Delhi Crime: ATM मशीन में गोंद लगाकर 200 से ज्यादा लोगों से की ठगी, गैंग की मोडस ऑपरेंडी जान उड़ जाएंगे होश
विशेष संवाददाता, नई दिल्लीः 5 रुपये की फेविक्विक से शातिर जालसाज 200 से भी ज्यादा एटीएम ठगी की वारदातों को अंजाम दे चुके हैं। ये ठग एटीएम मशीन में कार्ड डालने वाली जगह पर फेविक्विक डाल देते थे, जब कोई कस्टमर कार्ड डालता तो यह चिपक जाता। गैंग के तीन साथियों में से एक गार्ड बन जाता था और दो कस्टमर को गुमराह कर उनका पिन नंबर जान लेते थे। इसके बाद पैसा निकाला जाता था। पुलिस ने गैंग का खुलासा करते हुए 3 आरोपियों का गिरफ्तार किया है। गैंग के पकड़े जाने से साउथ दिल्ली पुलिस ने 14 मामलों के खुलासा होने का दावा किया है। पुलिस का कहना है कि इस तरह से गैंग ने 200 से अधिक लोगों के एटीएम से पैसे निकाले।
7 तक पढ़ा है गैंग का मास्टरमाइंड
साउथ दिल्ली पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों में रवि कुमार भारती (36), पिंटू कुमार (30) और सुभाष (18) हैं। तीनों मूलरूप से बिहार के गया जिले के रहने वाले हैं। इनमें पिंटू और सुभाष गया में फतेहपुर थाना इलाके के एक ही गांव के रहने वाले हैं। गैंग का मास्टरमाइंड पिंटू बताया गया है। यह 7वीं क्लास तक पढ़ा है। इसी तरह के चार मामलों में यह पहले भी शामिल रह चुका है। रवि और पिंटू यहां नेब सराय में रह रहे थे। ग्रेजुएट रवि नेब सराय में ढाबा चलाता था।
क्राइम के हथियार… पेचकस, पलास, चाकू, फेविक्विक के पाउच
इनके पास से 1 लाख 28 हजार 500 रुपये, एक बाइक, एक स्कूटर, एटीएम में फंसे कार्ड को निकालने के लिए पेचकस, पलास, चाकू, एटीएम कार्ड चिपकाने के लिए फेविक्विक के 16 पाउच और अन्य सामान बरामद किया गया है। इन्हें मैदानगढ़ी थाना पुलिस ने पकड़ा है। मामले में पुलिस ने बताया कि लोगों को ठगने के लिए यह एटीएम मशीन में उस जगह फेविक्विक लगा देते थे, जहां कार्ड डालकर पैसे निकाले जाते हैं। इसके अलावा एटीएम कियोस्क में ही पेपर पर गार्ड का मोबाइल नंबर लिखकर चिपका देते थे, लेकिन यह फर्जी गार्ड इनके गैंग का ही सदस्य होता था।
ATM कार्ड चिपकाकर करते थे ‘खेल’
जैसे ही कस्टमर पैसे निकालने के लिए एटीएम में कार्ड डालता था, उसका कार्ड चिपक जाता था। इसी दौरान वहां पर मौजूद एक ठग कस्टमर से गार्ड का कॉल करने के लिए कहता। फर्जी गार्ड आता और कस्टमर से बोलता कि आप एक बार अपना पिन नंबर डालकर कार्ड को बाहर निकालने की कोशिश करो। कस्टमर कई बार पिन नंबर डाल कर कोशिश करता। इसी दौरान गैंग के दोनों सदस्य उनके पिन नंबर को देख लेते। इसके बाद भी कार्ड नहीं निकलने पर गार्ड बोलता कि वह इंजीनियर को भेजता है। आप बाहर आ जाइए। इसके बाद गैंग मेंबर कस्टमर को उलझाकर उसका कार्ड निकालते थे और फिर पैसे निकाल लेते थे।
पुलिस ने इनकी गिरफ्तारी से एटीएम ठगी के 14 ऐसे मामलों का खुलासा करने का दावा किया है। यह वारदात इन्होंने आंबेडकर नगर, मालवीय नगर, साकेत, लाजपत नगर, बिंदापुर, वसंतकुंज नॉर्थ और नबी करीम थाना इलाके में इस साल फरवरी से अगस्त के बीच की हैं। मामले में और तफ्तीश की जा रही है।
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7 तक पढ़ा है गैंग का मास्टरमाइंड
साउथ दिल्ली पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों में रवि कुमार भारती (36), पिंटू कुमार (30) और सुभाष (18) हैं। तीनों मूलरूप से बिहार के गया जिले के रहने वाले हैं। इनमें पिंटू और सुभाष गया में फतेहपुर थाना इलाके के एक ही गांव के रहने वाले हैं। गैंग का मास्टरमाइंड पिंटू बताया गया है। यह 7वीं क्लास तक पढ़ा है। इसी तरह के चार मामलों में यह पहले भी शामिल रह चुका है। रवि और पिंटू यहां नेब सराय में रह रहे थे। ग्रेजुएट रवि नेब सराय में ढाबा चलाता था।
क्राइम के हथियार… पेचकस, पलास, चाकू, फेविक्विक के पाउच
इनके पास से 1 लाख 28 हजार 500 रुपये, एक बाइक, एक स्कूटर, एटीएम में फंसे कार्ड को निकालने के लिए पेचकस, पलास, चाकू, एटीएम कार्ड चिपकाने के लिए फेविक्विक के 16 पाउच और अन्य सामान बरामद किया गया है। इन्हें मैदानगढ़ी थाना पुलिस ने पकड़ा है। मामले में पुलिस ने बताया कि लोगों को ठगने के लिए यह एटीएम मशीन में उस जगह फेविक्विक लगा देते थे, जहां कार्ड डालकर पैसे निकाले जाते हैं। इसके अलावा एटीएम कियोस्क में ही पेपर पर गार्ड का मोबाइल नंबर लिखकर चिपका देते थे, लेकिन यह फर्जी गार्ड इनके गैंग का ही सदस्य होता था।
ATM कार्ड चिपकाकर करते थे ‘खेल’
जैसे ही कस्टमर पैसे निकालने के लिए एटीएम में कार्ड डालता था, उसका कार्ड चिपक जाता था। इसी दौरान वहां पर मौजूद एक ठग कस्टमर से गार्ड का कॉल करने के लिए कहता। फर्जी गार्ड आता और कस्टमर से बोलता कि आप एक बार अपना पिन नंबर डालकर कार्ड को बाहर निकालने की कोशिश करो। कस्टमर कई बार पिन नंबर डाल कर कोशिश करता। इसी दौरान गैंग के दोनों सदस्य उनके पिन नंबर को देख लेते। इसके बाद भी कार्ड नहीं निकलने पर गार्ड बोलता कि वह इंजीनियर को भेजता है। आप बाहर आ जाइए। इसके बाद गैंग मेंबर कस्टमर को उलझाकर उसका कार्ड निकालते थे और फिर पैसे निकाल लेते थे।
पुलिस ने इनकी गिरफ्तारी से एटीएम ठगी के 14 ऐसे मामलों का खुलासा करने का दावा किया है। यह वारदात इन्होंने आंबेडकर नगर, मालवीय नगर, साकेत, लाजपत नगर, बिंदापुर, वसंतकुंज नॉर्थ और नबी करीम थाना इलाके में इस साल फरवरी से अगस्त के बीच की हैं। मामले में और तफ्तीश की जा रही है।