Corona in Noida: नोएडा में चौथी लहर का खतरा? कितने नए मरीज, कितने बच्चे बीमार…1 हफ्ते की पूरी रिपोर्ट देख लीजिए

144
Corona in Noida: नोएडा में चौथी लहर का खतरा? कितने नए मरीज, कितने बच्चे बीमार…1 हफ्ते की पूरी रिपोर्ट देख लीजिए
Advertising
Advertising

Corona in Noida: नोएडा में चौथी लहर का खतरा? कितने नए मरीज, कितने बच्चे बीमार…1 हफ्ते की पूरी रिपोर्ट देख लीजिए

नोएडा: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के नोएडा में कोरोना के नए मामले (Corona New Cases in Noida) लगातार बढ़ रहे हैं। पिछले एक सप्ताह में कोरोना के नए मरीजों के मिलने की संख्या में तेजी से बढ़ोत्तरी ने एक बार फिर कोरोना की लहर की आशंका को उत्पन्न कर रहा है। बढ़ते मामलों ने चौथी लहर का खतरा (Fourth Wave of Corona Infection) बना दिया है। कोरोना की चपेट में आ रहे स्टूडेंट्स (Corona in Noida Students) का आंकड़ा थम नहीं रहा है। शुक्रवार को 43 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई। इनमें 16 स्टूडेंट्स शामिल हैं। आंकड़ों के मुताबिक 9 से 15 अप्रैल तक 167 मरीज मिल चुके हैं। इनमें 44 बच्चे शामिल हैं। कुल मरीजों में 26.3 फीसदी बच्चे संक्रमित पाए गए गए हैं। इनमें नवजात, स्कूली बच्चे और किशोर शामिल हैं। अब टेस्ट बढ़ाने के साथ ही फिर से निजी अस्पतालों में कोविड मरीजों के इलाज की सुविधा शुरू करने की मांग उठने लगी है।

नोएडा में शुक्रवार को 43 नए मरीज के साथ सक्रिय मरीजों का आंकड़ा भी 156 हो गया है। 24 घंटे में सिर्फ 10 मरीज ठीक हुए हैं। शुक्रवार को मिले 43 कोरोना मरीजों में 16 बच्चे शामिल हैं। इनमें 5 बच्चों की उम्र 2 से 8 साल के बीच है। वहीं, 11 बच्चों की उम्र 11 से 16 साल के बीच है। बताया जा रहा है कि संक्रमित मरीजों की संख्या और बढ़ सकती है यदि स्वास्थ्य विभाग जांच का दायरा भी बढ़ा दे। इस वजज से 12 से अधिक उम्र वालों के टीकाकरण की रफ्तार बढ़ाने की जरूरत है। सीएमओ डॉ. सुनील कुमार शर्मा का कहना है कि बच्चे संक्रमित मिल रहे हैं यह बात हम भी मान रहे हैं। पिछले 3 दिन से संक्रमित बच्चों का डेटा 21 फीसदी , 31 फीसदी और शुक्रवार को 26 फीसदी दर्ज किया गया है। कोविड जांच बढ़ाने के लिए हमारे पास संसाधनों का अभाव है, लेकिन जांच बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है।

फिर कोविड अस्पताल बनाने की मांग
कोरोना मरीजों के इलाज के लिए इस समय एक मात्र सेक्टर 30 स्थित कोविड अस्पताल है। यहीं पर मरीजों को भर्ती करके इलाज किया जा रहा है। कोविड की पहली, दूसरी और तीसरी लहर में शहर के 24 निजी अस्पताल कोविड अस्पताल बनाए गए थे। एक साल पूरा होने पर सभी अस्पतालों को नॉन कोविड अस्पताल बना दिया गया है। दिन प्रति दिन संक्रमण की स्थिति बढ़ रही है। ऐसे में निजी अस्पताल एक बार फिर से सीएमओ को पत्र देकर निजी अस्पतालों को कोविड अस्पताल में तब्दील करने का विचार बना रहे हैं।

Advertising

आईएमए के प्रेजिडेंट डॉक्टर सुनील अवाना ने बताया कि सरकार के पास इतने संसाधन नहीं हैं कि कोविड के मरीजों का पर्याप्त इलाज सुचारू रूप से किया जा सके। इसके लिए निजी अस्पतालों की जरूरत पड़ सकती है। अगर संक्रमण की स्थिति बढ़ती है तो सभी अस्पतालों को एक बार फिर से सीएमओ को पत्र देकर कोविड अस्पताल बनाने की मांग करनी होगी।

Advertising

डरें नहीं, एहतियात बरतें
सीएमओ गौतमबुद्ध नगर डॉ. सुनील कुमार शर्मा का कहना है कि कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं और बच्चे भी प्रभावित हो रहे हैं, लेकिन अच्छी बात है कि सभी मरीज ठीक हो रहे हैं। अधिकतर मरीज होम आइसोलेशन में ठीक हो रहे हैं। इसलिए डरने की जरूरत नहीं हैं। एतिहात बरतना बहुत जरूरी है। 12 वर्ष से अधिक उम्र वाले कोविड टीका जरूर लगवाएं।

लगातार बढ़ रहा है कोविड-19 का खतरा :

तारीख नए मरीज सक्रिय मरीज बच्चे कोविड जांच
15 अप्रैल 43 156 18 1099
14 अप्रैल 44 121 15 1371
13 अप्रैल 33 90 09 609
12 अप्रैल 20 68 08 1276
11 अप्रैल 03 54 13 406
10 अप्रैल 15 54 01 628



Source link

Advertising