Delhi Flood Update: शुक्र है घट रहा यमुना में पानी, कल तक मिलेगी रिहायशी इलाकों को राहत
कमिशन के अफसरों के अनुसार हथिनी कुंड बैराज से पिछले दो दिनों से पानी छोड़ने की रफ्तार एक लाख क्यूसेक से कम है। शुक्रवार सुबह 6 बजे से दोपहर 12 बजे तक औसतन हर घंटे 50 लाख क्यूसेक पानी बैराज से डिस्चार्ज किया जा रहा था। इसके बाद पानी छोड़ने की रफ्तार इससे भी कम हो गई। दोपहर एक बजे से शाम चार बजे तक हर घंटे औसतन 40 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया। इससे इससे जलस्तर में हर घंटे एक से दो सेंटीमीटर की कमी आ रही है। शाम चार बजे के करीब हथिनी कुंड बैराज से 46,667 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। इस दौरान जलस्तर 208.23 मीटर रहा।
अगले 3-4 दिनों में पानी निकासी संभव
फ्लड एंड कंट्रोल विभाग के अफसरों के अनुसार यमुना का जलस्तर हर घंटे एक से दो सेंटीमीटर कम तो हो रहा है, लेकिन आसपास के बस्तियों से पानी निकलने में कम से कम 3-4 दिन लगेंगे। इस दौरान भी पानी पूरी तरह से निकल जाए, यह संभव नहीं है। ऐसे इलाकों से अगर पानी की निकासी तेजी से करनी है, तो इसके लिए संबंधित एजेंसियों को मोटर पंप का इस्तेमाल करना होगा। जो नाले यमुना में सीधे कनेक्टेड हैं, उनमें पानी का फ्लो तब शुरु होगा, जब वॉटर लेवल 204 मीटर तक हो। यानी वॉटर लेवल के वॉर्निंग लेवल (204.5 मीटर) से भी कम होने पर ही नालों से पानी का डिस्चार्ज शुरु होगा।
जल्द यमुना के पास के इलाकों में बेहतर हो सकते हैं हालात
यमुना के आसपास के इलाकों में रहने वाले लोगों का जनजीवन रविवार तक सामान्य हो सकता है। अफसरों का कहना है की पानी का लेवल तेजी से कम हो रहा है। हर घंटे करीब 1 से 2 सेंटीमीटर जलस्तर में कमी आ रही है। ऐसे में अनुमान है कि रविवार तक जलस्तर 206 मीटर हो जाएगा और यमुना बाजार, आईटीओ, मॉनेस्ट्री, मुखर्जी नगर, मॉडल टाउन इलाकों में जहां पानी भरा है, वहां रहने वालों को राहत मिल जाए। पूरी तरह से राहत तब मिलेगी, जब जलस्तर 204 मीटर तक होगा। दो दिनों में आईटीओ के आसपास जिन ड्रेन का कनेक्शन यमुना में हैं, उसमें भी पानी का डिस्चार्ज बेहतर होने लगेगा। जिससे आईटीओ, राजघाट और उस स्ट्रेच में इतनी दिक्कत नहीं होगी।