कितने ही बहादुर जवान हर रोज़ सरहद पर अपनी जान गंवाते है ,और बदले में हम उन्हें देते है शहीद का तमगा|पिछले दिनों औरंगज़ेब नाम के एक जवान को आतंकियों द्वारा अगवा कर उसकी हत्या कर दी गयी |औरंगजेब की मौत से पूरे भारतवर्ष में शोक का माहौल है |
औरंगजेब के परिवार से मिली रक्षामंत्री
बुधवार को रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण औरंगज़ेब के परिजनों से मिलने जम्मू -कश्मीर पहुंची |आपको बता दें कि यहाँ रक्षामंत्री ने बहुत देर तक शहीद औरंगज़ेब के पिता से बात की |अपनी मुलाकात के बात रक्षामंत्री ने इस बात की सूचना प्रेस को दी उन्होंने कहा कि मैंने औरंगज़ेब के पूरे परिवार से मुलाक़ात की ,यह पूरा परिवार देश के लिए एक प्रेरणा है |
परिवार का हौसला अभी भी मज़बूत ,बेटे की शहादत पर नाज़ परिवार को
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि जम्मू -कश्मीर में सीजफायर खत्म होने से एक दिन पहले ही आतंकियों ने सेना के जवान औरंगजेब को मार दिया था | कश्मीर के शोपियां जिले में राइफलमैन औरंगज़ेब को पुंछ जिले के सलानी गांव में भारत समर्थक और पाकिस्तान विरोधी नारों के बीच रविवार 17 जून को उन्हें सुपुर्द-ए-खाक किया गया था | बेटे को खोने के बाद भी पूरे परिवार में अभी भी देश सेवा का भाव बना हुआ है |उनके पिता का कहना है कि ,‘‘मेरे बेटे ने देश के लिए अपना प्राण न्यौछावर किये है , वह बहादुर जवान था|मैं और मेरे बेटे भी देश के लिए अपनी जान कुर्बान करने के लिए तैयार हैं |
क्या था पूरा मामला ?
दरअसल ईद की सुबह औरंगज़ेब राजौरी में स्थित अपने गाँव जा रहे थे की तभी पुलवामा के काल्म्पोरा से आतंकियों ने उनको अगवा कर लिया |उसी दिन शाम को पुलिस -सेना संयुक्त दल ने औरंगजेब की लाश को कल्म्पोरिया से तकरीबन 10 कि.मी की दूरी पर गुस्सु नाम के गाँव से बरामद किया |औरंगजेब के सिर और उनके गर्दन पर गोलियां मारी गयी थी ,कुछ अन्य रिपोर्ट्स के अनुसार शहीद जवान की हत्या से पहले उसको टॉर्चर भी किया गया था |