Cyber Crime: क्रेडिट कार्ड के लुभावने ऑफरों से सावधान! साइबर सेल ने बताया ये 6 काम करेंगे तो हाथ मलते रह जाएंगे साइबर ठग
1. हैकर्स भेजेंगे फिशिंग मेल, लिंक
बैंक या कॉमर्स वेबसाइट्स की नकली साइट या फर्जी ई-मेल के जरिए आपसे अपना बैंक पासवर्ड बदलने को कहा जाता हैं या फिर फाइनेंशियल डिटेल्स मांगी जाती है। अगर, आप पासवर्ड बदलते हैं, तो इसे हैकर्स ट्रैक कर लेते हैं। रकम उड़ाई जा सकती है। ई-मेल के साथ अटैचमेंट भी जुड़े होते हैं, जो दरअसल स्पाई वायरस होते हैं और आपकी महत्पवूर्ण जानकारियां हैक कर लेते हैं। फिशिंग से बचने के लिए किसी भी ई-मेल व अटैचमैंट को सोच-समझ कर ही खोलें। ई-मेल रिक्वेस्ट पर अपने अकाउंट नंबर, पासवर्ड, सीवीवी नंबर जैसी डिटेल्स कतई न बताएं।
2. कार्ड के फ्री ऑफर को कहें ‘ना’
साइबर ठगों के लिए यह तरीका सबसे ईजी है। इसमें डिस्काउंट या कार्ड मुफ्त में बनाने जैसा ऑफर दिया जाता है। लोगों का विश्वास जीत कर उनसे फाइनेंशियल डीटेल्स व उनके कार्ड का पासवर्ड तक जान लेते हैं। फिर उसका मनचाहा इस्तेमाल करके उस शख्स को फर्जी ट्रांजेक्शन के जरिये चपत लगाते हैं। इस तरह की ठगी से बचने के लिए कोई कितना ही भरोसेमंद क्यों न लगे, अपने पासवर्ड, क्रेडिट कार्ड डिटेल्स और वित्तीय जानकारियां किसी को न दें। सोशल नेटवर्किंग वेबसाइटों पर भी इस तरह की बातों का कतई कोई जिक्र न करें।
3. कार्ड स्वाइप जहां करें, सावधान रहें
यह मालवेयर और इससे भी शक्तिशाली वायरस इतने खुफिया ढंग से काम करते हैं कि दुनिया भर की एंटी वायरस कंपनियां इससे निपटने के रास्ता अपनाती रहती हैं। यह मालवेयर ग्राहक के बजाय सीधे रिटेलर के कंप्यूटर पर हमला करता है। ऐसे में मशीन पर आपका कार्ड स्वाइप होने के बाद आपके कार्ड की सारी डिटेल्स इस मालवेयर के जरिये हैकर को मिल जाती है, जिससे फर्जी ट्रांजेक्शन किया जाता है। बचने का सबसे तरीका यही है कि ग्राहक केवल भरोसेमंद जगह से ही शॉपिंग करें और रिटेलर्स अपने सभी बिजनेस सिस्टम में अच्छा एंटी वायरस डाल कर रखें।
4. क्रेडिट कार्ड का बदलते रहें पिन नंबर
क्रेडिट कार्ड का पिन नंबर बदलते रहें। इसके अलावा कार्ड के पीछे सुरक्षा के लिए लगा तीन अंकों का सीवीपी नंबर मुमकिन हो तो इसे याद कर लें और कार्ड पर से इसे मिटा दें। अपना पासवर्ड समय-समय पर बदलते रहें और हमेशा बड़े डिजिट का पासवर्ड रखें। जिस ई-मेल अकाउंट पर क्रेडिट कार्ड से संबंधित सूचनाएं आती हैं, उसकी सुरक्षा भी उतनी ही जरूरी है।
5. मोबाइल मैसेज एक्टिवेट रखें
अपने कार्ड का स्टेटमेंट टाइम टू टाइम चैक करते रहें। अक्सर ज्यादा खरीदारी पर बैंक कॉल करते हैं। आपको खुद सावधान रहना होगा। कार्ड कंपनी की साइट पर रजिस्टर कर हर हफ्ते कार्ड का ब्यौरा देखें। कार्ड पर मोबाइल अलर्ट सुविधा जरुर ऐक्टिवेट कराएं। इससे कार्ड से जुड़े हर ट्रांजेक्शन पर आपको एसएमएस के जरिये सूचना मिलती रहेगी। अपना पता, ई-मेल एड्रेस, टेलिफोन नंबर में कोई बदलाव होने पर अपने रिकॉर्ड में जरूरी करेक्शन कराएं। पेपर स्टेटमेंट लेने की बजाय ई-मेल के जरिये स्टेटमेंट मंगवाए या ऑनलाइन अकाउंट चेक करते रहें।
6. हर कॉल को शक से देखें, जानकारी न दें
फोन पर किसी को भी कार्ड से जुड़ी सूचनाएं देते समय सावधानी बरतें। कोई शख्स बैंक से फोन करने की बात कहकर आपसे सूचनाएं मांगता है तो पहले पक्का कर लें कि वह बैंक से ही या नहीं उस शख्स से पूछताछ करें कि वह आपके अकाउंट से जुड़ी बुनियादी जानकारियां पहले आपको बताए, जैसे पूरा नाम, पिछला बिल, जन्म तिथि, और एड्रेस। ऐसी हर कॉल को शक की नजर से देखें और संबंधित शख्स का ब्यौरा दर्ज करके रखें। शक होने पर बैंक से बात करें।