दिल्ली विधानसभा चुनाव की तैयारी में सभी पार्टियां लग गयी है, कांग्रेस, बीजेपी और आम आदमी पार्टी सभी अपनी चुनावी रणनीति के साथ तैयार है। चुनाव आयोग की तरफ से भी विधानसभा चुनाव की तैयारियां पूरी हो गयी है और चुनाव की तारिख लगभग तय हो गई है। दिल्ली में 8 फरवरी को डाले जाएंगे वोट, 11 फरवरी को होगा नई सरकार का फैसला, आज शाम चुनाव आयोग प्रेस कॉन्फ्रेंस की जिसमें चुनाव की तारीख बताई गई।
ऐसे में यह खबरें भी सामने आ रही थी कि 15 फरवरी से पहले दिल्ली के विधानसभा चुनाव कराए जा सकते हैं। दिल्ली मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) के मुताबिक मतदाता पहचान पत्रों के संशोधन का काम 15 नवंबर 2019 को शुरू हुआ था, जो 16 दिसंबर 2019 को पूरा हुआ।
मतदाता पहचान पत्रों के संशोधन का काम के तहत दिल्ली में कुल करीब 1.47 करोड़ (1,46,92,136) मतदाता पंजीकृत किए गए। हालांकि इसके बाद भी कई लोगों ने मतदाता सूची में नाम जोड़ने के लिए अब भी आवेदन भी किया है।
आम आदमी पार्टी जनता के समक्ष 5 साल केजरीवाल सरकार द्वारा किए गए कार्य को लेकर चुनावी मैदान पर उतरेगी। वही कांग्रेस भी एक बार फिर अपनी डूबी हुई नैया को बचाने की कोशिश करेगी। अपने खोए हुए जनाधार को वापस पाने की चाहा में कांग्रेस भी तैयार है।
कांग्रेस की तरफ से भी यह बयान सामने आया की इस बार दिल्ली में कांग्रेस की सरकार ही बनेगी। बीजेपी भी पुरजोर कोशिश में है की केंद्र की तरह दिल्ली में भी बीजेपी का डंका बजे और करीब 21 साल के बाद उनके पास दिल्ली की सत्ता पर आये। दिल्ली में कुल 70 विधानसभा सीट के लिए चुनाव होंगे।
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गौरतलब है कि साल 2015 में हुए विधानसभा चुनाव में दिल्ली की कुल 70 विधानसभा सीटों में से आम आदमी पार्टी ने शानदार बहुमत के साथ 67 सीटें जीती थी। वही बीजेपी महज 3 सीटों में सिमट कर रह गई थी और वही करीब 15 साल पूर्व मुख़्यमंत्री शीला दीक्षित की अगुवाई में कांग्रेस 2015 के चुनाव में एक भी सीट नहीं जीत पायी।