Delhi Crime: द्वारका के होटल में छिपे कैमरे से बनाते थे ब्लू फिल्म और करते थे ब्लैकमेल, तीन अरेस्ट
रिसेप्शनिस्ट ही निकला ब्लैकमेलिंग रैकेट का किंगपिन
पुलिस ने मामले की तहकीकात की और पता चला कि होटल का रिसेस्पशनिस्ट ही ब्लैकमेलिंग रैकेट का मास्टरमाइंड है। उसने दो दोस्तों को होटल द ग्रेट इन में नौकरी दिला दी। वो नौकरी करने के अलावा इसी फिराक में रहा करते थे कि कोई कपल आए तो उनकी ब्लू फिल्म बना लूं। द्वारका डीसीपी एम. हर्षवर्धन ने कहा, ‘एक पीड़ित की शिकायत पर उगाही और आईटी एक्ट की धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज कर ली गई। एसीपी राम अवतार, इंस्पेक्टर जगदीश कुमार और अन्य पुलिसवालों के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई जिसने जांच शुरू की।’ जांच टीम को पता चल गया कि संदिग्धों ने ब्लैकमेलिंग के लिए इंस्टाग्राम की किस आईडी का इस्तेमाल किया था। उस आईडी से जो मोबाइल नंबर कनेक्ट था, वह उत्तर प्रदेश में हापुड़ के मोन टोंक का था। हालांकि, पता फर्जी निकला।
हापुड़ से पकड़ाया विजय और हो गया भंडाफोड़
तब पुलिस ने साइबर टूल्स के इस्तेमाल से हापुड़ में एक आरोपी विजय को गिरफ्तार किया। विजय ने पूछताछ में ब्लैकमेलिंग के धंधे में लिप्त होने का अपना गुनाह कबूल कर लिया। बारी थी उसके साथियों के खुलासे की। पुलिस ने कड़ाई की तो उसने बता दिया कि अंकुर और दिनेश इस घिनौने धंधें में शामिल हैं। विजय ने पुलिस को बताया कि वह पहले अपनी कम कमाई से खिन्न रहता था। इसलिए मई 2022 में द ग्रेट इन होटल में रिसेप्शनिस्ट की नौकरी जॉइन कर ली। वह वहां का हाउस कीपिंग का इन-चार्ज भी था। वहीं पर ज्यादा कमाई के लिए उसके दिमाग में होटल में रुकने वालों के ब्लू फिल्म बनाने का विचार कौंधा। यूं तो विजय ने अगस्त 2022 में वह नौकरी छोड़ दी, लेकिन अपने दोस्तों अंकुर और दिनेश से कहा कि वो होटल में रहकर इस धंधे को आगे बढ़ाते रहे हैं।
दिल्ली पुलिस ने फर्जी पते पर सिम कार्ड जारी करने वाले दुकानदार दीप को भी गिरफ्तार कर लिया है। दिल्ली पुलिस की जांच टीम ने बताया कि उसके पास से पांच मोबाइल फोन, एक हार्ड डिस्क, 54 ब्लैंक सिम कार्ड और एक बायोमेट्रिक मशीन बरामद किया गया है।