरी गायब बताई। ये रकम मकान के एक हिस्से को 50 लाख में बेचने का बयाना था। बेटा रवि मुस्तफाबाद स्कूल में गेस्ट टीचर रहा है, जिसने अब जौहरीपुर में गारमेंट्स और कॉस्मेटिक शॉप खोल ली। पुलिस को बताया कि रात 10:30 बजे आखिरी बार माता-पिता को देखा था। गोकुलपुरी थाने में घर में घुसने, लूट करने और हत्या का केस दर्ज किया। अडिशनल डीसीपी संध्या स्वामी की देखरेख में 2 एसीपी, 8 इंस्पेक्टर और करीब 60 पुलिसकर्मियों की टीम बनाई गई।
‘कातिल बहू’ ने पति से छुटकारा पाने का भी बनाया था प्लान
जांच में पता चला कि बहू मोनिका शादी से नाखुश थी। गाजियाबाद निवासी आशीष से उसका अफेयर था, जो वैशाली के मॉल में बाउंसर था। पति को जानकारी थी और घर में अक्सर झगड़ा होता था। सास-ससुर बहू पर निगरानी रखते थे। पड़ोसियों ने अफेयर को लेकर झगड़े की जानकारी दी। पुलिस ने आशीष की तलाश की तो कत्ल से पहले की शाम से घर से गायब मिला। फोन भी बंद था। सीसीटीवी फुटेज में बाइक पर हेलमेट पहने हुए दो लड़के दिखे,पीछे आशीष बैठा था। विकास पर कई केस हैं।
फेसबुक पर हुई थी दोस्ती
क्राइम सीन को देखते हुए पुलिस का शक भीतर के लोगों पर गया। एक-एक कर सबको खंगाला तो शक की सुई मोनिका की तरफ घूम गई। पुलिस ने मोनिका से कड़ाई से पूछताछ की तो वो टूट गई। उसने बताया कि डीयू से ग्रैजुएशन के बाद वो नोएडा स्थित कॉल सेंटर में जॉब करती थी। कोविड के दौरान वो सोशल मीडिया पर ज्यादा एक्टिव रहने लगी तो अगस्त 2020 में उसकी दोस्ती आशीष से हो गई। फरवरी 2021 में एक होटल में मुलाकात हुई तो अक्सर होटलों में मिलने लगे। रवि से 2016 में शादी होने के बाद जॉब छोड़ दी।
प्रॉपर्टी हाथ से जाती दिखी
रवि ने ओपन यूनिवर्सिटी से ग्रैजुएशन के बाद प्राइवेट यूनिवर्सिटी से बीएड की थी। इलेक्ट्रिक इंजीनियरिंग में डिप्लोमा भी किया था। रवि को वॉट्सऐप मेसेज से अफेयर का पता चला तो पत्नी को बटन वाला फोन दे दिया। इसके बावजूद दोनों मिलते रहे। आशीष गाजियाबाद स्थित घर भी ले गया, जहां अपनी मां और भाई से मिलवाया। मोनिका के शादीशुदा होने का पता चला तो मां नाराज हुई। सास-ससुर भी निगरानी रखने लगे। लिहाजा मोनिका ने उन्हें रास्ते से हटाने की साजिश दिसंबर 2022 में रच ली। आशीष को राजी कर लिया। 12 फरवरी को राधेश्याम ने मकान का बयाना पकड़ा तो प्रॉपर्टी हाथ से जाती दिखी।
खरीदे सीक्रेट सिम
साजिश को 20 फरवरी को अंतिम रूप दे दिया। मर्डर को अंजाम देने के लिए दो सीक्रेट सिम लिए गए। एक मोनिका को दिया और दूसरा आशीष ने रखा। मर्डर से दो दिन पहले सीक्रेट नंबरों से बात शुरू की। मोनिका ने आशीष को 9 अप्रैल की रात अपने घर बुलाया। पति और सास को मार्केट भेज दिया, जबकि ससुर दुकान से 8:00 बजे केबाद लौटते थे। आशीष और विकास को छत पर छिपा दिया। दोनों को खाने को भी दिया। रात 10:30 बजे फैमिली सो गई तो 1:15 बजे मोनिका को कॉल कर नीचे आने की सूचना दी। मोनिका को कमरे से बाहर नहीं आने की हिदायत दी। दोनों फोन पर संपर्क में रहे। रात 2:12 बजे हत्या के बाद कॉल कर वहां से निकल गया।