Dehradun-Delhi expressway: दिल्‍ली-देहरादून एक्‍सप्रेस वे के लिए कटेंगे 1.6 हजार साल के पेड़, हाई कोर्ट ने वन विभाग से कहा- वादा करो हर पेड़ की होगी भरपाई

117


Dehradun-Delhi expressway: दिल्‍ली-देहरादून एक्‍सप्रेस वे के लिए कटेंगे 1.6 हजार साल के पेड़, हाई कोर्ट ने वन विभाग से कहा- वादा करो हर पेड़ की होगी भरपाई

नैनीताल
उत्‍तराखंड हाई कोर्ट ने राज्‍य के वन विभाग से कहा है क‍ि वह वादा करे कि देहरादून-दिल्‍ली एक्‍सप्रेस वे बनाने के लिए जो 1,600 से ज्‍यादा साल के पेड़ गिराए जाने हैं उनकी जगह साल के दूसरे पौधे लगेंगे। ये पेड़ राजाजी नेशनल पार्क में काटे जाएंगे। कहा जा रहा है कि इस एक्‍सप्रेस वे के चलते देहरादून और दिल्‍ली के बीच लगने वाला समय आधे से भी कम हो जाएगा।

चीफ जस्टिस आरएस चौहान और जस्टिस आलोक कुमार वर्मा की बेंच जनहित याचिकाओं की सुनवाई कर रही थी। इनमें राजाजी नेशनल पार्क पर इस छह लेन के एक्‍सप्रेस वे की वजह से पड़ने वाले असर पर चिंता जताई गई थी। दावा किया जा रहा है कि इस एक्‍सप्रेस वे से दिल्‍ली से देहरादून की यात्रा पांच की जगह दो घंटे में पूरी हो जाया करेगी।
नैनीताल में बारिश के कारण लगातार हो रहे भूस्खलन, डीएसबी हॉस्टल पर खतरा, कई मार्ग आवागमन के लिए बंद
3.4 किलोमीटर में ज्‍यादा आशंका
पर्यावरणविदों ने गणेशपुर (यूपी) और देहरादून के बीच होकर गुजरने वाले इस एक्‍सप्रेस वे के 19.7 किलोमीटर के हिस्‍से से जुड़ी आशंकाओं उठाई थीं। एक्‍सप्रेस वे का यह पूरा हिस्‍सा जंगल के बीच से गुजरने वाला है। इसमें अधिकांश यूपी से गुजरेगा लेकिन 3.4 किलोमीटर का टुकड़ा ईको सें‍सटिव जोन और शिवालिक पहाड़ों के रिजर्व जंगल से निकलेगा।

नेशनल हाईवेज अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) ने कोर्ट को बताया कि उनकी योजना है कि उत्‍तराखंड से गुजरने वाले एक्‍सप्रेस वे के इस हिस्‍से को ऐलेवेटिड रोड़ की तरह खंभों पर बनाया जाए ताकि कम पेड़ काटने पड़ें।

कटेंगे कम से कम 1,622 पेड़
जनहित याचिका दायर करने वाले एक शख्‍स के वकील अभ‍िजय नेगी का कहना था कि भले ही एनएचएआई एलेवेटिड रोड बनाए तब भी 1,622 साल के पेड़ काटने पड़ेंगे। वकील का तर्क था कि इससे जंगल की पारिस्थितिकी पर असर पड़ेगा क्‍योंकि साल के पेड़ बड़ी मुश्किल से उगते हैं।
navbharat times -ऋषिकेश में विशालकाय पीपल के पेड़ को काटे जाने का विरोध, बुजुर्ग ने गले में डाला रस्सी का फंदा
अदालत ने मांगा ब्‍यौरा
अदालत ने वन विभाग को निर्देश दिया है कि वह बताए कि राजाजी नेशनल पार्क में कितने साल के पेड़ हैं, इसके अलावा पेड़ों का फिर से रोपण करने का ब्‍यौरा भी दिया जाए। साथ ही यह भी बताया जाए कि इन्‍हें किस जगह लगाया जाएगा और अगले दस वर्षों तक इनकी देखभाल की जिम्‍मेदारी किसकी होगी।

कोर्ट ने वन विभाग से यह भी पूछा है कि क्‍या ये पेड़ आसानी से उगाए जा सकते हैं या इनकी जगह किस प्रजाति के पेड़ लगाना फायदेमंद होगा। वन विभाग से कहा है कि वह 21 सितंबर तक अपना जवाब दे।

dehradun delhi expressway1

नेशनल पार्क के बीच से गुजरेगा एक्‍सप्रेस वे



Source link