Delhi Crime News: पकड़ा गया ‘माया भाई’ बनने की चाहत रखने वाला नाबालिग, दहशत फैलाने को तीन दिन तक करता रहा फायरिंग
पुलिस अधिकारी ने बताया कि पकड़ा गया 17 वर्षीय नाबालिग गाजियाबाद के लोनी का रहने वाला है। वह पहले से ही चार मामलों में आरोपी है। इसमें दो हत्या के भी केस हैं। पुलिस ने उसके पास से लूटी हुई स्कूटी बरामद की है। क्राइम ब्रांच में तैनात हवलदार जोगिंदर को इस गैंग के उत्तर पूर्वी दिल्ली में सक्रिय होने और सरेआम आम लोगों पर फायरिंग करने की सूचना मिली थी।
पता चला था कि वह इस प्रकार की वारदातों को अंजाम देकर कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का ध्यान अपनी ओर खींचना चाहता था। उसका इरादा इलाके में अपना दबदबा बनाने का था। यहां तक कि नाबालिगों के इस गैंग का एक सदस्य इलाके में खुद के लॉरेंस सिंडिकेट के संपर्क में होने का दावा करते हुए धौंस भी जमाया करता था।
ये बच्चा गैंग वारदात करने से पहले इंस्टाग्राम में लाइव आता था। अपनी अगली वारदात की साजिश की जानकारी देता था। इंस्टाग्राम की आईडी 302 और 307 बना रखी थी, जो हत्या और जानलेवा हमले की आईपीसी की धारा है। पुलिस टीम ने टेक्निकल सर्विलांस के जरिये आरोपी को शिव विहार इलाके से दबोच लिया। इसके दो साथी फरार होने में सफल रहे। इससे लूटा गया स्कूटर रिकवर हुआ। पूछताछ में उसने बताया कि उसके दो साथी हाल ही में सुधार गृह से आए थे।
नाबालिग ने बताया कि 13 फरवरी को उसके गैंग ने सिर्फ दहशत फैलाने के लिए फायर कर दिया था। एक शख्स से स्कूटर लूट लिया था। इन मामलों में वेलकम थानों में कातिलाना हमले और लूटपाट के दो अलग-अलग केस दर्ज हुए। इसके अगले दिन 14 फरवरी को जाफराबाद के मोहनपुरी में एक शख्स से स्कूटर लूटने के दौरान फायर किया। इसके बाद 15 फरवरी को फरार होने के लिए भजनपुरा थाने के पुलिसकर्मियों पर फायरिंग तक कर दी।
पूछताछ में पुलिस को पता चला कि इनके एक साथी को एक शख्स ने पीट दिया था, जिसका वीडियो भी बना था। इसलिए इस गैंग ने उस शख्स की हत्या करने की साजिश रच दी थी। लेकिन, पुलिस ने पहले ही इन्हें पकड़ लिया। इससे एक जिंदगी बच गई। पुलिस ने इस गैंग के चार नाबालिगों की गिरफ्तारी से चार केस सुलझाने का दावा किया है।
पुलिस ने बताया कि क्राइम ब्रांच के हत्थे चढ़े नाबालिग का नाम 15 नवंबर 2021 में करावल नगर इलाके में हुई हिमांशु सापट की हत्या में आया था। इसे सुधार गृह भेजा गया था। जेजे बोर्ड में इसका केस खत्म हो गया है। बाहर आने के दो महीने बाद ही उसने मई 2022 में अतुल और अंशुल बैरवा के साथ शिव विहार के संगम का मर्डर कर दिया। यह दिसंबर 2022 तक सुधार गृह में रहा। इसके बाद से यह नॉर्थ ईस्ट दिल्ली में लगातार उत्पात मचा रहा था।