कांग्रेस के लिए मुश्किले बढ़ती नज़र आ रही हैं. दरअसल मेघालय से मुख्यमंत्री रहे लपांग ने हताश हो कर कांग्रेस पार्टी छोड़ दी है. 5 बार प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके डोनवा देथवेल्सन लपांग ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने कल रात यानि गुरुवार को पार्टी अध्यक्ष राहुल गाँधी को अपना इस्तीफा भेज दिया था. ऐसे में पहले से कई राज्यों में हार झेल रही कांग्रेस के लिए यह बड़ा झटका है.
पार्टी नेतृत्व कर रहा है वरिष्ट एव बुज़ुर्ग नेताओं को दरकिनार: लपांग
पार्टी नेतृत्व पर आरोप लगते हुए मेघालय के पूर्व मुख्यमंत्री लपांग ने कहा की कांग्रेस पार्टी अब वरिष्ट और बुज़ुर्ग नेताओ को दरकिनार कर रही है जो की सही नहीं है. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी को गुरुवार रात भेजे इस्तीफे में लपांग ने कहा कि वह ‘‘अनिच्छा और भारी मन से इस्तीफा दे रहे हैं.’’
मेघालय प्रदेश कांग्रेस कमेटी (एमपीसीसी) के पूर्व प्रमुख ने एआईसीसी पर वरिष्ठ एवं बुजुर्ग लोगों को दरकिनार करने की नीति पर चलने का आरोप लगाया.
लपांग ने कहा ‘पार्टी में अब बुज़ुर्ग सेवाए देने के लिए उपयोगी नहीं’
उन्होंने राहुल गाँधी को पत्र में कहा की “मुझे लगता है कि अब वरिष्ठ एवं बुजुर्ग लोगों की सेवा एवं योगदान पार्टी के लिए उपयोगी नहीं रह गई हैं.’’ इस्तीफे की प्रतियां मीडिया में उपलब्ध हैं.
लपांग ने कहा, ‘‘इस प्रतिबंध ने मुझे निराश कर दिया और मुझे पार्टी से अलग होने पर मजबूर कर दिया.’’ एआईसीसी के मेघालय के प्रभारी महासचिव लुइजिन्हो फलेरो ने कहा कि वह पिछले तीन साल से लपांग से नहीं मिले हैं. वहीं एमपीसीसी के अध्यक्ष सेलिस्टिन लिंग्दोह ने लपांग के पार्टी छोड़ने के निर्णय पर आश्चर्य व्यक्त किया है. उन्होंने कहा, ‘‘हम कोशिश करेंगे और देखेंगे अगर जल्द से जल्द मामले को निपटाया जा सके.
गौरतलब है की कांग्रेस पूर्व में पहले से काफी कमज़ोर हो गई है. ऐसे में लपांग का पार्टी छोड़ना कांग्रेस के लिए और नुक्सान देय हो सकता है.