Corona Update In India: कोरोना का डेल्टा वैरिएंट है विनाशकारी, गैंग्रीन संग सुनने की शक्ति कर रहा खत्म

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Corona Update In India: कोरोना का डेल्टा वैरिएंट है विनाशकारी, गैंग्रीन संग सुनने की शक्ति कर रहा खत्म

Corona Update In India: कोरोना का डेल्टा वैरिएंट है विनाशकारी, गैंग्रीन संग सुनने की शक्ति कर रहा खत्म

नई दिल्ली

देश में कोरोना महामारी की दूसरी लहर ने कहर बरपाया है। इस दौरान कोरोना के मरीजों को कई तरह के अलग साइड इफेक्ट दिखाई पड़ रहे हैं। ऐसे में अब डॉक्टर कोरोना के डेल्टा वैरिएंट के खतरे को और जानने की कोशिश कर रहे हैं। दरअसल कोरोना की दूसरी लहर के लिए देश में तेजी से फैलने वाले डेल्टा को ही काफी हद तक जिम्मेदार माना जा रहा है। इसमें कोरोना वायरस के डेल्टा (B.1.617.2) और बीटा (B.1.351) वैरिएंट सबसे अधिक संक्रामक साबित हुए हैं।

डॉक्टरों की माने तो सुनने में दिक्कत, गंभीर गैस्ट्रिक बीमारी और ब्लड के थक्के, गैंगरीन समेत कई ऐसे लक्षण हैं, जो कि कोरोना मरीजों में पहले नहीं दिखाई दिए। ऐसे में इसे देश के डॉक्टरों की ओर से तथाकथित डेल्टा वैरिएंट से जोड़ा गया है। डेल्टा, जिसे (B.1.617.2) के नाम से भी जाना जाता है। पिछले छह महीनों में 60 से अधिक देशों में फैल गया है और ऑस्ट्रेलिया से लेकर अमेरिका तक ने यात्रा प्रतिबंधों को और कड़ा किया है। वहीं यूके को इस महीने के आखिर में फिर से खोलने की अपनी योजनाओं पर फिर से विचार करने के लिए मजबूर किया है।

फरवरी के बाद से ब्रिटेन में संक्रमण के सर्वाधिक मामले आए

ब्रिटेन में फरवरी के बाद से कोरोना वायरस संक्रमण के सर्वाधिक दैनिक मामले सामने आए हैं, जो यह दिखाता है कि संक्रमण का डेल्टा स्वरूप (वैरिएंट) देश में तेजी से फैल रहा है। सरकारी आंकड़ों में बुधवार को बताया गया कि ब्रिटेन में संक्रमण के 7,540 नए मामले सामने आए, जो 26 फरवरी के बाद से सर्वाधिक दैनिक नए मामले हैं। डेल्टा स्वरूप के संक्रमण के कारण पिछले कुछ सप्ताह से ब्रिटेन में दैनिक मामले बढ़ रहे हैं। देश में संक्रमण के कारण 1,27,860 लोगों की मौत हो चुकी है।

अपोलो अस्पताल में संक्रामक रोग स्पेशलिस्ट ने कही ये बात
दक्षिण भारत के सबसे बड़े शहर चेन्नै के अपोलो अस्पताल में संक्रामक रोग स्पेशलिस्ट अब्दुल गफूर ने कहा कि हमें यह एनालिसिस करने के लिए और अधिक वैज्ञानिक रिसर्ज की जरूरत है कि ये नई क्लिनिकल प्रजेंटेशन बी 1.617 से जुड़ी हुई हैं या नहीं। गफूर ने कहा कि वह महामारी की शुरुआती लहर की तुलना में अब कोविड रोगियों में डायरिया के मामले अधिक देख रहे हैं। गफूर ने कहा कि पिछले साल हमने सोचा था कि हमने अपने नए दुश्मन (कोरोना वायरस) के बारे में काफी कुछ सीखा है, लेकिन वह बदल गया। यह वायरस इतना अप्रत्याशित हो गया है।

डेल्टा वैरिएंट ‘नया दुश्मन’

देश भर में मरीजों का इलाज कर रहे छह डॉक्टरों के अनुसार, पेट दर्द, मितली, उल्टी, भूख न लगना, सुनने की क्षमता और जोड़ों में दर्द उन बीमारियों में शामिल हैं, जिनका कोविड रोगी सामना कर रहे हैं। पिछले महीने न्यू साउथ वेल्स विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं की ओर से किए गए एक रिसर्च के अनुसार, बीटा और गामा वेरिएंट- पहली बार क्रमशः दक्षिण अफ्रीका और ब्राजील में पाए गए थे।

चौंकाने वाले तथ्य आए सामने

भारत में पिछले साल 10.3 मिलियन की तुलना में 2021 में अब तक 18.6 मिलियन कोविड मामले दर्ज किए हैं। भारत सरकार के एक पैनल की ओर से हाल ही में की गई एक स्टडी के अनुसार, डेल्टा वैरिएंट देश की घातक दूसरी लहर के पीछे “पहला कारण” था और यूके में पहली बार देखे गए अल्फा स्ट्रेन की तुलना में 50 प्रतिशत अधिक संक्रामक है।

देश में लगातार दूसरे दिन 1 लाख से कम केस

देश में बुधवार को एक दिन में कोविड-19 के 92 हजार 596 नए मामले आए। यह लगातार दूसरा दिन है, जब एक लाख से कम नए मामले सामने आए हैं। देश में संक्रमण से 2 हजार 219 और लोगों की मौत हुई है।

घर में बिना मास्क के बोलने से कोरोना वायरस फैलने का खतरा ज्यादा: स्टडी

जुलाई में जारी होगा कोवैक्सीन के फेज-3 ट्रायल का डेटा

कोवैक्सीन बनाने वाली कंपनी भारत बायोटेक ने कहा है कि वह अगले महीने तीसरे फेज के ट्रायल का डेटा जारी करेगी। उसके बाद वैक्सीन के लिए फुल लाइसेंस के लिए अप्लाई करेगी। भारत बायोटेक ने कहा, फेज 3 ट्रायल का पूरा डेटा जुलाई महीने तक जारी कर दिया जाएगा। एक न्यूज एजेंसी के मुताबिक, इसने कहा कि जहां तक असर और सुरक्षा की बात है, तो 78 फीसदी तक बेहद प्रभावशाली है।


कोवैक्सिन डेल्टा वैरिएंट से भी देती है सुरक्षा : आईसीएमआर

इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) की एक स्टडी में पता लगा है कि देश में विकसित कोवैक्सिन कोरोना के डेल्टा (B.1.617.2) और बीटा (B.1.351) स्वरूप से भी बचाव करती है। कोरोना की दूसरी लहर के लिए देश में तेजी से फैलने वाले डेल्टा को ही काफी हद तक जिम्मेदार माना जा रहा है।

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